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01 जनवरी 2024

रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी महात्मा गाँधी के नाम पर राजस्थान की रोज़गार योजना को बंद ना होने दे इसे शुरू करने के निर्देश मनोनीत मुख्यमंत्री भजनलाल को जारी करें

 रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी महात्मा गाँधी के नाम पर राजस्थान की रोज़गार योजना को बंद ना होने दे  इसे शुरू करने के निर्देश मनोनीत मुख्यमंत्री भजनलाल को जारी करें  ,,,, गत पांच वर्षों में , चाहे शान्ति अहिंसा , गाँधी दर्शन प्रचार , प्रसार , गोष्ठयां , सेमीनार , रहवासी प्रशिक्षण शिविर में जो भी खर्च हुए है , उसकी पाई पाई के हिसाब की सूक्ष्म जांच करवा लें , अगर भ्रष्टाचार नज़र आये तो दोषियों को सज़ा दें और अगर सब कुछ  ईमानदाराना निकले तो फिर संबंधित लोगों की पीठ थपथपाएं और इस योजना को जारी रखने के निर्देश जारी करें , ,
कोटा,,,आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी , ,आप महात्मा गांधी के दर्शन से प्रभावित है , खुद कहते हैं के में महात्मा गांधी के विचारों का आदर सम्मान करता हूँ , अंतराष्ट्रीय मंच पर भी महात्मा गाँधी को आप याद करते है , आपकी पार्टी भाजपा में भी , गांधी विचारधारा का समर्थक जो होगा वही भाजपा का सदस्यु बनेगा ऐसा भाजपा का संवैधानिक नियम है , ,तो फिर राजस्थान में महात्मा गांधी के नाम पर जो युवा मित्रो की भर्ती प्रक्रिया है , उसे आपकी सरकार आते ही  ,, आप द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री भजन लाल जी ने , खारिज करने की गुस्ताखी कैसे कर डाली , आपकी जानकारी में शायद ना हो , लेकिन आप गाँधी समर्थक है , इसे जाने बगैर आपसे इज़ाज़त लिए बगैर यह गुस्ताखी राजस्थान में हुई है , सभी जानते है आप गोडसे विरोधी और महात्मा गाँधी सर्मथक हैं , लेकिन महात्मा गाँधी के नाम पर होने वाली इस भर्ती प्रक्रिया , उनके प्रचार प्रसार , सत्य अहिंसा के कार्यक्रमों को रोकना आपकी भाजपा पार्टी के संविधान के खिलाफ भी है ,, और आपकी जो अंतर्राष्ट्रीय गाँधी समर्थक की छवि है उसे धूमिल करने की गुस्ताखी भी है ,, आदरणीय  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ,  राजस्थान में आम लोगों में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत साहब की छवि राजस्थान के गांधी की बनाई गई है ,  राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत के कार्यकाल में शांति अहिंसा निदेशालय का गठन हुआ , कार्यक्रम हुए  ,, गाँधी विचारधारा का प्रचार हुआ , ,जिला स्तर , संभाग स्तर पर ,, गांधी दर्शन समितियों का गठन हुआ , ,महात्मा गाँधी की स्मृतियों से जुड़े ऐतिहासिक महत्व संबधित यादगार को लेकर  ,, म्यूज़ियम बनाया गया ,,, हर दो तीन माह में , जिला स्तर पर , सैकड़ों लोगों को , गांधी दर्शन का प्रशिक्षण दिया गया , प्रशिक्षण में , ठहरने , खाने , भुगतान के बदले गांधी प्रेरक वक्ताओं को बुलाया गया ,  कुल मिलाकर राजस्थान में नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जंग में , लोगों के दिल , दिमाग से ,,नफरत निकालकर , भाईचारा , सद्भावना , एकता , राष्ट्रीयता , अहिंसा परमोधर्म के पाठ पढ़ाये गए ,, ज़ाहिर है करोड़ों करोड़ रूपये भी राजस्थान सरकार के खर्च हुए हुए ,  जिला कलेक्टर के माध्यम से सभी कार्यक्रम जिला ,, क़स्बा और प्रदेश स्तर पर लगातार कार्य्रकम हुए , पृथक से निदेशालय का गठन हुआ , जिसके सदस्यों को , सर्किट हाउस सुविधा , यात्रा सुविधा , और मासिक भत्तों की सुविधाएं दी गयीं , आदरणीय प्रधानमंत्री जी , राजस्थान में राजस्थान की योजनाओं का प्रचार प्रसार हो , और आखरी स्तर पर बैठे हुए ज़रूरत मंद व्यक्ति को सरकार की हर कल्याणकारी योजना का लाभ मिले , वोह लाभान्वित हो , इसके लिए राजीव गाँधी युवा मित्र कार्यर्कता नियुक्त होकर काम कर रहे थे , सभी को राजस्थान सरकार के पुनर्गठन कहो या सिर्फ एक मुख्यमंत्री दो उप मुख्यमंत्री की सरकार कहो , इनके बनते ही , बेरोज़गार कर दिया गया है , ,राजीव गाँधी के नाम से अगर आपकी सरकार को चिढ है , तो राजीव गाँधी का नाम बदलकर कोई दूसरे नाम से इस योजना को , इन कार्यकर्ताओं के साथ , निंरंतर जारी रखी जा सकती है , ,आदरणीय महात्मा गांधी योजना के तहत , राजस्थान में भर्ती योजना थी , जिसे निरस्त करना भी , महात्मा गांधी विचार को घर घर पहुंचाने के खिलाफ अभियान माना जाना चाहिए , इसलिए , इस योजना को भी निरंतर जारी रखते हुए , भर्ती आपके हिसाब से कर लो , लेकिन इस योजना को जारी रखना चाहिए , , यह बात अलग है , के महात्मा गांधी की गोष्ठियों , सेमिनारों ,, रहवासी व्यवस्था के साथ , प्रशिक्षण कार्यक्रम के बजट और इस बजट के खर्च में कहीं कोई फ़िज़ूलखर्ची , कहीं कोई अनियमितता ,, भ्रष्टाचार हुआ है , तो उसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाए , गत पांच वर्षों में महात्मा गांधी कार्यशालाओं , प्रचार प्रसार , के नाम पर , अगर ईमानदाराना खर्च है , तो जिला कलेक्टर और संबंधित मंत्रालय , खुद मुख्यमंत्री की पीठ थपथपाना चाहिए , और अगर महात्मा गाँधी के नाम पर शुरू किये गए कार्यक्रमों में , अंश मात्र भी भ्रष्टाचार , फ़िज़ूलखर्ची , मनमानी , पक्षपात अगर हुआ है  तो उसकी जांच में दोषी साबित होने पर , ऐसे लोगों के खिलाफ मुक़दमे भी दर्ज होना चाहिए , ऐसे चेहरों को उजागर भी कर जनता के सामने आना चाहिए , जनता को पता होना चाहिए , के वोह लोग कौन हैं जिन्होंने महात्मा गाँधी के विचार के नाम पर , भ्रस्टाचार किया है , बेईमानी की है , पक्षपात किया है , फ़िज़ूलखर्ची की है , ऐसे मामले में जांच तो ज़रूर करवाइये ,, लेकिन अगर जांच में ईमानदाराना कृत्य हो , तो ऐसे लोगों को पुरस्कृत भी करना चाहिए , और अगर भ्रष्टाचार , भाई भतीजावाद , मनमानी , अनियमितता साबित होती है , तो चाहे जिला कलेक्टर हों , चाहे शांति अहिंसा निदेशालय के अधिकारी हों , गांधी दर्शन से जुड़े लोग हो , चाहे खुद मुख्यमंत्री ही क्यों ना हों , उन्हें बख्शना नहीं चाहिए , लेकिन प्लीज़ , महात्मा गाँधी के विचारक व्यवस्था को छिन्न भिन्न ना करे , महात्मागांधी विचारक भर्ती को रद्द ना करें , इस में नियुक्तियां हों , उसका मापदंड चाहे आप अपनी व्यवस्था के हिसाब से , फेरबदल ,कर  गाँधीवादी विचारकों को नियुक्त करने का संशोधन कर लें , ,लेकिन आप गाँधीवादी है , हर अंतर्राष्ट्रीय भाषण में आप महात्मा गाँधी के विचारों का मसर्थन करते है , प्रशंसा करते है , फिर देश में एक मात्र आपकी राजनीतिक पार्टी ही है , जिसके संविधान में महात्मा गाँधी के विचारक समर्थक होने पर ही भाजपा का सदस्य होने की बात लिखी हुई है , इसलिए प्लीज़ , महात्मा गाँधी के नाम पर प्रचारक , व्यवस्था को , छिन्न भिन्न ना करे , इसे क़ायम रखें और भर्ती शीघ्र करवाए , पुराने कार्यकाल के गांधी  प्रचार , प्रसार के नाम पर पाई पाई खर्च का चाहे आप हिसाब लें , अगर अनियमितता हुई है , तो ऐसे दोषी लोगों को दंडित करवाए , लेकिन प्लीज़ इस व्यस्था को जारी रहने के निर्देश आप द्वारा चयनित मुख्यमंत्री को जारी करे ,  अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339  

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