आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

19 नवंबर 2023

देवलोक गमन होते ही संपन्न हो रहे नेत्रदान

 

1 देवलोक गमन होते ही संपन्न हो रहे नेत्रदान


शाइन इंडिया फाउंडेशन के अथक प्रयासों के बाद अब इतनी जागरूकता बढ़ चुकी है कि जैसे ही परिवार में शोक की घटना घटती है जागरूक परिजन शोक को कम करने के लिए तुरंत ही नेत्रदान के कार्य के लिए संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन संपर्क कर लेते हैं। 


गुरुवार को स्टेशन क्षेत्र निवासी सुरपाल सिंह के आकस्मिक निधन के अगले दिन शुक्रवार को उनके करीबी मित्र ओंकार सिंह साहनी का भी आकस्मिक निधन हुआ, दोनों अच्छे दोस्त थे । निधन होते ही,संस्था के ज्योति मित्र इंद्रपाल सिंह ने ओंकार की पत्नि अमरप्रीत कौर (राजकीय शिक्षक) से नेत्रदान के लिए समझाइश की,उन्होंने तुरंत ही सहमति दी, जिसके उपरांत नेत्रदान का कार्य संपन्न हुआ । 


इसी तरह संस्था की ज्योति मित्र मोनू माहेश्वरी की माँ कांति देवी का रामगंजमंडी से 10 किलोमीटर दूर,ग्राम संधारा तहसील भानपुरा मध्य प्रदेश में आकस्मिक निधन हुआ । मोनू काफी समय से संस्था के साथ जुड़कर नेत्रदान के लिए ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता का कार्य कर रहे हैं । इसी दौरान मां का निधन होते ही,उन्होंने बिना देरी किये तुरंत ही संस्था के ज्योति मित्र संजय विजावत के माध्यम से कोटा से नेत्रदान के लिए शाइन इंडिया की टीम को बुलवाया और परिवार के सभी छोटे-बड़े महिलाओं और करीबी रिश्तेदारों के बीच में नेत्रदान का कार्य संपन्न करवाया। 


संस्थापक डॉ कुलवंत गौड़ का कहना है कि, बीते 2 वर्ष से देखा जा रहा है कि,किसी परिवार में शोक की घटना होती है तो परिवार के जागरूक सदस्य अपने,शोकाकुल सदस्यों को दुखः से बाहर निकालने के लिये,तुरंत ही नेत्रदान का कार्य संपन्न करवाते हैं, जिससे परिवार में सकारात्मक माहौल बनता है, और शोक भी थोड़ा कम हो जाता है । परिजनों को इस बात की दिलासा रहती है कि,उनका देवलोकगामी किसी न किसी की आँखों में जीवित है ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...