शारीरिक स्वास्थ्य से ज्यादा महत्व रखता है,मानसिक स्वास्थ्य
2. मानसिक स्वास्थ्य पर निर्भर है,शारीरिक स्वास्थ्य
कल
अलनिया में कोटा जिले का राज्य पुरस्कार स्काउट गाइड रोवर रेंजर प्रशिक्षण
शिविर का समापन किया गया । समापन शिविर के दिन मेंटल हेल्थ कोच डॉ संगीता
गौड़ ने
मानसिक स्वास्थ्य को किस तरह से स्वस्थ और
बेहतर बनाया जा सकता है, उस विषय पर 100 से अधिक स्काउट, गाइड रोवर और
रेंजर्स को विस्तार से जानकारी दी ।
डॉ
संगीता गौड़ ने बताया कि,आज के समय में,हम शरीर के बेहतर स्वास्थ्य के
लिये,खान-पीने में अच्छे से अच्छा बदलाव कर लेते हैं,पोषण युक्त भोजन भी ले
लेते है,अच्छी से अच्छी जिम भी शरीर बनाने के लिये जॉइन कर लेते हैं,पर यह
भूल जाते है कि, यदि मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है तो, इन सभी की कोई
अहमियत नहीं रह जाती है ।
डॉ
संगीता ने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत और स्वस्थ बनाने के लिए
बच्चों के साथ कुछ रोचक गतिविधियां की, बच्चों को सेल्फ टॉक,पोसिटिव
अफ़र्मेशन के बारे में समझाया गया,जीवन में यदि कोई लक्ष्य पाने में आप
नाकाम हो जाते हैं, तो उस असफलता के प्रयास से सीखा हुआ सबक, हमें जिंदगी
में नए आयाम पाने के लिए रास्ता बताता है ।
असिस्टेंट
स्टेट ऑर्गेनाइजिंग कमिश्नर स्काउट श्री दिलीप माथुर ने भी अपने विचार
रखते हुए कहा कि,मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए यह बहुत आवश्यक है
कि,बच्चा किस तरह के माहौल में है ,और उससे क्या सीख रहा है ।
कार्यशाला
के अंत में डॉ संगीता ने, असफलता में कैसे हिम्मत बनाए रखें ? और मानसिक
स्वास्थ्य को और अधिक बेहतर बनाने के लिए योग प्राणायाम की जानकारी भी दी ।
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