राजस्थान के गाँधी , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में , म्हारो राजस्थान , , पधारो राजस्थान के नारे के ,साथ कोटा यूँ ही कोटा नही बन जाता है , इसके लिए , ,कोटा के विधायक केबिनेट मंत्री , शांति कुमार धारीवाल , उनके स्वर्गीय पिता , पुत्र ,, पौत्र को , परिवार के सदस्यों को, खुद को हवन करना पढ़ता है , ,शांति कुमार धारीवाल को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में फ्री हेंड होने से , ,कोटा को , विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनाने के लिए , दिन रात एक करते हुए , अपना सब कुछ न्योछावर करना पढ़ता है , , जी हाँ दोस्तों , कोटा के विकास , सौंदर्यकरण की आलोचना करने वालों , विरोध करने वालों , उपहास उड़ाने वालों , ज़रा गौर से पढ़ लो , सुन लो , यह कोटा सिर्फ शांति कुमार धारीवाल का ही नहीं , आपका भी है , हमारा अपना भी है , एक बेहतर प्रदर्शन पर शान्तिकुमार धारीवाल को , शाबाशी नहीं दे सकते , तो प्लीज़ ,, आलोचना तो मत करो , आपने भी देखा है , विपक्ष में रहकर , आलोचना करते हो , फिर सत्ता में आने के बाद , इन विकास कार्यों की साफ सफाई , मरम्मत तक नहीं करवा पाते हो , खुद तो एक ईंट विकास की रखते नहीं , बस आलोचना, आलोचना , आलोचना , कोटा के लिए तो प्लीज़ वफादार बनो , कोटा के निवासियों के गोरव को तो कम से कम , सर उठा कर जीने दो ,, सभी जानते है , इतिहास गवाह है , कोटा औद्योगिक नगरी बना, सिर्फ रिखब चंद धारीवाल की मेहनत , लगन , उनकी सहयोगात्मक योजनाओं से , , औद्योगिक मंत्री के चलते , उन्होंने जो उदार रुख अपनाया , चंबल तट ,पर उद्योगपतियों को , निमत्रित किया , सुविधाएँ दीं और कोटा राजस्थान का कानपुर , औद्योगिक क्षेत्र बन गया , फिर बारी आई , शांति कुमार धारीवाल की , पहले जिला परिषद में जिला प्रमुख के ,चलते पंचायतों ,में गाँवों में विकास किया , सुविधाएँ दिलवायीं, स्कूल ,खुलवाए सड़कें बनवाई , किसानों के लिए व्यवस्थायें लागू की , और जब कोटा , बाराँ के शामिल रहते हुए , कोटा सबसे बढ़ा जिला था ,तब कोटा को , शांति कुमार धारीवाल ,ने ग्रामीण , पंचायत विकास मामलों में अव्वल लाकर खड़ा कर दिया , ,तात्कालिक नेतृत्व , स्वर्गीय राजीव गाँधी ने , इनकी प्रतिभा को देखकर , इनकी पीठ थपथपाई , सांसद का टिकिट दिया , और शांति कुमार धारीवाल , कोटा , बूंदी लोकसभा के सांसद निर्वाचित हुए,, लोकसभा में , दबंगाई से , कोटा के विकास योजनाओं को लाने की कोशिशें की , कामयाब हुए , कई केंद्र के सरकारी दफ्तर कोटा आये , रेलवे संसाधन विकसित हुए , कोटा को शैक्षणिक नगरी बनाने के सपने को साकार किया ,,, , रोज़गार की योजनाएं आईं , राजस्थान सरकार में भी , कोटा का पक्ष ,,रखकर उस वक़्त , कोटा को विकसित विज़न, ध्यान में रखते हुए , बहुत कुछ ,दिलवाया फिर खुद शांति कुमार धारीवाल , राजस्थान में केबिनेट मंत्री बने , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने , इन्हे स्वायत शासन विभाग दिया , तो विधानसभा की, मोर्चा बंदी के लिए संसदीय कार्य मंत्री बनाया , विधिक रूप से दांव पेंच के साथ , क़ानून व्यवस्थाओं के लिए विधि मंत्री बनाया , ग्रह मंत्री , उद्योग मंत्री , पंचायत राज मंत्री , सभी तो इनके पास रहे , मेट्रो ट्रेन जयपुर में समयबद्ध कार्यक्रम के तहत शुरू हो , , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस निर्देश , इस सपने को जयपुर वासियों के लिए ,, शांति कुमार धारीवाल ने , साकार कर के दिखाया , जोधपुर हो , जयपुर हो , दूसरे शहर हों , सभी जगह तो , बाईपास,फ्लाई ओवर , सम्पर्क सड़क , खूबसूरत गार्डन हैं , तो कांग्रेस कार्यालय के लिए ज़मीन है , कांग्रेस कार्यालय है , ,जबकि , विश्व स्तरीय , अंतररष्ट्रीय , क्रिकेट स्टेडियम , का सपना जयपुर में साकार हुआ , अतिक्रमण हटे सड़कें चौड़ी हुईं,, , अब बात कोटा ,, कोटा के सौदंर्यकरण , रेडलाइट मुक्त कोटा , पर्यावरण संरक्षित कोटा , शिक्षा नगरी के लियें, सकारात्मक शैक्षणिक माहौल, बच्चों के लिए भारत की सबसे बढ़ी बेहतर गहन शिशु चिकित्सा इकाई , चमाचम सड़कें ,, शार्ट कट , ओवर ब्रिज , डायवर्जन चैनल, गार्डन , गार्डन में भी , गार्डनों का सरताज , ऑक्सीज़ोन ,, विश्व का बहतर आकर्षण, एयरपोर्ट के लिए तुरत फुरत में भूमि का एलॉटमेंट, , अदालत परिसर का जीर्णोद्धार किशोर सागर , सिटी पार्क ,, का सोंदर्यकरण , किशोर सागर में , मोटरबॉटिंग, ट्रेन संचालन , अभेड़ा महल ,, जूलॉजिकल पार्क , करणी माता विस्तार , चौपाटी बाज़ार , अतिक्रमण हठाकर , पक्के कियोस्क देकर , बेरोज़गारों को स्वरोज़गार , कच्ची बस्तियों का सोंदर्यकरण , पक्के मकान , पत्नी के साथ फोटू लगे , मालिकाना हक़ वाले पट्टे , निर्धन आवासीय योजनाएं ,, घर घर चौबीस घंटे पानी की योजनाएं , नई अदालतों का सृजन , कंजूमर स्टेट फोरम की बेंच का कोटा में प्रारम्भ ,, रेवेन्यू बोर्ड सर्किट बेंच , स्कूलों क्रमोन्नत , कॉलेजों के भवन का विस्तार , नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत , और अब सेवन वंडर , फिर कोटा शहर की सड़कें चमाचम , , अंडरपास , बाईपास , ओवर ब्रिज , रंगीन लाइटों से सजा , धजा मेरा कोटा शहर , फिर , ऑक्सीज़ोन विश्वस्तरीय उद्यान , पक्षियों के लिए बसेरा , पर्यावरण का संरक्षण , राष्ट्रिय पक्षी मोरों के रहवास के लिए उपयुक्त वातावरण का निर्माण , फिर चंबल तट , जहां , दो चार सालों में , बाढ़ से तबाही , सिर्फ तबाही , आती रही , है ,, आधा कोटा पानी में डूबने की शिकायत रही है , वहां पहले ,डाइवर्जन चैनल , खुदवाकर , ,कोटा को , बाढ़ मुक्त करने की कामयाबी , फिर , चंबल तट पर , ,विश्व स्तरीय , नंबर वन , चंबल रिवर फ्रंट , के नाम पर , खूबसूरत , इमारतों , ऐतिहासिक स्मारकों , मंदिरों , धार्मिक आस्थाओं , चंबल की मूर्ति , उद्यान का अनूठा संगम ,, जगमग कोटा , जगमग शहर , जगमग , चंबल रिवर फ्रंट , फिर , व्हाइट हाउस , गिलास हाउस ,, चार नहीं आठ नहीं , हज़ारों हज़ार चाँद ,, कोटा की खूबसूरती पर ,. सिर्फ , सिर्फ शांति कुमार धारीवाल ने लगाए हैं , आज कोटा , राजस्थान सरकार की मेज़बानी कर रहा हैं , यहां , कोटा में केबिनेट की मीटिंग हो रही हैं , देश भर के , विश्व स्तर के , सभी पर्यटकों को आकर्षित करने की योजनाएं है , सबसे बढ़ा घंटा, , विश्व गिनीज़ रिकॉर्ड बना चूका है , और फिर , पर्यटन के आगमन से , कोटा में , ट्रांसपोर्टेशन , होटल , टूरिज़्म, व्यापारिक , रोज़गार के अवसर , गुणात्मक दृष्टि से बढे हैं , कोटा का गौरव बढ़ा है , कोटा का नाम बढ़ा है , कोटा के हर नागरिक का सीना , कोटा के इस सोंदर्यकरण , इस विकास से , चौड़ा हो गया है , गर्व से फूला नहीं समा रहा हैं , लेकिन फिर वही बात , कोटा यूँ ही , कोटा नहीं हो जाता है , इसके लिए , शांति कुमार धारीवाल को , उन्हें खुद को , समर्पण भाव से हवन करना पढ़ता है , दिन रात का चेन खत्म कर , अपनी बिमारी , दुःख , तकलीफ , परिवार की ज़िम्मेदारियों से अलग थलग होकर, सिर्फ कोटा , मेरा कोटा , मेरा शहर ,, मेरे शहर की विकास योजनाएं , इन्ही के बारे में दिन रात सोचना पढ़ता है , कोटा के विकास , सोंदर्यकरण की ज़िद को , साथ लेकर , जीना पढ़ता है , वरना ,प्रतिपक्ष के लोग , कोटा के इस विकास में अड़ंगा लगाने के सभी प्रयास करते रहे हैं , फिर भी चुप मुंह , सारे इलज़ाम सहकर, शांति कुमार धारीवाल ने, कोटा के लिए वोह सब कुछ कर दिखाया, जिसकी ज़रूरत कोटा को थी , और अब , ऐसा कोटा , ना भूतो , ना भविष्य , में कोई , बना सकेगा , शांति कुमार धारीवाल , उनके स्वर्गीय पिता , इन कार्यक्रमों की जूनियर मॉनिटरिंग से जुड़े , अमित धारीवाल , को , दिल से सेल्यूट , बधाई , , मुबारकबाद ,बस , बहुत कुछ हुआ विकास , अब लोकतंत्र में , आपकी बारी है , शांति कुमार धारीवाल ने जो आपके लिए करना था , उससे हज़ारों हज़ार गुना बढ़कर, खुद को साबित कर दिखाया है , अब आपको, आगामी विधानसभा चुनाव में कोटा उत्तर से , इनके नाम के आगे , चुनाव चिन्ह हाथ ,पर बटन दबाकर, शांति कुमार धारीवाल को एकतरफा वोटों से जिताकर , फिर से , कोटा के बचे खुचे कामों को पूरा करवाने की पहल करना है , कोटा के सौदंर्यकरण का रख रखाव ईमानदारी से होता रहे , इसकी मॉनिटरिंग करवाना है , कोटा को ज़िंदाबाद , ज़िंदाबाद कहलवाना है , अपना सर फख्र से ऊँचा उठाकर चलना है , म्हारो राजस्थान , पधारो राजस्थान , और इस राजस्थान में म्हारो कोटा , पधारो कोटा की कहावत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध ओर सिद्ध करके दिखाना है , , अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339
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