कोटा से आई टीम ने बाराँ शहर में लिया नैत्रदान
2. पंच तत्व में विलीन से पहले, दो दृष्टिहीन के लिये आँखे की दान
हॉस्पिटल
रोड,बारां निवासी व शहर के प्रमुख किराना व्यवसायी अनिल कुमार जैन उर्फ
मामा का बुधवार को आकस्मिक निधन हो गया था उनकी मृत्यु की सूचना शहर भर में
तेजी से फैल गई । शांत स्वभाव,विनम्र व्यवहार और चेहरे पर हमेशा मुस्कान
रखने वाले अनिल जी अपने इसी स्वभाव के कारण शहर भर में जाने जाते थे ।
ऐसे
कठिन समय में भारत विकास परिषद के सदस्य श्री रामचंद्र बंसल, रमाकांत
गुप्ता, हितेश मारू द्वारा परिवार जनों से नेत्रदान करने के लिए आग्रह किया
गया। श्री जैन के पुत्र अक्षय जैन, पुत्रवधू दिव्या जैन, भाई अशोक जैन,
अजय जैन, पंकज जैन, अभिषेक जैन, अमित जैन आदि परिवार जनों ने सभी की सहमति
लेने के उपरांत नेत्रदान के लिये स्वीकृति प्रदान की।
ज्योति
मित्र हितेश खंडेलवाल की सूचना पर कोटा से शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ
कुलवंत गौड़ स्वयं ज्योति-रथ से बाराँ नैत्रदान लेने के लिये रवाना हो गये ।
हितेश जी ने बताया कि, अनिल जी बाराँ शहर में चल रहे नेत्रदान के कार्यों
की सदा सराहना करते थे,शहर में कोई नेत्रदान होता था तो,हमेशा नेत्रदानी
परिवारों के सदस्यों की सराहना करते थे ।
शोक और गम के माहौल के बीच डॉ गौड़ ने परिवार के सभी सदस्यों के बीच नेत्रदान की प्रक्रिया को पूरा किया ।
अनिल
जी कांग्रेस पार्टी के एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में रहे हैं। उन्होंने
संगठन में कई प्रमुख पदों पर कार्य किया है। वे एक प्रमुख सामाजिक
कार्यकर्ता के रूप में शहर में अपनी विशेष पहचान रखते थे।
भारत
विकास परिषद के अध्यक्ष हितेश बत्रा व सचिव पवन मित्तल ने बताया कि भारत
विकास परिषद के माध्यम से यह 21वां जोड़ी नेत्रदान संपन्न हुआ है।
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