विवाह वर्षगांठ पर नेत्रदान संकल्प
सूरजपोल,बूंदी
निवासी सुरेश जैन और शकुंतला जैन ने अपने विवाह की 37 वीं वर्षगांठ पर
शाइन इंडिया फाउंडेशन के साथ नेत्रदान का संकल्प पत्र भरा ।
पंचायत
समिति नैनवां,में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत सुरेश जी ने कहा
कि, उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में काफी ऐसे लोगों
को देखा है जो कि, किसी न किसी कारण से दृष्टिहीन हैं, और जबसे यह जानकारी
मिली है,कि नेत्रदान के माध्यम से किसी दृष्टिहीन को रौशनी मिल सकती है,तभी
से मन में विचार था कि,मैं और मेरी धर्मपत्नी दोनों ही नेत्रदान का संकल्प
पत्र भरेंगे । इसी विचार से आज विवाह की 37 वीं वर्षगांठ पर हमने यह
नेत्रदान का संकल्प पत्र भरा है ।
शकुंतला
जी ने भी नेत्रदान के प्रति अपने विचार रखते हुए कहा कि, यह जानते हुए भी
कि,हमारी मृत्यु के बाद हमारी आंखें किसी के अंधेरे जीवन में रौशनी ला सकती
है,उसके बाद भी हमारे परिजन हमारे मृत शरीर के साथ इन आंखों को जला देते
हैं, तो इससे ज्यादा मूर्खता पूर्ण कार्य कोई नहीं है । यदि हम इस तरह के
पुण्य कार्य से वंचित रहते हैं,तो हमारा मनुष्य होना बेकार है ।
सुरेश और शकुंतला ने अपना नेत्रदान संकल्प पत्र भरकर इस शाइन इंडिया फाउंडेशन की ज्योति मित्र इदरीस बोहरा को सौंपा ।
इदरीस
बोहरा ने बताया कि,थोड़े समय पहले तक ,किसी भी शुभ अवसर पर नेत्रदान संकल्प
पत्र भरने की बात पर लोग नाराज हो जाते थे,परंतु आज 18 वर्ष का होते ही
नवयुवक-युवतियाँ अपना नेत्रदान का संकल्प पत्र भरकर जन्म दिवस मनाते हैं ।
धीरे-धीरे शहर में अब व्यस्क और बुजुर्ग भी अपने शुभ अवसरों पर नेत्रदान
अंगदान देहदान का संकल्प पत्र भरने लगे हैं ।
सुरेश
जी की दोनों बेटियां रिया और नित्या ने भी अपने माता-पिता के इस निर्णय को
खुशी का पल बताते हुए कहा कि,नैत्रदान संकल्प एक प्रेरणादायक और पुनीत
कार्य है, इसमें हम सभी को अपनी भागीदारी देनी चाहिये।
| Tue, Jun 20, 3:54 PM (14 hours ago) | ||
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