क़ाज़ी जुबेर अहमद के नेतृत्व में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कोटा की प्रमुख मांगों को लेकर डिमांड चार्टर दिया,,
मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत , की मुस्कुराहट के साथ गंभीर जुमला ,आप मांगते मांगते थक जाओगे , में देते देते नहीं थकूंगा , के बीच कोटा शहर क़ाज़ी जुबेर अहमद ने , बरकत उद्यान , क़ब्रिस्तान , शॉपिंग सेंटर ईदगाह सड़क मामला , रंगपुर स्टेशन मदरसा ,,वक़्फ़ सम्पत्ति के अतिक्रमण , राजस्व रिकॉर्ड में इंद्राज करने , मदरसा पैराटीचर्स , कम्प्यूटर अनुदेशक , भर्ती , उर्दू स्कूल और कॉलेज में खोलने , नियुक्तियां करने , कूल पच्चीस टिकिट देने , आर पी एस सी में मेंबर बनाये जाए ,, आई ऐ एस में क़ाबलियत की वरीयता के आधार पर प्रमोशन देने सहित , कई दर्जन मांगे मुख्यमंत्री के सामने उठाई , मुख्यमंत्री ने हर मांग सुनी , डिमांड चार्टर पर गोला किया , नोटिंग की और अपनी निजी डायरी में डिमांड चार्टर रख लिया , वोह बात अलग है ,के लगभग हफ्ता गुज़रने पर भी, मांगपत्र के सम्बंध में, अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आये है , लेकिन उम्मीद है , सकारात्मक परिणाम आएंगे ज़रूर ,, ,
पूर्व मुख्यमंत्री बरकतुल्ला के नाम से कोटा स्थित बरकत उद्यान इबादतघर के जीर्णोद्धार अब वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशों पर शीघ्र सम्भव हो सकता है , बरकतुल्ला और अशोक गहलोत दोनों ही जोधपुर के रहे हैं ,, और राजस्थान का मुख्यमंत्री पद इनके पास है ,,हाल ही में कोटा शहर क़ाज़ी जुबेर अहमद ने , इस मामले में कोटा की समस्याओं का डिमांड चार्टर देते हुए , बरकत उद्यान इबादत घर जीर्णोद्धार शीघ्र करने की स्वीकृति दिलवाकर , कार्य करने की अनुमति के कड़वे लहजे में मांग करते हुए , कहा था , की अगर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ , तो इसका नफा नुकसान भी हो सकता है , ,क़ाज़ी जुबेर अहमद साज़िशों और अफवाहों के पुलंदे के बीच , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बुलावे पर , उनसे मिलने जयपुर स्थित मुख्यमंत्री आवास पर गए थे , , क़रीब दो घंटे मुख्यमंत्री आवास पर , बैठने के बाद जब कोटा शिष्ट मंडल , का नेतृत्व कर रहे , क़ाज़ी ऐ शहर जुबेर अहमद के हाथ में माइक आया , तो लोग समझ रहे थे , की ,वोह किसी को आई ऐ एस बनाने की मांग ,करेंगे , किसी को , कांग्रेस जिला अध्यक्ष बनाने की सिफारिश करेंगे , तो किसी को यूनिवर्सिटी की ज़मीन देने की मांग करेंगे , लेकिन सब कुछ उल्टा सुलटा होगया ,क़ाज़ी जुबेर अहमद की परवरिश उनके वालिद जो उनके उस्ताद भी रहे हैं , क़ाज़ी अनवार अहमद के साथ रही है , इसीलिए वही चिर परिचित अंदाज़ में माइक लेकर, जुबेर अहमद ने , विनम्र लहजे में सख्ती के साथ , एक एक कर कोटा की ज़रूरतें , शिकायतें गिनाना शुरू करते हुए ,चेतावनी भी दे डाली के अगर इन समस्याओं के समाधान की तरफ ध्यान नहीं दिया गया ,तो परिणामों पर विपरीत असर भी पढ़ सकता है , उन्होंने राजस्थान विधानसभा में भी पच्चीस टिकिट की मांग कर डाली , जबकि , राजस्थान लोक सेवा आयोग में , एक सदस्य मुस्लिम समाज से बनाने , नॉन आर ऐ एस प्रमोशन स्कीम में , एक मुस्लिम को आई ऐ एस में योग्यता के अनुसार सेलेक्शन की सिफारिश की भी मांग उन्होंने उठाई ,, क़ाज़ी ऐ शहर जुबेर अहमद के इस सख्त रवय्ये से उनके साथ गए , या उन्हें साथ ले जाने का प्रचार करने वाले कई लोग भौचक्के से बगलें झांक रहे थे , कई लोग जो बस में भर कर गए थे उन्हें तो यह ही पता नहीं था , के हमे लाया क्यों गया है , वोह तो खुद एक दूसरे से पूंछते नज़र आये के हमे यहां लाया क्यों गया है ,,, क़ाज़ी ऐ शहर जुबेर अहमद के हाथ में मुख्यमंत्री निवास पर ,माइक था , और मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत का जुमला तुम मांगते मांगते तक जाओगे में देते देते नहीं थकूंगा ,, को ध्यान में रखते हुए , जुबेर अहमद ने अपना डिमांड चार्टर पढ़ना शुरू किया , उन्होंने सबसे पहले , कोटा बरकत उद्यान इबादत घर के जीर्णोद्धार की तरफ शीघ्र ध्यान देने के लिए कहा , इस बारे में उनकी जो 2017 से उनके वालिद मरहूम अनवार अहमद के वक़्त से जो कोशिशें थी वोह भी उन्होंने गिनाईं ,, क़ाज़ी जुबेर अहमद ने कोटा कन्या महाविद्यालय में उर्दू विषय खोलने स्नातकोत्तर में भी उर्दू शुरू करने ,,, जिन स्कूलों में उर्दू पढ़ने के इच्छुक छात्र छात्राएं हैं , वहां सही तरह से मेपिंग करवाकर, उर्दू खुलवाने के आदेश देने , ,पिछली सरकार के दोष पूर्ण स्टाफिंग पैटर्न को सुधार कर , नया स्टफिंग पैटर्न बनाकर, उर्दू अध्यापकों की नियुक्ति करने , स्कूलों में उर्दू अध्यापकों की नियुक्ति करने , एस डी एम सी के ज़रिये , कॉन्टेक्ट पर उर्दू अध्यापकों की नियुक्ति करने , लेक्चरर पद स्वीकृत कर उनकी नियुक्ति करने ,, सामान्य प्राथमिक विधयालय में छात्र संख्या के आधार पर , प्राइमरी स्टेज पर ही उर्दू विषय शुरू करने , महात्मा गांधी स्कूलों में , संस्कृत के साथ उर्दू विषय भी शुरू करने , मदरसा पैराटीचर्स के स्थाईकरण करने , नई भर्तियां शीघ्र करने , कम्प्यूटर अनुदेशकों की नियुक्ति भी उर्दू के जानकार की शर्त लगाकर करने , ,मदरसों के रख रखाव ,, मदरसा खेलकूद , एक्स्ट्रा कलिकुलर एक्टीविटी का अतिरिक्त बजट बढ़ाने ,, यूनिफॉर्म की व्यवस्था करवाने , उर्दू पाठ्यक्रम और मदरसा पाठ्यक्रम की निशुल्क पुस्तकें उपलब्ध कोर्स शुरू होने के पहले ही करवाने , कोटा में यूनानी महाविद्यालय खोले जाने ,, मुस्लिम हॉस्टल के लिए पृथक से ज़मीन आवंटित कर , निर्माण करने ,, , मुस्लिम होस्टल संचालित करने की अनुमति देने , ,बॉडी बिल्डिंग को स्पोर्ट कोटा में शामिल कर, इसमें प्रदेश , राष्ट्रीय स्तर पर , बॉडी बिल्डर खिलाड़ियों को , खेलकूद कोटे में योग्यता के अनुरूप सरकारी नौकरी में आरक्षण वरीयता देने , की ज़बरदस्त मांग उठाई , क़ाज़ी जुबेर अहमद यहीं नहीं रुके , ,उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष डिमांड चार्टर पढ़ते हुए कहा , अधरशिला कोटा एक ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है , वहां देश भर से पर्यटक आते हैं , ऐसे में अधरशिला के यहां जो गंदी तलाई है , उसका गंदा नए का पानी साफ़ कर , जीर्णोद्धार किये जाने , गरीब , यतीम बच्चों के लिए , ,पुअर हाउस ,, यतीम खाने के लिए भूखंड आवंटित कर, यतीम खाना बनवाया जाये , जिसका संचालन , बैतूल माल को दिए जाने , ,कैलाशपुरी मदरसे की भूमि , नगर विकास न्यास से मदरसे के नाम आवंटित करवाए जाने , ,शॉपिंग सेंटर ईदगाह में हाल ही में नगर विकास न्यास ने जनहित में वक़्फ़ की ज़मीन पर सड़क बनाई गई है , उस वक़्फ़ की ज़मीन के बदले , लेंड फॉर लेंड ,, दूसरी जगह ज़मीन दिलवाई जाने ,, की मांग उठाई गई , क़ाज़ी जुबेर अहमद ने , अपना डिमांड चार्टर जारी रखते हुए कहा ,, के क़ब्रिस्तान मेडिकल कॉलेज ग्राम गणेश पूरा के सामने स्थित पचास बीघा का वक़्फ़ क़ब्रिस्तान , बाबा शमशेर अली घटोतकच्छ चौराहा ग्राम रंगबाड़ी कोटा स्थित 9 बीघा क़ब्रिस्तान ,,क़ब्रिस्तान अस्सी फुट बाईपास रेलवे लाइन ग्राम रामचंद्रपुरा , मस्जिद भूमि बेसिक मॉडल स्कूल रामतलाई , ग्राम रामपुरा , क़ब्रिस्तान कोटा जंक्शन माचिस फैक्ट्री ,क़ब्रिस्तान रंडियांन गुमानपुरा , अधरशिला तलाई , तबारी , क़ब्रिस्तान आरामपुरा ,, क़ब्रिस्तान बीबी हज्जो ग्राम किशोरपुरा , क़ब्रिस्तान ग्राम भदाना सहित सभी वक़्फ़ सम्पत्तियों को , राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज किये जाएँ , जिन वक़्फ़ सम्पत्तियों पर सरकारी गैर सरकारी अतिक्रमण है , उन अतिक्रमण को सर्वे करवाकर , तुरंत हटवाने की मांग भी उठाई , ,अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति , कोचिंग पुनर्भरण मामले में भी बजट बढ़ाने की मांग उठाई , जबकि , राजस्थान में अब तक , जबकि 200 विधानसभा में से कांग्रेस 16 टिकिट ही देती है , उसे बढ़ाकर, 25 टिकिट करने , सियासी प्रतिनिधित्व देने , अल्पसंख्यक कल्याण कमेटियों का गठन करने , राजस्थान लोक सेवा आयोग में मुस्लिम सदस्य नियुक्त करने , आई ऐ एस प्रमोशन ,, बेहतर नियुक्तियों में , मुस्लिम क़ाबिल अधिकारीयों को , उनकी क़ाबलियत के अनुरूप पोस्टिंग देने ,, नॉन आर ऐ एस प्रमोशन में भी क़ाबलिलित के आधार पर , प्रमोशन देने की मांग उठाई , यक़ीनन , कोटा शहर क़ाज़ी को , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के यहां से बुलावा था वोह पूरी तय्यारी से थे लेकिन अफवाहों का दौर कोटा में गर्म हो गया , इसे ले गए , उसे नहीं ले गए ,छत्तीस क़ौमों में , टोपियों की अफवाह , फिर इसे आई ऐ एस बनवाना है , इसे डाइरेक्टर ऐ पी आर आई बनवाना है , वगेरा वगेरा , ,लेकिन जब मुख्यमंत्री भवन जयपुर में , क़ाज़ी ऐ शहर कोटा ने , कोटा के मुसलमानों का दर्द , उनका डिमांड चार्टर रखा तो सभी भौचक्के थे , कोई विडिओ बनाने की कोशिश करे , तो सिक्योरिटी उन्हें रोक दे, फोटो खेंचने से रोकते रहे , लेकिन , डिमांड चार्टर पूरा होते ही , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने , दरिया दिली दिखाई, अपने पास ही एक कुर्सी मंगवा कर लगवाई , जुबेर अहमद , क़ाज़ी ऐ शहर कोटा को , बुलाकर पास बिठाया ,एक एक कागज़ पर खुद टिप्पणियां लिखी , अपनी निजी डायरी में लिखा ,और फिर मुस्कुरा कर कहा , आप मांगते मांगते तक जाओगे , में देता देता नहीं थकूंगा ,, मुख्यमंत्री भवन में कोटा के सुकेत , रामगंजमंडी , सांगोद , झालावाड़ सहित कई जगह के प्रतिनिधि थे ,, क़ाज़ी जुबेर अहमद के बाद , रामगंजमंडी मुस्लिम प्रतिनिधित्व की तरफ से , कोटा दक्षिण उपमहापौर पवन मीणा ने , क़ाज़ी जुबेर अहमद द्वारा दिए गए डिमांड चार्टर का समर्थन किया ,, , जबकि रामगंजमंडी के प्रतिनिधित्व और वहां के सियासी हालातों के बारे में मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत को अवगत कराया ,,,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339
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