पीड़ित बेटे , बेटियों के मददगार , विमल जैन की छवि कोटा में चाचा नेहरू जैसी बन गई है , यारों के यार कहे जाने वाले ,भाई विमल जैन , रोज़ मर्रा अपनी जेब खर्च से ही , ,आम लोगों की ज़रूरतों को बंद मुट्ठी कर पूरा करते है , मदद करते है , उनके साथ हुई प्रताड़ना को लेकर संघर्ष करते है , ऐसे भाई विमल को सेल्यूट सलाम ,,
क़स्बा ,, ज़िला ,, राज्य स्तर पर , समाजसेवा क्षेत्र , लावारिस बच्चों ,, प्रताड़ित बच्चों को , इन्साफ दिलाने के मामले में , बेहिसाब रिकॉर्ड क़ायम करने वाले भाई विमल जैन , यक़ीनन हर वर्ग , हर क्षेत्र में समाज सेवा की एक प्रेरणा है , ज़रूरत ,है ,,, जी हाँ दोस्तों में बात कर रहा हूँ ,, कोटा ज़िले में रोटरी क्लब ,, बघेरवाल समाज , सहित समाज सेवी संस्थाओं से जुड़कर , निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने , भूखों को खाना, ज़रूरतमन्दों को , कपड़ा ,, स्कूल फीस , देकर लोगों की , मदद करने वाले बाल कल्याण समिति के सदस्य रहे , विमल जैन की , ,जिन्होंने बाल कल्याण समिति के सदस्य के रूप में , भी अनाथ आश्रमों पर औचक निरीक्षण कर , ज़रूरत मंद , बच्चों को , इंसाफ दिलाया है , जबकि प्रताड़ित बच्चों को , उनके माता , पिता ,की प्रताड़नाएं ,,, पड़ोसी , आपराधिक तत्वों से , मुक्त करवा ,कर उन्हें आश्रय दिलवाया है , उनकी शिक्षा , सुरक्षा का इंतिज़ाम करवाया है , , मरीज़ों के लिए , चिकित्सा परामर्श शिविर , जांच ,शिविर , मुफ्त वितरण शिविर लगाए है , जबकि , आँखों के ऑपरेशन के केम्प लगवाकर, कई ऑपरेशन करवाए है ,, , एक जेन विमल चंद जैन , जो समाजसेवक भी हैं ,, कोटा के उपेक्षित बच्चों के लिए एक संघर्ष , एक न्याय के पर्यायवाची हैं ,, वोह विमल चंद जैन , रोटेरियन भी हैं ,, तो हर वर्ग , हर समाज के साथ , उनके सहयोगी , मददगार के रूप में जुड़कर ,उनके दिलों की धड़कन भी हैं ,,,, जी हाँ दोस्तों में बात कर रहा हूँ ,कनवास क्षेत्र में पले बढे ,, गुदड़ी के लाल भाई विमल चंद जैन की ,, जो आज प्रमुख व्यवसायी है ,, कई दर्जनों संस्थाओं से जुड़कर , मुख्य समाजसेवक है , एक किसान है , एक गाँव की उम्मीद हैं ,, तो तलवंडी विकास समिति के मुखिया हैं ,, कोटा बालकल्याण समिति के लगातार सदस्य रहे है ,,, विमल चंद जैन ,, ग्रामीण क्षेत्र से जुड़कर , एक तरफ , ग्रामीण सियासत में जनसेवक बने ,, वोह सांगोद जिलापरिषद के निर्वाचित सदस्य रहकर , वहां के किसानों के बीज , खाद ,, सिंचाई ,,बिजली , सहित सभी तरह की समस्याएं उठाते रहे ,, विमल चंद जैन रोटरी क्लब से जुड़कर , रोटरी क्लब के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहे ,, इन्होने रक्तदान का प्रचार प्रसार खुलकर किया , खुद ने भी 68 बार से भी ज़्यादा रक्तदान किया ,, विमल चंद जैन ,, ग्रामीण क्षेत्र हों , कच्ची बस्तियां हों सभी स्थानों पर , रक्तदान शिविर , चिकित्सा शिविर ,,लगाकर कई मरीज़ों की मदद की है ,, आज भी वोह चिकित्सा सेवा , निरक्षरों के लिए साक्षरता सेवा , और अन्याय से पीड़ित लोगों को इंसाफ दिलाने के संघर्ष सेवा से जुड़े हैं ,,, विमल चंद जैन , पिछले कई सालों से ,, कोटा बाल कल्याण समिति के सदस्य हैं ,, वोह उपेक्षित बच्चों के लिए मसीहा साबित हुए है ,, बाल मज़दूरी हों , बालकों का शोषण हो ,, बालकों के खिलाफ अपराध हों , उनकी उपेक्षा हो ,, वोह क़तई बर्दाश्त नहीं करते ,, हर हाल में वोह , उनकी जानकारी में आने के बाद हर पीड़ित बच्चे की मदद करना , उसे इंसाफ दिलाना अपना धर्म संमझते है , यही वजह है ,के पिछले कई सालों से ,, विमलचंद जैन , बालकल्याण समिति के सर्वाधिक सक्रिय ,कर्तव्यनिष्ठ न्यायिक सदस्य के रूप में अपनी पहचान बना चुके है ,, विमल चंद जैन , अपना कारोबार छोड़कर ,, नियमित रूप से ,, एक , कर्तव्यनिष्ठ राजकीय कर्मचारी की तरह , नांता स्थित , बालकल्याण समिति कार्यालय में जाते रहे है ,, पीड़ित बच्चों की सुनवाई करते , हैं , अपने अनुभवों के आधार पर , दूसरे सदस्यों के साथ सामंजस्य बिठाकर ,, नियमानुसार , बोर्ड विधि नियमों के तहत ,,,बहुमत के आधार पर ,, ऐसे उपेक्षित बच्चों को कैसे न्याय मिले उसके प्रयास करते हैं ,, वैश्य महासभा हो ,,, जेन समाज हो ,, तलवंडी विकास समिति हो ,, दर्जनों समाज सेवा समितियां हों ,, रोटरी क्लब के कार्यक्रम हों ,, रोटेरियन के रूप में ,, आम लोगों तक मदद पहुंचाने वाले वॉलंटियर हों ,, विमल चंद जैन ,, हर फन में माहिर नज़र आते है , वोह थकते नहीं , वोह सिर्फ , सिर्फ , उपेक्षित बच्चों को त्वरति , इंसाफ दिलाने के प्रयासों में जुटे रहते हैं ,, उन्हें , कोटा के सभी उपेक्षित बच्चों को तुरतं न्याय मिले , इसके प्रयास सार्थक हों , इसका उन्हें जूनून सवार हैं , अनेकों बार , उनके इस जुनुन के चलते ,, वोह कई बार इन कामकाजों में अड़ंगेबाज़ों से ,, खुल कर टकराते हैं , वोह निर्भीक होकर ,बाल कल्याण , साक्षरता , इंसाफ की लड़ाई लड़ते हैं ,संघर्ष करते हैं ,, वोह कहते हैं ,, इबादत खूब कर ली , खूब कर ली पूजा ,, पढ़ चुके नमाज़ें , कह चुके वाहे गुरु ,सत्सिरी अकाल ,, यह सब जारी रहे ,,, लेकिन चलो उठो ,रोज़ एक रोते हुए बच्चे को , हंसाया भी जाए ,, उसके आंसुओं को पोंछ कर उसके चेहरे पर मुस्कुराहट भी लायी जाये ,,, बहुमुखी प्रतिभा के धनी ,, भाई विमल चंद जैन ,, लिखने के भी शौक़ीन हैं , पत्रकार भी है , , पढ़ने के भी शौक़ीन है , लेकिन जुनुन सिर्फ खिदमत ऐ ख़ल्क़ का ,, जुनुन सिर्फ , ,बच्चों की सेवा ,उनके इन्साफ के लिए संघर्ष करने का हैं , यही वजह है ,,, के एक तरफ , विमल चंद जैन , जहाँ बच्चों पर ज़ुल्म करने वालों के खिलाफ कई बार दीवार बनकर खड़े हुए है तो कई बार उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए वोह उनके अपनों से टकरा गए है ,, विमलचंद जैन ,,कोटा ही नहीं ,राज्य स्तरीय कई समाजसेवी संस्थाओं से ,सम्मान प्राप्त कर चुके है , वोह रोटेरीयन सम्मान भी ले चुके है ,, रोज़मर्रा किसी न किसी संस्था द्वारा उनका सम्मान होता है , लेकिन उन्हें सुकून जब मिलता है ,जब वोह रोज़ किसी प्रताड़ित , किसी पडित बच्चे के आँसू पोंछकर उसे इंसाफ दिलवा देते हैं ,, ,विमलचंद जैन को उनके इस जूनून ,इस समाजसेवा ,, इस संघर्ष सेवा का सम्म्माना करते हुए ,, जिला प्रशासन ने उन्हें समाजसेवी सम्मान से भी नवाज़ा हैं ,, विमल जी यूँ ही जूनून में बच्चों के लिए संघर्ष करते रहे , और कोटा के बच्चों को इंसाफ मिलता रहे ,, उन्हें अल्लाह ,ईश्वर ,, श्रीमहावीरजी ,वाहेगुरु ,, उनके इस मंसूबे में ,उनके इस जुनुन में उन्हें कामयाब करे ,, वोह यूँ ही रोज़ बच्चों के आँसू पोंछकर , उनकी मुस्कान की वजह बनते रहे , बस यही दुआ है , यहीं उम्मीद है , इसी आशा के साथ दीवानगी की हद तक ,,बालक सेवादार , भाई विमलचंद जैन को बधाई , सेल्यूट ,,, अख्तर खान अकेला कोटा
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 जून 2023
पीड़ित बेटे , बेटियों के मददगार , विमल जैन की छवि कोटा में चाचा नेहरू जैसी बन गई है , यारों के यार कहे जाने वाले ,भाई विमल जैन , रोज़ मर्रा अपनी जेब खर्च से ही , ,आम लोगों की ज़रूरतों को बंद मुट्ठी कर पूरा करते है , मदद करते है , उनके साथ हुई प्रताड़ना को लेकर संघर्ष करते है , ऐसे भाई विमल को सेल्यूट सलाम ,,
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