रामगंजमंडी का 38वां नैत्रदान सम्पन्न
आज
सुबह रामगंजमंडी निवासी श्रीमति मनोरमा जैन के आकस्मिक निधन के उपरांत,
उनके बेटे कमलेश, कामेश, करुणेश, बेटियों कुसुम और कोकिला के सहयोग से
नेत्रदान के कार्य के लिए सहमति मिली ।
शाइन
इंडिया के ज्योति मित्र मोनू माहेश्वरी के व्यापारिक मित्र कमलेश की
माताजी मनोरमा के निधन की सूचना,जैसे ही उन्हें मिली,उन्होंने और देंवेंद्र
सरवाडिया ने तुरंत ही परिवार के सदस्यों को माता जी के नेत्रदान करवाने के
लिए राजी किया।
मोनू
माहेश्वरी की सूचना पर शहर संयोजक संजय विजावत ने कोटा स्थित शाइन इंडिया
फाउंडेशन को नेत्रदान लेने आने के लिए संपर्क किया,जिसके उपरांत कोटा से
ईबीसआर-बीबीजे चेप्टर के कॉर्डिनेटर डॉ कुलवंत गौड़ और टेक्नीशियन उत्कर्ष
मिश्रा नेत्रदान लेने के लिए कोटा से रवाना हुई,जिसके उपरांत सुबह 11:00
बजे नेत्रदान की प्रक्रिया मनोरमा जी के निवास स्थान पर संपन्न हुई ।
शहर
संयोजक संजय विजावत ने बताया कि,रामगंजमंडी में यह 38 वां नेत्रदान है ,अब
शहर में इतनी जागरूकता आ गई है कि,जब भी कहीं से शोक का समाचार प्राप्त
होता है, तो सिर्फ एक बार समझाइश से ही परिजन दिवंगत के नेत्रदान करवाने के
लिए राजी हो जाते हैं ।
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