ज्योति मित्रों के सहयोग से प्रतिदिन हो रहे नैत्रदान
2. 2 घंटो में 3 पुण्यात्माओं के नैत्रदान सम्पन्न
कोटा
संभाग में शाइन इंडिया फाउंडेशन के नेत्रदान अंगदान और देहदान के क्षेत्र
में अनवरत कार्य करने से अब प्रतिदिन न्यूनतम एक नेत्रदान तो संस्था के
सहयोग से प्राप्त हो रहा है ।
ज्योति
मित्रों के सहयोग से आज इंडिया फाउंडेशन के माध्यम से तीन पुण्य आत्माओं
के नेत्रदान संपन्न हुए तीनों केस में दिवंगत पुण्यात्मा के परिजनों ने
मृत्यु होने के आधे घंटे में ही नेत्रदान के लिए संपर्क कर लिया । इस तरह
की जागरूकता यह बताती है कि,शहर में अब नेत्रदान के प्रति लोग जागरूक हो
रहे हैं ।
आज सुबह 4:00
बजे,वल्लभ-बाड़ी निवासी श्री धीरेंद्र मेहता (49 वर्ष) का हृदयाघात से
आकस्मिक निधन हुआ, जिसके उपरांत उनके भाई पुष्पेंद्र और नवीन मेहता ने भाभी
प्रियदर्शना से सहमति लेकर नेत्रदान के लिए शाइन इंडिया फाउंडेशन को
संपर्क किया,जिसके उपरांत सुबह जल्दी ही नेत्रदान की प्रक्रिया निवास स्थान
पर संपन्न हुई।
इसी
नेत्रदान के दौरान ही संस्था के ज्योति मित्र लेखराज जारवाल,के समधी श्री
जगदीश मरमट (45 वर्ष) (ग्राम लाडपुर,कैथून निवासी) के आकस्मिक निधन की
सूचना भी प्राप्त हुई, लेखराज और उनके भाई लक्ष्मीनारायण ने परिवार के सभी
सदस्यों को नेत्रदान के लिए समझाया, पूर्व में भी लेखराज जी ने अपने पिताजी
श्री हरीवल्लभ जी का नेत्रदान बड़ी विकट परिस्थिति में कराया था,बेटे की
शादी का लगन जिस समय आने वाला था,उसी समय पिताजी का देहांत हो जाने पर भी
नेत्रदान की प्रक्रिया संपन्न हुई थी । समधी जगदीश के बेटे मोहित,बेटी
अंजलि की सहमति मिलने के उपरांत कोटा से टीम लाडपुर पहुंची,और 300 से अधिक
लोगों के बीच में नेत्रदान की प्रक्रिया संपन्न हुई ।
कोटा
पहुंचते ही,शक्तिनगर निवासी ,संस्था के ज्योति मित्र प्रद्युम्न और अभय
पाटनी की माताजी श्रीमति रेन मंजूषा पाटनी का आकस्मिक निधन हुआ पाटनी
परिवार पहले से ही नेत्रदान के प्रति काफी जागरूक है । उन्होंने तुरंत ही
माताजी के नेत्रदान कराने के लिए संस्था के सदस्यों को संपर्क किया और आधे
घंटे में ही नेत्रदान की प्रक्रिया निवास स्थान पर संपन्न हुई ।
इस
तरह से आज ही संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से 2 घंटे में 3
नेत्रदान शहर से प्राप्त हुए । ज्ञात हो कि कोटा संभाग से पिछले 6 दिनों से
लगातार नेत्रदान प्राप्त हो रहे हैं ।
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