सूरए क़ुरइश
सूरए कुरइश मक्का या मदीना में नाजि़ल हुआ और इसकी चार (4) आयतें हैं
ख़ुदा के नाम से (शुरू करता हूँ) जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है
चूँकि क़ुरइश को जाड़े और गर्मी के सफ़र से मानूस कर दिया है (1)
तो उनको मानूस कर देने की वजह से (2)
इस घर (काबा) के मालिक की इबादत करनी चाहिए (3)
जिसने उनको भूख में खाना दिया और उनको खौफ़ से अमन अता किया (4)
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
20 अप्रैल 2023
चूँकि क़ुरइश को जाड़े और गर्मी के सफ़र से मानूस कर दिया है
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