मां का नेत्रदान हो इसलिए अगले दिन किया अंतिम संस्कार
2. झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में कोटा से आयी टीम ने लिया नेत्रदान
झालावाड़
जिले के एसआरजी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में कल कोटा से आयी शाइन इंडिया
फाउंडेशन की टीम ने सर्जिकल यूनिट में चोमेला निवासी महिला सरोज जैन का
नेत्रदान प्राप्त किया ।
थोड़े
समय पहले घर पर ही गिर जाने के बाद वह अस्पताल में भर्ती थी परंतु शनिवार
को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ जाने से उनका निधन हो गया ।
शुरू
से धार्मिक विचारों, साधु सत्संग के सानिध्य में रहने वाली सरोज जी के
बेटे अरुण जैन और उनकी तीनों बेटियों सुनीता,प्रमिला और सीमा को दामाद मनोज
ने सासू माँ के नेत्रदान के लिए प्रेरित किया ।
सभी
की सहमति मिलने के उपरांत शाइन इंडिया फाउंडेशन के झालरापाटन
निवासी,ज्योति मित्र विजय मेहता के अनुरोध पर कोटा से डॉ कुलवंत गौड़ तुरंत
ही झालावाड़ के लिए रवाना हुए और उन्होंने मेडिकल कॉलेज में नेत्रदान की
प्रक्रिया को पूरा किया।
नेत्रदान
की सरल प्रक्रिया को देखकर स्वयं मनोज जी ने अपने बड़े भाई संजय कुमार जैन
के साथ निश्चय किया कि जल्दी ही वह चोमेला में नेत्रदान जागरूकता के लिए
शिविर लगवाने का प्रयास करेंगे ।
नेत्रदान
के उपरांत बेटे अरुण ने कहा कि नवरात्रि में माँ जी का दूर चले जाना, बहुत
दुखदायी पल है,परंतु हमें सुकून है कि नेत्रदान के माध्यम से हम फिर भी
उन्हें किन्हीं दो आंखों में जीवित रख पाएंगे । अरुण जी ने बताया कि
नेत्रदान करवाने की वजह से माँ के अंतिम संस्कार को भी अगले दिन किया गया।
यदि समय पर नेत्रदान की सुविधा झालावाड़ में ही मिल जाती,तो शायद अंतिम
संस्कार भी समय पर हो जाता ।
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