जीवनपर्यन्त शिक्षा दान,मरणोपरांत नेत्रदान सम्पन्न
2. भवानी मंडी का 82वां नेत्रदान संपन्न
मगन
भाई मार्केट,ज्ञान मंदिर के पास भवानीमंडी निवासी,राजकीय बिरला
महाविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर श्री कन्हैया लाल जैन (68 वर्ष) का कल
रात आकस्मिक निधन होने के उपरांत बेटे नकुल जैन ने नेत्रदान का पुनीत
कार्य संपन्न करवाया ।
संस्था
शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र विवेक लोधा और नरेंद्र जैन को जैसे
ही कन्हैया लाल जी के निधन की सूचना मिली,उन्होंने तुरंत ही परिवार के
सदस्यों से नेत्रदान के विषय पर चर्चा की जिसे सभी ने सहर्ष स्वीकार किया।
सरल,सौम्य,विनम्र,स्वभाव
कन्यालाल जी काफी समय तक शिक्षा क्षेत्र से जुड़े रहे और जिस समय उनकी
मृत्यु हुई ,उस समय भी वह जैन मंदिर भवानी मंडी में समाज की मीटिंग में भाग
ले रहे थे,कि वंही उन्हें हार्ट अटैक आया । उपस्थित साथी उन्हें नून
हॉस्पिटल लेकर गए,डॉ के द्वारा काफी प्रयास किये गए,लेकिन उन्हें नही बचाया
जा सका।
कन्हैया जी,जैन सोशल ग्रुप के फाउंडर मेंबर एवं अध्यक्ष एवं ग्रुप के अन्य रीजनल एवं राष्ट्रीय पदों पर रहे ।
नरेंद्र
जैन की सूचना पर ईबीएसआर के बीबीजी चैप्टर के डॉ कुलवन्त गौड़ कोटा से
रवाना हुए और निवास स्थान पर नैत्रदान की प्रक्रिया को सम्पन्न करवाया।
विवेक जैन,महावीर बाफना,रितेश गांग,हर्षित डड्ढा आदि का सहयोग रहा। यह भवानी मंडी शहर से प्राप्त 82 वां नेत्रदान है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)