और जब पैग़म्बर लोग एक मुअय्यन वक़्त पर जमा किए जाएँगे (11)
(फिर) भला इन (बातों) में किस दिन के लिए ताख़ीर की गयी है (12)
फ़ैसले के दिन के लिए (13)
और तुमको क्या मालूम की फ़ैसले का दिन क्या है (14)
उस दिन झुठलाने वालों की मिट्टी ख़राब है (15)
क्या हमने अगलों को हलाक नहीं किया (16)
फिर उनके पीछे पीछे पिछलों को भी चलता करेंगे (17)
हम गुनेहगारों के साथ ऐसा ही किया करते हैं (18)
उस दिन झुठलाने वालों की मिट्टी ख़राब है (19)
क्या हमने तुमको ज़लील पानी (मनी) से पैदा नहीं किया (20)
फिर हमने उसको एक मुअय्यन वक़्त तक (21)
एक महफूज़ मक़ाम (रहम) में रखा (22)
फिर (उसका) एक अन्दाज़ा मुक़र्रर किया तो हम कैसा अच्छा अन्दाज़ा मुक़र्रर करने वाले हैं (23)
उन दिन झुठलाने वालों की ख़राबी है (24)
क्या हमने ज़मीन को जि़न्दों और मुर्दों को समेटने वाली नहीं बनाया (25)
और उसमें ऊँचे ऊँचे अटल पहाड़ रख दिए (26)
और तुम लोगों को मीठा पानी पिलाया (27)
उस दिन झुठलाने वालों की ख़राबी है (28)
जिस चीज़ को तुम झुठलाया करते थे अब उसकी तरफ़ चलो (29)
(धुएँ के) साये की तरफ़ चलो जिसके तीन हिस्से हैं (30)
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
06 मार्च 2023
(फिर) भला इन (बातों) में किस दिन के लिए ताख़ीर की गयी है
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