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12 मार्च 2023

भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान , चाहे देश भर में रस्मन चल रहा हो

 

भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान , चाहे देश भर में रस्मन चल रहा हो , राजस्थान प्रदेश में इसकी धूम हो , प्रदेश और राष्ट्रिय पर्वेक्षक फोर्मलिटी कर रहे हों , लेकिन , राजस्थान प्रदेश के कोटा ज़िले में कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक केबिनेट मंत्री शांति कुमार धारीवाल , प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य अमित धारीवाल , इस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को अपने विधानसभा क्षेत्र में ऐतिहासिक रूप से , सफल बनाने में कामयाब हुए हैं , कहने को भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के हाईकमान ने भारत जोड़ो यात्रा के बाद हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत के निर्देश सभी पदाधिकारियों को ,देश भर में चलाने के दिए थे , छत्तीसगढ़ कांग्रेस अधिवेशन के साथ इसकी धुआंधार शुरुआत हुआ थी , हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की कांग्रेस विधान के अनुरूप , समाजसेवा , अपने लोगों के बीच पहुंचकर उनके दुःख दर्द जानकर , उनकी समस्याओं के समाधान के प्रयास करने की थी , ,लेकिन राजस्थान में हालात यह है , के यहां अधिकृत रूप से , किस बूथ , किस भाग संख्या का अधिकृत कांग्रेस का प्रतिनिधि किसे बनाया गया है , अभी तक कोई खुलासा नहीं है , प्रदेश कार्यकारिणी अभी नै गठित हुई नहीं ,, कोटा सहित , कई ज़िलों के जिला अध्यक्ष अभी तक नहीं बन पाए है , जबकि अकेले कोटा ज़िले में तीन जिला अध्यक्ष एक देहात कांग्रेस , दो कोटा उत्तर कोटा दक्षिण कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बनना है , ज़ाहिर है जिला कार्यकारिणी भी नहीं है , अल्पसंख्यक विभाग सहित , दूसरे कई विभागों को भंग करने के बाद , आज तक भी पुनर्गठित कर नई नियुक्तियां नहीं की गई है , रस्मन , कांग्रेस कार्यालयों , या फिर सर्किट हाउस में मीटिंग की फोर्मलिटियाँ अलबत्ता होती रही हैं , , कांग्रेस हाईकमान संगठन के ढांचे को भाग संख्या के बूथ प्रतिनिधियों को अधिकृत कर, घर घर कैसे पहुंचाये अभी तक तय नहीं कर पाये है , तो फिर जिला अध्यक्ष के बगैर कमान कैसे चलेगी , संगठन पर विधायक हारे हुए विधायक प्रत्याक्षी , भारी है , लेकिन जहाँ बसपा के दल बदल कर आये हैं , जहाँ निर्दलीयों को तरजीह दी गई है , जहाँ दूसरे गठबंधन वालों को तरजीह दी गई है , वहां तो , कांग्रेस के हारे हुए प्रत्याक्षी की भी स्थिति दयनीय है , ,खेर कांग्रेस महासमुंद्र हैं , इसका अपना बढ़ा संविधान है , इसके अपने सिद्धांत है , चाहे शराब पीने की अनुमति मिल गई हो , चाहे खादी पहनने की ,, शर्त हटा दी गई हो , लेकिन कांग्रेस के जनहित में संघर्ष करने , आसपास वाले आम लोगों के साथ जुड़कर , कांग्रेस का मज़बूत चेहरा बनाने की जो परवरिश है , उस पर तो लोगों को काम करना चाहिए , भाग संख्या के प्रतिनिधि नहीं ,होने से , कई जगह पर हम लगातार कमज़ोर से नज़र आ रहे हैं , सत्ता है , तो आँखों पर पट्टी बाँध कर हम ज़रूरतमंदों को , काम करवाने वाले , चमचे , चापलूसों की नज़र से इस भीड़ को अपने पक्ष में समझकर , भर्मित होकर समझलेते है , आल इज़ वेल हम थोक के वोटों से चुनाव जीत रहे हैं , ज़ाहिर है हम अपनों को , अपने वोटर्स को , वोटर्स के समाज को , इस भ्रम में , इस अहंकार , इस गलत फहमी में , नज़रअंदाज़ कर नाराज़ करते रहते हैं , हालत यह भी है , के संबंधित नेताओं को जब इसकी जानकारी होती है , वोह वजह जानकर , ऐसे लोगों की नाराज़गी दूर करने की सोचते भी हैं , तो आसपास , इर्द गिर्द , चमचे चापलूसों की फौज , जो जोंक की तरह चेंट कर कांग्रेस की दीमक बने है , वोह लोग , नेता जी को समझाते है , अरे साहब वोह तो कोढ़ी का इंसान है , दो लोग तो उसके साथ हैं नहीं , उसकी सुनता कौन हैं , समाज में उसकी अहमीयत ही किया है , क्यों उसे हम भोमसिंह बनाएं , क्यों उसके हम हाथ जोड़ें , कलफ का कुर्ता पायजामा पहनने से कोई नेता थोड़ी हो जाता है , वगेरा वगेरा जुमले नेता जी सुनते है , और वोह फिर , अपने अहंकार के साथ , कांग्रेस बर्बाद करो अभियान में जुट जाते है , नतीजा , चुनाव के दो माह पहले उनकी भीड़ छंटती है , उनसे मिलने जाने पर , धक्का मुक्की के शिकार होने वाले , पुलिस से धक्के खाने ,वाले लोगों की एक बगावत यूनयन बन जाती है , फिर ऐसे चमचों की बेवकूफी की बदौलत जो नाराज़गी का दौर चुनाव पूर्व चलता है , उसके लिए , नेता जी को , घर घर जाकर ढोक देकर गलत फहमियां दूर करने की ज़िलालत झेलना पढ़ती है , , लेकिन कोटा में खासकर कोटा उत्तर में , केबिनेट मंत्री शांति कुमार धारीवाल का माइक्रो मैनेजमेंट है , क्रॉस चेकिंग वाली व्यवस्था है , वोह अपने क्षेत्र के वोटर्स , कार्यकर्ता , आम जनता के लिए दिन रात सोचते हैं , उनसे अधिकतम सम्पर्क में रहते हैं , एक तरफ तो उन्होंने , कोटा के सौदंर्यकरण , विकास , सुख सुविधाओं के निर्माण को ,, कोटा में ही नहीं , राजस्थान में ही नहीं , भारत में ही नहीं , पूरे विश्व में सिरमौर कर दिया है , , कोटा के लिए गर्व की बात है , के कोटा में , केबिनेट मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने , विकास सोंदर्यकरण विज़न के चलते , हर वर्ग , हर समाज , हर धर्म , हर तबके से जुड़े लोगों के लिए कुछ नहीं , बहुत से बहुत ज़्यादा किया है , शांति कुमार धारीवाल का माइक्रो मैनेजमेन्ट कोटा उत्तर की हर भाग संख्या के कार्यर्कताओं के साथ बैठकें आयोजित कर, उनके क्षेत्र की निजी , और सार्वजनिक समस्याएं लगातार सुन रहे हैं , तत्काल समस्याओं का समाधान करवा रहे हैं , सुख दुःख के साथी बन रहे हैं ,, इस कार्यकाल में तो , उनके पुत्र अमित धारीवाल , सदस्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने , ,उनके जयपुर प्रवास के चलते , कोटा के कार्यकर्ताओं से लगातार सम्पर्क रखा नियमित रूप से , उनके कार्यक्रमों , उनके सुख , उनके दुःख में शामिल रहे , ज़रूरत पढ़ने पर मददगार रहे , घर घर जाकर दस्तक देते रहे , हर भाग संख्या के कार्यकर्ताओं से नियमित सम्पर्क रखा , यहां तक के नियमित , नौकरी की तरह , जनसमस्या सुनवाई का पृथक से कार्यालय खोलकर, दिन प्रतिदिन कार्यर्कताओं , आम जनता ,, पीड़ितों की समस्याएं सुनी , उनकी समस्याओं के समाधान तत्काल करने के प्रयास किये ,है अब खुद शांति कुमार धारीवाल , हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में सक्रिय ,है कोटा प्रवास ,पर रोज़ मर्रा अलग अलग भाग संख्याओं , वार्डों में , जो कोटा उत्तर से संबंधित हैं , वहां कार्यर्कताओं के साथ , जा रहे हैं , स्थानीय लोगों के सम्पर्क में है , उनके दुःख दर्द , रोज़ सुन रहे हैं , हाथ से हाथ जोड़कर , उनकी समस्याएं सुन रहे हैं , तत्काल समस्याओं का समाधान कर रहे हैं , अकेले शांति कुमार धारीवाल ऐसे नेता है , जो , उन्हें पत्र लिखने पर भी वोह तत्काल कार्यवाही करते हैं , स्वास्थ्य मजबूरी होने पर , मोबाइल से डॉक्टर्स के परहेज़ की हिदायत के बावजूद भी , शांति कुमार धारीवाल , उनके निजी सचिव को , संदेश देकर नॉट करवाने वालों ,से रोज़ मर्रा सीधे बात करते हैं , उनकी समस्याएं सुन कर ,वाजिब समस्याओं का समाधान तत्काल करते ,है ,कांग्रेस का यही तो विधान है , कांग्रेस का यही तो मूल उद्देश्य है , हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम तो एक जुमला है , लेकिन कांग्रेस की आत्मा , जो , हर नेता से , आम जनता के हर वर्ग , महिला , पुरुष सभी , के साथ उनके सुख दुःख में शामिल होकर, उनकी समस्याओं के समाधान के प्रयास का आदेश है , और कांग्रेस संविधान के इस निर्देश पालना ,में कोटा के केबिनेट मंत्री शांति कुमार धारीवाल , सो में से एक हज़ार नंबर के हक़दार हैं , यही वजह है के उनके माइक्रो मैनेजमेंट , हाथ से हाथ जोड़ो सक्रियता को , कांग्रेस के राष्ट्रिय महासचिव पूर्व राज्य सभा सदस्य , हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के संयोजक , रामचंद्र खूंटिया ,, ने कोटा प्रवास पर , खुले मन से शांति कुमार धारीवाल की प्रशंसा करते हुए इनके , इस मॉडल ,को देश भर में लागू करने पर ज़ोर दिया है , यक़ीनन शांति कुमार धारीवाल के नेतृत्व में , उन्हें राजस्थान का कांग्रेस का मुखिया बनाकर , अगर भविष्य के विधान सभा चुनाव राजस्थान में लड़वाए जाते हैं , तो , राजस्थान में जो विकास योजनाएं ,है जो आम जनता के लिए कल्याणकारी योजनाए हैं , उनका प्रचार प्रसार सकारात्मक तरीके से आम जनता तक पहुंच सकेगा , और जनता को विशवास , हो सकेगा , के कांग्रेस का हर ज़िले , हर कस्बे , हर वर्ग , के कल्याण , का विज़न है , सोंदर्यकरण , विकास का विज़न ,है ,, कार्यकर्ताओं , सहित , आम जनता के बीच पहुंचकर उनकी सुनवाई कर, उनके दुःख सुख का साथी बनकर, उनकी समस्याओं के समाधान का उनका कर्तव्य है , और अगर यह विश्वास आम वोटर्स में हो जाता है , तो भाजपा का कुप्रचार हो, चाहे कांग्रेस में जो भीतर घाती भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं , या फिर , कांग्रेस में रहकर भाजपा के निर्देशों के तहत आंतरिक रूप से , कांग्रेस के सो में से सो फीसदी वोटर्स को भड़का कर , उकसाकर , उनकी उपेक्षा कर,उनका विभाजन कर, कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की साज़िश रच रहे हैं , उन्हें नाकामयाब कर, कांग्रेस एक बार फिर , पूर्ण बहुमत से सत्ता में होगी ,, , अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

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