आपका-अख्तर खान

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06 फ़रवरी 2023

खुश रहने की कोई वजह नहीं,

 

खुश रहने की कोई वजह नहीं,
पर हंसते मुस्कराते फिर भी हैं लोग।
अपनो से मिले हैं अक्सर चोट,
पर रिश्ते निभाते हैं फिर भी हैं लोग।
बिखरे हैं राहों पर भी कांटे
पर चलते फिर भी हैं लोग।
उम्मीदों ने मारे हैं बहुत चांटे
पर आस लगाते फिर भी हैं लोग।
सभी को कर्मो का फल मिलता ही है
पर पाप करते फिर भी हैं लोग।

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