आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

24 फ़रवरी 2023

फिर यह हुआ ,, में ज़िंदा हूँ , इसका सुबूत ,, मुझे खुद , विडिओ कॉलिंग पे देना पढ़ा

 फिर यह हुआ ,, में ज़िंदा हूँ , इसका सुबूत ,, मुझे खुद , विडिओ कॉलिंग पे  देना पढ़ा , जी हाँ दोस्तों ,, पेंशन वालों को , सरकार को हर साल , जीवित होने का प्रमाण पत्र देना होता है , यह एक क़ानूनी मजबूरी हो सकती है , लेकिन , अचानक मेरे साथ खतरनाक हादसे की अफवाह के बाद , जब टोंक वगेरा से जब मेरे मोबाइल पर फोन आने लगे , तो आखिर में मुझे , खुद के तंदरुस्त होने , और ज़िंदा होने का सुबूत , विडिओ कॉलिंग पर देना ही पढ़ा ,, हुआ यूँ के मेरे दिल जान साथी आबिद अब्बासी एडवोकेट  की आकस्मिक मोत के हादसे से सभी सदमे में हैं , लेकिन कुछ पक्षकारान , जिनका हमसे कभी कभार वास्ता पढ़ा है ,  हम दोनों ,, आबिद अख्तर लॉयर्स एसोसिएट से जुड़े ,  हम लोगों को , नाम से पहचानने में भी कन्फ्यूज़ थे , कुछ लोग मुझे आबिद अब्बासी समझ लेते ,, तो आबिद अब्बासी को अख्तर खान समझ कर बात करते रहते , हम ने भी प्रतिकार नहीं किया , उनकी पैरवी , उनके सवालों का जवाब , उनका काम किया और छुट्टी कमोबेश इसी मुगालते में ,, किसी ,ने  वकील साहब आबिद अब्बासी के अचानक हादसे की खबर सुनी और उन्हें अख्तर समझ कर, टोंक से जुड़े किसी शख्स को , मेरे साथ हादसे होने की खबर बता दी , इत्तेफ़ाक़ था , एक फोन आया , तब में ,,, विज्ञाननगर स्थित , चेरिटेबल ट्रस्ट अस्पताल के उद्घाटन की तय्यारियों के जायज़ के लिए अस्पताल में ही था , फोन आया , तो किसी ने पूंछा कहाँ हो , मेने कह दिया अभी अस्पताल में हूँ , फिर बात करता हूँ , ,इसके पहले , मेरे ससुराल पक्ष के बार बार फोन आ रहे थे , जो में व्यस्त होने से काटता रहा , फिर अफवाह दुर्घटना और अस्पताल से जुड़कर बन गई , ,अचानक मेरे साले साहब के फोन को जब मेने अस्पताल से बाहर निकलने के बाद उठाया , तो उन्होंने कहा तुम ,, अख्तर भाई ही बोल रहे हो , ना  मेने कहा हाँ भाई हाँ , उन्होंने कहा अल्लाह का शुक्र , इस बीच में ,आठ दस मिस कॉल , में घबरा गया ,सबसे पहले घर पर श्रीमती जो को सुचना देने के लिए फोन मिलाया के वोह अफवाह में ना आएं में ठीक हूँ ,तो फोन  ऍंगेज , खेर मेने , बेटी को फोन किया , सही बात बताई , अफवाह के बारे में कोई भी फोन हो , तो यक़ीन नहीं करने , और मेरे ठीक होने का विश्वास दिलाया , ,तुरंत में घर के ऑफिस की तरफ लपका , लेकिन तब तक कई लोगों तक अफवाह पहुंच चुकी थी , सभी को , फोन किया , आखिर रिश्तेदारों ने , विडिओ कॉल करके , सब्र किया , अल्लाह का शुक्र अदा किया , ,दुआएं दीं , अल्लाह सभी को खुशियों के साथ , ज़िंदा सलामती के साथ , ख़ुशनूदगी , खुशहाली , सह्तयाबी , उम्रदराज़ी के साथ , कामयाबी के साथ ज़िंदा सलामत रखे , और हादसों के शिकार , अचानक चले जाने वालों के परिजनों को , सब्र अता फरमाए , ,उनकी भी हर ख्वाहिश पूरी फरमाए , ,अख्तर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...