राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत की जादूगरी वाले लोककल्याणकारी , बजट ,, के बाद भाजपा और भाजपा समर्थित फुलछाप कोंग्रेसियों की बोलती बंद हो गई है , भविष्य में कांग्रेस की बगावती तेवर को हवा देकर भाजपा के आगामी चुनावों में सत्ता हथियाने के ख्वाबों पर पानी फिर गया है , , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बेटी ,बेटों , नौजवानों , कर्मचारियों , संविदा कर्मियाँ , ठेके कर्मियों , अंशकालिक कर्मियों , निकाय , ऑटोनोमस बॉडी , कर्मचारियों , किसानों , व्यापरियों ,गृहणियों ,गरीबों , उद्योपतियों , व्यापारियों ,, ,, छोटे बढे किसानों , पर्यटकों ,, वकीलों ,, पत्रकारों लोक कलाकारों सहित हर वर्ग , हर समाज के लिए , संजीवनी साबित होगा , खेर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने , राजस्थान की जनता के लिए अपना धर्म निभाया ,, भाजपा के विधायकों ,सांसदों और नेताओं को , राजस्थान के विकास के धर्म खुले रूप से याद दिलाया है , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में सभी भाजपा के विधायक सदस्यों से कहा है के हिम्मत है तो राजस्थान के हक़ में, प्रधानमंत्री की दोसा यात्रा के दोरान उनसे जाकर कहो और राजस्थान की खुशहाली के लिए कम से कम ई आर सी पी को तो लागु करवाने की स्वीकृति प्राप्त कर लो , अगर केंद्र सरकार राजस्थान की खुशहाली के लिए इस ज़रूरी योजना के लिए , बजट स्वीकृत कर दे , तो राजस्थान के करोड़ों करोड़ रूपये ,, राजस्थान के गरीबों के विकास के लिए अतिरिक्त रूप से काम आ सकेंगे , लेकिन भाजपा तो राजस्थान और राजस्थान के लोकतंत्र ,, यहां की आम जनता की दुश्मन हो रही है , रोज़ी , रोटी , कपड़ा ,, मकान छोड़कर , हिन्दू , मुस्लिम करके चुनाव जीतने की स्टाइल पर ही , राजस्थान में भी , अपना भाग्य आज़माने की कोशिश में है , लेकिन यह महाराणा प्रताप का राजस्थान है , यहां जो जनता के हित की बात करेगा , वही राज करेगा , और वोह सिर्फ अशोक गहलोत , सिर्फ अशोक गहलोत ही खुद को साबित करने में कामयाब साबित हुए है , , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने , राजस्थान के वकीलों के लिए , पांच करोड़ रूपये कल्याण के लिए दिए है , लेकिन अगर भाजपा के नेता थोड़ी कोशिश करें विधानसभा में आवाज़ उठाये तो यह रक़म दुगुनी भी हो सकती है , लेकिन वोह बोलें तो सही ,, अशोक गहलोत हमेशा पत्रकारों के लिए कल्याणकारी गुरु साबित हुए है , इस बार भी उन्होंने पत्रकारों को , पूरी दिल फरियादी के साथ, हर सुविधा उपलब्ध कराई है , जबकि दो क़दम आगे बढ़कर , मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत ने , सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले , एक्टिविस्टों के लिए भी डेढ़ सो करोड़ का बजट देकर , कल्याणकारी घोषणाएं की है , भाजपा के विधायक अगर आवाज़ उठायें तो ,, सोशल मिडिया एक्टिविस्टों को भी पत्रकारों की तरह से सुविधा मिल सकती है , जबकि , अख़बारों में काम करने वाले नियमित पत्रकार जिनका अधिस्वीकरण नहीं है , लेकिन पूर्ण आजीविका पत्रकारिता पर ही निर्भर है , उन्हें भी , लेबटॉप सहित दूसरी सुविधाएं मिल सकती है , ,कोटा के विधायक अगर कोशिश करें तो , यहां मिनी सचिवालय की मंज़ूरी हो सकती है , रिवर फ्रंट सहित , पर्यटन को बढ़ाने के लिए और बजट मिल सकता है , लेकिन भाजपा के विधायक आवाज़ तो उठायें ,, मदरसा , ,वक़्फ़ ,, अल्पसंख्यक कल्याण के लिए अगर नो रत्न विधायक कुछ आवाज़ ,, विधानसभा में उठा लें , तो उसमे भी काफी , संशोधन होकर कल्याणकारी व्यवस्थाएं हो सकती है , मंदिरों के पुजारियों , और मदरसों के पैराटीचर्स , वेद विद्यालयों , मुजाविरों , इमामों के लिए भी उनके जीवन यापन , बच्चों की पढ़ाई की छात्रवृत्ति सहित कई सुविधाएँ विशेष रूप से मिल सकती हैं , लेकिन भाजपा के विधायक ज़रा विज़न तो बनाये , ज़रा हिन्दू मुस्लिम से अलग हठ कर रोज़ी , रोटी , कपड़ा , मकान की सोच तो बनाएं , , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दरियादिली , तुम मांगते मांगते थक जाओगे , में देते देते नहीं थकूंगा , इस को आज़माएँ तो सही , , अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
11 फ़रवरी 2023
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत की जादूगरी वाले लोककल्याणकारी , बजट ,, के बाद भाजपा और भाजपा समर्थित फुलछाप कोंग्रेसियों की बोलती बंद हो गई है , भविष्य में कांग्रेस की बगावती तेवर को हवा देकर भाजपा के आगामी चुनावों में सत्ता हथियाने के ख्वाबों पर पानी फिर गया है ,
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