नेत्रदान प्रक्रिया से प्रेरित होकर बेटी ने कराया पिता का नेत्रदान
2. बेटे बेटी ने,पिता के नैत्रदान के लिये कोटा से बुलायी टीम
बाराँ शहर में पिछले एक सप्ताह में यह दूसरा नेत्रदान शाइन इंडिया फाउंडेशन और भारत विकास परिषद के सहयोग से संपन्न हुआ ।
आज
सुबह ,आदर्श कॉलोनी,कोटा रोड,बाराँ निवासी श्री राम गोपाल माहेश्वरी (73
वर्ष) का देवलोक गमन हो गया । एक वर्ष पूर्व राम गोपाल जी के करीबी
रिश्तेदार माणक चंद सोमानी जी के निधन के उपरांत उनकी बहू मीना महेश्वरी ने
सोमानी जी के नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न कराया था ।
उस
समय राम गोपाल जी की बेटी मनोरमा और दामाद नवीन ने नेत्रदान की पूरी
प्रक्रिया को अपने सामने होते देखा था, तभी से परिवार के सदस्यों ने यह
प्रण कर लिया था कि, जब भी कभी ऐसी शोक की स्थिति घर परिवार या रिश्तेदारों
में आती है तो, प्रयास किया जाएगा कि,देवलोकगामी के नेत्रदान का पुनीत
कार्य संपन्न हो ।
आज जब
राम गोपाल जी का निधन हुआ तो नैत्रदान प्रक्रिया के लिये राम गोपाल जी की
पत्नि विमला देवी,बेटे सत्यनारायण (कालू),कमलेश,बहुएं पूजा-सवीता,बेटियाँ
मनोरमा,सावित्री, दामाद नवीन,योगेश की सहमति प्राप्त हुई ।
बेटी
मनोरमा ने मीना को पिताजी के नेत्रदान करवाने के लिए संपर्क किया, मीना के
अनुरोध पर कोटा से शाइन इंडिया फाउंडेशन एवं बीबीजे चैप्टर के
को-ऑर्डिनेटर डॉ कुलवंत गौड़,और उत्कर्ष मिश्रा नेत्रदान के लिए बाराँ रवाना
हो गये । डॉ गौड़ ,ने 1 घंटे में निवास स्थान पर पहुंचकर परिवार के सभी
सदस्यों के बीच में नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया ।
नेत्रदान
की प्रक्रिया को माहेश्वरी समाज के सदस्य गिर्राज माहेश्वरी,नवीन
माहेश्वरी,धीरज हल्दिया,बृजेश जोशी ने अपने सामने होते हुए देखा,सभी ने इस
बात पर सहमति दी कि,बाराँ में नेत्रदान के अभियान को गति देने के लिए पूरा
प्रयास किया जाएगा,युवाओं को इस कार्य की जिम्मेदारी देकर शहर के सभी
छोटे-बड़े मोहल्लों में प्रचार प्रसार किया जाएगा ।
ज्ञात
हो कि परिषद और संस्था के सहयोग से अभी तक 9 नेत्रदान प्राप्त हुए हैं,
इसी सप्ताह में यह शहर से दूसरा नेत्रदान है,अभी रविवार को ही पंजाबी
कॉलोनी बाराँ निवासी वासुदेव खत्री का नेत्रदान परिवार के सहयोग से संपन्न
हुआ था ।
माहेश्वरी महिला
मंडल सचिव मीना माहेश्वरी ने भी आश्वासन दिया है कि, शीघ्र ही बाराँ शहर
में नेत्रदान जागरूकता के शिविरों एवं विद्यालय-कॉलेजों में नैत्रदान
जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा । नेत्रदान के कार्य में महिलाओं
की भूमिका काफी ज्यादा सकारात्मक हो सकती है ।
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