एक सादगी , एक गांधीवाद विचारक , रोज़मर्रा अपने गुमानपुरा कोटा कार्यालय में , हर शख्स के दुःख दर्द में मददगार बनकर हमेशा उपलब्ध रहने वाले भाई पंकज मेहता को , ,राजस्थान खादी ग्रामोद्योग में उपाध्यक्ष पद पर मनोनीत करने पर , बधाई , मुबारकबाद , माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत साहब का आभार , ,, पंकज मेहता यूँ तो , रोज़ मर्रा अपने कार्यालय में , अतिथि सत्कार के साथ , हर शिकायत लेकर आने वाले की सुनवाई करते रहे है , वोह रोज़ मर्रा सो से ज़्यादा लोगों के ज़रूरी कामकाज में मददगार बनते है , आगंतुक को पहले ठंडा पानी , फिर तसल्ली से कुर्सी पर बिठाकर उसकी सुनवाई , उसकी समस्या के निस्तारण के लिए बातचीत के पहले , उसके लिए , चाय की चुस्की का स्वाद ज़रूरी होता है , यही पहचान पंकज मेहता को उनके अपने लोगों में लोकप्रिय बनाती रही है , जबकि अनजान लोगों से बिना यह पूंछे तुम किस धर्म के हो , किस गट के हो , किस पार्टी के हो, उनके काम करने के प्रयास की उनकी शैली यक़ीनन हर शख्स को पसदं आती है ,, भाई पंकज मेहता को बधाई ,,,
राजस्थान कांग्रेस में अपनी सक्रियता ,,मृदुल व्यवहार ,,हंसमुख स्वभाव ,,गाँधीवादी छवि से कांग्रेस पार्टी में ,जान फूंकने के प्रयासों में जुटे भाई पंकज मेहता,, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में सदस्य ,, प्रदेश कांग्रेस कमेटी में पूर्व महासचिव और कुशल वक्ता ,प्रवक्ता के रूप में भाजपा की नीतियों के खिलाफ लगातार मुंह तोड़ जवाब देते रहे ,है ,,,पंकज मेहता झालावाड़ ज़िले के प्रभारी रहे है उनके प्रबंधन में राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा सिंधिया के गढ में नगर निकाय चुनाव में भाजपा को करारी हार देकर पंकज मेहता के प्रबंधन में वहां कांग्रेस का नगर निगम चेयरमेन बनाकर उन्होंने सभी को चौंका दिया था ,,,भाई पंकज मेहता कोटा संभाग की कांग्रेस एक जुट सक्रिय करने की भूमिका ,,बखूबी निभा रहे है ,,,जी हाँ दोस्तों पंकज मेहता जिन्हे लोग प्यार से धरती पुत्र कहते है क्योंकि यह कभी आसमान पर नहीं देखते ,,कभी आसमान पर नहीं थूकते ,,,सिर्फ ज़मीन पर चलते है ,,ज़मीनी हक़ीक़त समझते है ,,ज़मीनी कार्यकर्ताओं को कीड़े मकोड़े नहीं बल्कि अपना दोस्त समझते है ,, हर व्यक्ति का फोन अटेंड करते है , समस्या सुनते है , समाधान का प्रयास करते हैं ,,इसीलिए पंकज मेहता की छवि यारो के यार की बनी है ,,कोटा संभाग की कांग्रेस में चाहे कितने भी गुट हो लेकिन पंकज मेहता निर्गुट होकर सभी को साथ लेकर संगठन की छवि सुधारने के सफलतम प्रयासों में जुटे है ,,,,,किसी की खुशियां हो ,,किसी का गम हो ,,सभी में यह शामिल रहते है ,,बाहर से आने वाले कोंग्रेसी पदाधिकारी इनकी महमान नवाज़िश के शुक्रगुज़ार रहते है ,,,कोई भी बाहर से आने वाला कोंग्रेसी पदाधिकारी इनकी जानकारी में आने के बाद इनकी महमान नवाज़िश का लुत्फ़ ज़रूर लेता है ,,,,,पंकज मेहता सहज ,,सरल ,,,सभी से जुड़ाव रखने वाले सादा जीवन उच्च विचार रखकर कोटा कंग्रेस के सभी गुटों में आलू की तरह शामिल होकर संगठन का मज़बूती से काम कर रहे है ,,पंकज मेहता को कोटा दक्षिण से टिकिट मिला विकट परिस्थितियों भीतरघात के चलते चुनाव हारे ,,लेकिन इसकी शिकन उनके चेहरे पर नहीं चुनाव में हार जीत चलती है ,,कहावत है गिरते वही जो शाह सवार है , वोह तिफ़्ल क्या गिरेंगे जो घुटनों के बल चला करते है ,,ऊँची सोच ऊँची उड़ान ,,,पंकज मेहता की है ,,,राजकीय महाविद्यालय कॉमर्स कॉलेज से ही छात्र राजनीति से जुड़े पंकज मेहता मुखर वक्ता रहे है और इसीलिए छात्र कांग्रेस ,,युवक कांग्रेस ,,,रोडवेज डाइरेक्टर ,,जिला कांग्रेस अध्यक्ष ,,प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ,,प्रदेश महासचिव , सदस्य राष्ट्रीय कार्य समिति , प्रभारी गांधी दर्शन समीति , पद के सभी अनुभवों के साथ इन्होने अपना कर्तवय ज़िम्मेदारी से निभाया है ,,,,,पंकज मेहता रोज़ अपने मित्रों और ज़रूरत मन्दो से मिलते है इनका रामपुरा स्थित ऐतिहासिक निवास ,,,गुमानपुरा वल्ल्भनगर का कार्यालय ज़रूरत मन्दो के लिए हमेशा खुला हुआ है ,,इनके सम्पर्क में कोई भी पीड़ित आये तो वोह निराश नहीं लोटता उसे न्याय ज़रूर मिलता है , पहले अतिथि सत्कार फिर समस्या की सुनवाई समाधान इनकी कार्यशैली है , ,सत्ता हो या विपक्ष ,इनकी एक ही चाल ,,यारो की यारी वाली ही रहती है कोई घमंड कोई गुरुर नहीं ,,,सबसे अपनापन ,,कोटा संभाग सहित राजस्थान के सभी प्रशासनिक अधिकारी इनकी सहजता और सरलता के क़ायल है और इसीलिए सत्ता हो या ना हो पंकज मेहता की वाजिब बात इन अधिकारीयों को मानना पढ़ती है ,,पंकज मेहता विपक्षी पार्टियों से भी सिर्फ और सिर्फ चुनावी विरोध रखते है वरना विपक्षी पार्टियों से भी इनके भाईचारा और सद्भाविक व्यवहार के लोग क़ायल है ,,,,राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस में सक्रिय पंकज मेहता का लोहा दूसरे पदाधिकारी भी स्वीकारते है ,,, कोटा में पार्टी का बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन जब हुआ ,, उनके पास ,,कोटा संभाग की ज़िम्मेदारी थी विकट परिस्थतियों के बाद भी इस ज़िम्मेदारी को पंकज महेता ने सहज सरलता से स्वीकारी ,,,कोटा में सचिन पायलेट का आगमन हो या फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोई भी वरिष्ठ नेता हो वोह हमेशा उनके स्वागत उनके निर्देशों के पालन के लिए तैयार रहते है ,, पंकज मेहता अपने हुनर से सभी को साथ लेकर कामयाबी के सफर की तरफ ले जाने के प्रयासों में जुट गए है ,,,कांग्रेस में उत्तर दक्षिण ,,पूरब पश्चिम कोंग्रेसियों को एक साथ बिठाकर ,,एक मंच पर लाकर ,,एक जुट करने के प्रयासों में अगर कोई जुटा है तो वोह पंकज मेहता है ,,,पंकज मेहता गुटबाज़ी के चक्कर में नहीं है ,,वोह निर्गुट होकर सभी गुटों में जाते है और उन्हें ,,मुझे उनके मित्रों को पूरा यक़ीन था के राजस्थान सरकार में बैठे गांधीवादी मुख्यमंत्री उनके त्याग ,समर्पण ,पार्टी के प्रति निष्ठां और कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ध्यान में रखकर भाई पंकज मेहता को उनके क़द के मुताबिक़ कोई सरकार में ज़िम्मेदारी ज़रूर देंगे , पंकज मेहता क़ौमी एकता का प्रतीक भी कहे जाते है ,जहाँ पंकज मेहता रोज़ा इफ्तार ,,ईद मिलन ,,ईद मिलादुन्नबी जैसे कार्यक्रमों के अगवा रहते है वही इनके नेतृत्व में होली मिलन ,,दीपावली मिलन जैसे समारोह भी भव्य रूप में मनाये जाते रहे है ,, ,,,पंकज मेहता को सालगिरह की बधाई
,,मुबारकबाद ,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
10 फ़रवरी 2022
एक सादगी , एक गांधीवाद विचारक , रोज़मर्रा अपने गुमानपुरा कोटा कार्यालय में
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