आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

15 जनवरी 2022

,,कोटा के अनीस राईन , भूपेंद्र सक्सेना ,,सहित ऑटो परिवार की टीम ,,ऑटो चालकों के लिए मॉडल कल्याणकारी व्यवस्थाओं में जुटी ,,

 ,,कोटा के अनीस राईन , भूपेंद्र सक्सेना ,,सहित ऑटो परिवार की टीम ,,ऑटो चालकों के लिए मॉडल कल्याणकारी व्यवस्थाओं में जुटी ,,
,,, देश भर में अनीस राइन ,भूपेंद्र सक्सेना के ऑटो चालक कल्याणकारी मॉडल की डिमांड बढ़ी ,,
,, जन्म , विवाह , मरण हर ख़ुशी , हर गम ,में  दिल खोलकर मदद का बनाया है पैकेज ,, सभी तरफ हो रही सराहना ,,
, अख्तर खान अकेला ,
कहावत है , कोई काम नहीं मुश्किल जब किया इरादा पक्का , कमोबेश ,,हज़ारों ऑटो चालकों को एक जुट कर , उनके कल्याण , अनुशासन , सामाजिक दायित्यों के ज़िम्मेदार निर्वहन के प्रति उन्हें जागरूक करना , उनका मददगार बनना , उनसे लोगों की मदद करवाकर , उन्हें ज़िंदगी दिलवाना ,, यह सब कमाल है कोटा ऑटो परिवार की , जो एक जुट होकर , कोटा में सड़क दुर्घटना में तड़पते राहगीरों के मददगार है , तो चोर उचक्कों से बचाकर राहगीरों के गुमशुदा सामानों को वापस करने वाली ईमानदाराना मिसाल है ,,  जी हाँ दोस्तों , देश भर में तो लाखों ऑटो चालक है , राजस्थान में भी हज़ारों हज़ार ऑटो चालक है , अकेले कोटा में , आठ हज़ार से भी ज़्यादा ऑटो चालक है , लेकिन इनके दुःख दर्द , इनकी तकलीफों में , इनका कोई हमदर्द नहीं , अफ़सोस तो यह है के इन ऑटो चालकों को कोई सरकारी मदद नहीं है , अब तक यह ना तो ट्रांसपोर्टेशन नियमों के तहत कोई सरकारी मदद ले पाए है , यहां तक के सरकारी योजनाओं के  लाभ प्राप्त करने के लिए  श्रमिक होने का कार्ड तक बनाकर नहीं दिया गया है , लेकिन हर दुःख तकलीफ में रह रहे , असंगठित लोगों के लिए भी ,कोई मसीहा ,, कोई दोस्त बनकर ज़रूर आता है , और कोटा के ऑटो चालकों  के लिए , इन्हे एक परिवार के रूप में , संगठित कर , इनका मुखिया बनकर इनकी हर ज़रूरत पूरा करने के प्रति संकल्पबद्ध भाई , अनीस राइन खड़े ,हुए  , इनके साथ भूपेंद्र सक्सेना फिर एक के बाद एक टीम खडी होती गयी, आज अल्प समय ,में , सीमित साधन , सीमित बजट के बावजूद भी , ऑटो चालकों को एक परिवार के रूप में उनके दुःख , सुख में शामिल होकर , मदद दी जा रही है , दुर्घटना हो , अपस्पताल की बीमारी हो , ऑटो मरम्मत हो , पुलिस की ज़्यादती हो , जो भी तकलीफ , जो भी दिक़्क़त हो , अनीस राइन के नेतृत्व में यह टीम उनकी ज़रूरत पूरी कर रही है , हर दुःख सुख में कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ है , अनीस राइन के नेतृत्व में , ऑटो चालक परिवार की टीम ने ,  राजस्थान के अलग अलग ज़िलों से , ऑटो चालकों द्वारा बुलाने पर , ऑटो से राजस्थान के हर ज़िले में ,जाकर ऑटो चालकों को जागरूक किया है ,  कोटा मॉडल को सभी ने स्वीकार किया है , राजस्थान भर में , यह टीम सभी ज़िलों में , ऑटो से ही , पहुंची है, और ऑटो चालकों को उनके हक़ , उनकी अहमियत , नागरिकों , यात्रियों के प्रति उनकी ज़िम्मेदारी को समझाया है , ,अनीस राइन के नेतृत्व में , कोटा के ऑटो चालकों में से क़रीब एक हज़ार से भी ज़्यादा ऑटो चालकों ने , रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से , फस्ट ऐड का कोर्स पूरा किया है , ताकि आकस्मिक दुर्घटना , सवारी की तबियत खराब होने , या फिर पास पड़ोस में अचानक हादसे के वक़्त वोह मददगार बन सके , और चिकित्सा सुविधा मिलने तक , उन्हें आवश्यक चिकित्सा मदद मिलती रहे , अनीस राइन के नेतृत्व में , आकस्मिक हादसे के वक़्त , ऑटो एम्बुलेंस ट्रेनिंग के लिए , आपदा प्रबंधन व्यवस्था में , मिलेट्री के साथ भी,प्रशिक्षण हुआ , जिसमे एम्बुलेंस सहित ऐ बी सी डी केटेगरी के अलग अलग चिकित्सा सुविधा वाहनों में , आपात स्थिति में , घायलों के मददगार बनना था , ऑटो एम्बुलेंस को , आखरी में  ई केटेगरी में रखा गया था ,, लेकिन अभ्यास के दौरान , ऑटो एम्बुलेंस तात्कालिक मदद के लिए प्रथम  श्रेणी में हो गयी ,,क्योंकि गंभीर घायल को छोड़कर , अर्ध मुर्झित कोई भी घायल सीधा तत्काल अस्पताल जाने के लिए ऑटो एम्बूलेन्स में , जाकर बैठा और अभ्यास के दौरान उसे तत्काल चिकित्सा मदद मिल सकी , ,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने , सड़क दुर्घटना में , घायलों को तत्काल अस्पताल पहुचनाने के लिए ,, पुरस्कार योजना चलाई है , लेकिन ,, अनीस राइन के नेतृत्व वाली यह ऑटो यूनियन ,सड़क पर किसी भी घायल को , ऑटो में बैठी सवारी को उतार कर , घायल को , अस्पताल बिना किसी किराये के ले जाती है ,  और अबी तक तत्काल मदद कर , ऑटो एम्बुलेंस दर्जनों लोगों को वक़्त पर चिकित्सा सुविधा दिलवाकर , उनकी ज़िंदगियाँ बचाने का रिकॉर्ड बना चुके है , ऑटो चालक खेमे में , जब , महिला ऑटो चालकों को , शामिल कर ,ऑटो चलाने के लिए कोशिशें जारी हुई ,तो महिलाओं को इसके जागरूक किया गया , लेकिन महिलाओं को ऑटो चलाने का लाइसेंस देने में आपत्तियां आयीं , जिला प्रशासन के सहयोग से , एक संघर्ष के बाद , महिलाओं को ऑटो चलाने का ड्राइविंग लाइसेसं मिला , और आज , डेढ़ दर्जन से भी ज़्यादा महिलाये ऑटो ड्राइवर बनकर , ऑटो चलाकर अपनी रोज़ी रोटी कमा रही हैं , कुछ महिलाये तो रात्रि में भी ऑटो ड्राइविंग सेवा में शामिल रहती हैं , महिलाओं में यह आत्मस्वावलंबन इसी ऑटो यूनियन परिवार के जागरूकता कार्यक्रम के तहत सम्भव हुआ है , यूँ तो कोटा में आठ हज़ार से भी ज़्यादा ऑटो चालक है, कई अलग अलग यूनियन है, लेकिन अनीस राइन पर विश्वास जताकर इनके साथ , काम करने वाले ऑटो चालकों की संख्या तीन सो से भी ज़्यादा है,,, अनीस राइन ने , ऑटो चालकों की कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की दृष्टि से कोटा को ,चार ज़ोन , उत्तर , दक्षिण , पूरब , पश्चिम , में बांटा हैं , इन चार जोनों में ,बाइस ब्लॉक बनाये है , इनके बाइस अध्यक्ष है , एक महिला ऑटो चालक अध्यक्ष है , हर ऑटो चालक प्रति दिन दो रूपये ऑटो परिवार को स्वेच्छा से देता है , और इसी राशि में ,ऑटो चालकों के दुःख , सुख , कल्याण संबंधित कार्य होते है ,,  ऑटो चालकों को , उनके सराहनीय कार्यों के लिए उत्साह्रवर्धन करते हुए , नक़द पुरस्कार भी दिया जाता है , जैसे किसी सवारी का सामान ऑटो में छूट जाने पर , उस सवारी को तलाश कर ,या  पुलिस में सामान जमा कराकर , उसे वापस लौटाने के काम में , ऐसे ड्राइवरों को नक़द पुरस्कार देकर उत्साहवर्धन किया जाता है , जबकि किसी भी घायल व्यक्ति को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर चिकित्सा मदद देने वाले , ऑटो चालक को पुरस्कृत किया जाता है , सभी ऑटो चालकों के लिए एक व्यवस्था के तहत , किसी भी सदस्य ऑटो चालक के घर में पुत्र , या पुत्री के जन्म पर , नक़द पांच हज़ार की सहायता राशि , विवाह होने पर दस हज़ार की सहायता राशि , मृत्यु होने पर , दस हज़ार की सहायता राशि , ऑटो चालक के घायल होने पर , उसे तत्काल पांच हज़ार रूपये की मदद , इसके अलावा ऑटो चालक के स्वस्थ होकर काम पर लौटने तक लगभग तीन माह तक , तीन हज़ार रूपये प्रति माह की आर्थिक मदद , ताकि सामान्य घर खर्च उसके आसानी से चलाये जा सकें , , ऑटो ड्राइवर के पुलिस , आर टी ओ , जिला प्रशासन संबंधित सभी दिक़्क़तों का निराकरण , के अलावा सदस्य ऑटो चालकों का सामूहिक बीमा योजना के तहत , उन्हें , उनके परिवार सदस्यों के लिए , पचास हज़ार रूपये तक की वार्षिक मेडिक्लेम सहायता ,, ऑटो खराब होने पर , यूनियन द्वारा संचालित ऑटो रिपेयरिंग वर्कशॉप ,, जिसमे , डेंटिंग , पेंटिंग , मरम्मत , कार्य तत्काल करने के लिए व्यवस्था है , जबकि अगर ऑटो में कोई नया पार्ट्स डाला जाता है , तो रियायती दर पर , खुद यूनियन की  ऑटो पार्ट्स की दुकान के ज़रिये , व्यवस्था की जाती है , अनेकों बार ऑटो चालक अगर उक्त राशि चुकाने में असमर्थ हो तो उसे कुछ समय बाद राशि लौटाने की सुविधा भी मिलती यही , ,अनीस राइन, संदीप सक्सेना , साथियों ने एक बैठक में , बताया के , ऑटो यूनियन परिवार के पांच सो सदस्यों से एक हज़ार रूपये प्रत्येक से लेकर प्रतिमाह जमा करने की योजना बनाई गयी है , इस व्यवस्था में ,हर सदस्य एक हज़ार रूपये प्रति माह जमा कराएगा और , हर माह एक ऑटो चालक को , पांच लाख रूपये तक का एफोर्डेबल व्यवस्था वाला खुद का फ्लेट , प्लाट दिलवाया जायेगा , जबकि सरकारी स्तर पर भी नगर विकास न्यास की योजनाओं के ज़रिये , ऑटो चालकों को , प्लाट , एफोर्डेबल स्कीम के मकान दिलवाने के प्रयास तेज़ हुए है , कल्याणकारी योजनाओं में ,ऑटो चालकों को, अनुसचित जाति , जनजाति , अन्य पिछड़ा वर्ग , अल्पसंख्यक , महिलाओं को , जो भी ऋण सुविधाएं मिलती है , वोह दिलवाना ,, शैक्षणिक सुविधाओं के प्रति जागरूक कार्यक्रम , सभी के श्रमिक कार्ड बनवाने के प्रयास , सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक ऑटो चालक परिवार को , उनके बच्चों को , लाभ अधिकतम मिले इसके प्रयास चल रहे है , ऑटो चालक यूनियन में , यक़ीनन कोई नेतागिरी नहीं , सिर्फ एक परिवार के नाते , एक मुखिया के नाते , एक हमदर्द के नाते , एक दूसरे के दर्द में किस तरह से मददगार बने , तात्कलिक एक फोन , पर ज़रूरतमंद , ऑटो चालक के दुखदर्द में शामिल होने पहुँच जाएँ , ऐसी व्यवस्थाओं के लिए अलग अलग केम्प लगाकर , एक्सपर्ट के माध्यम से सदस्यों , उनके परिजनों को साक्षर भी करने के कार्यक्रम की रुपरेखा तय्यार हुई है ,, अनीस राइन , के नेतृत्व में चल रहे , ऑटो ड्राइवर परिवार , के कल्याण , कार्यक्रमों को देखकर , राजस्थान के अलग अलग ज़िलों सहित , देश भर के अलग अलग राज्यों के ऑटो चालक यूनियन के पदाधिकारियों ने , अनीस राइन के नेतृत्व वाली इस व्यवस्था को , अपना आइकॉन बनाया हो , और इन योजनाओं को अपने अपने क्षेत्र में लागू करने का प्रयास किया है , अनीस राइन इस मामले में  कहते है , ऑटो चालक के परिवार के कल्याण कार्यक्रमों के लिए , अभी तो यह सिर्फ अंगड़ाई है , अभी और लड़ाई, और संघर्ष बाक़ी है , अख्तर खान अकेला  कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...