व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के माहौल में , कोटा के व्यापारियों के लिए सुरक्षित ,संरक्षित ,मनोरंजक, विकासशील माहौल बनाकर उनमे पारिवारिक माहौल बनाकर ,हर दुःख दर्द में , व्यापारियों के साथी ,भाई अशोक माहेश्वरी , कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव को ,उनके जन्म दिन पर , दिली मुबारकबाद बधाई , अशोक , तो अशोक ही होते है, ,वोह लोगों के लिए संघर्ष करते है , उन्हें इंसाफ दिलाते है , यही सब अशोक माहेश्वरी , दो दशक से भी ज़्यादा वक़्त से , अध्यक्ष क्रांति तिवारी के साथ मिलकर टीम भाव के साथ,व्यापरियों के हित संवर्धन का काम कर रहे है , यही वजह है ,के शासन किसी भी पार्टी का हो , लेकिन व्यापार महासंघ के हर लोकतान्त्रिक चुनाव में , व्यापारी ,वर्ग क्रांति , अशोक माहेश्वरी की जुगल जोड़ी को ही , अपना सिरमौर , संरक्षक , नेतृत्व बनाता है , कोटा शहर के हज़ारों हज़ार व्यापरियों , क़रीब पांच हज़ार से भी ज़्यादा छोटे ,, छोटे संघों को मिलाकर , व्यापार महासंघ , अशोक माहेश्वरी के महासचिव कार्यकाल में , व्यापारियों के हर दुःख दर्द , ख़ुशी में साथ खड़ा मिलता है , कोरोना काल में तो व्यापार महासंघ का सामाजिक सरोकार से जुड़ा एक नया चेहरा नज़र आया ,, एक तरफ जहाँ , व्यापारियों की प्रताड़ना सुनी गयीं , जिला प्रशासन से उनके हक़ के लिए संघर्ष किया गया , दूसरी तरफ उन्हें घर में , कोरोना गाइड लाइन के अख़लाक़ , आदाब सख्ती से पालना करने की प्रेरणा , प्रशिक्षण दिए गये , छोटे व्यापरियों के कल्याण की व्यस्थाएं देखी गयीं, व्यापारियों उनके यहां कार्यरत कमर्चारियों , परिवारजनों का वेक्सिनेशन , बिमारी के वक़्त इलाज सहयोग सहित सभी तरह की ज़िम्मेदारियाँ अशोक माहेश्वरी के नेतृत्व में बखूबी संभाली गयी है ,,अशोक माहेश्वरी , मुस्कुराता चेहरा , दलगत राजनीती से अलग थलग , दर्जनों समाजसेवी संस्थाओं के संरक्षक , सदस्य, पदाधिकारी , होने के साथ साथ , हर धर्म, , हर वर्ग , हर समाज के चहेते हैं , उनका निजी वोट किसी भी पार्टी के लिए आरक्षित हो सकता है , लेकिन वैचारिक रूप से वोह , सिर्फ और सिर्फ , व्यापरिक हित संरक्षक होने के नाते ,, अपने दायित्वों , कर्तव्यों के निर्वहन में लगे है , यही वजह है , के हर बार , हर व्यापरिक चुनाव में , व्यापारी सर्वसम्मति से इनके पक्ष समर्थन में रहकर इनका निर्वाचन करवाते रहे है , अशोक माहेश्वरी , व्यापरिक हित में अपनी के साथ , जिला प्रशासन हो , पुलिस प्रशासन हो , कांग्रेस सरकार हो ,भाजपा सरकार हो जो भी हो उससे टकराने का साहस रखते है ,, आँखों में आँखे डालकर , व्यापारियों को उनका हक़ दिलाते है ,,कोटा व्यापार को , लज़ीज़ व्यंजनों , नयी रेसीपी के साथ लंच , डिनर ,,को पर्यटन से जोड़कर , सैरसपाटे के साथ , पारिवारिक मनोरजंक माहौल में , खाने की व्यवस्था की शुरुआत कोटा में ,अशोक माहेश्वरी ने की है , बिना किसी लूट खसोट , बेहतर क्वालिटी के साथ , माहेश्वरी रिसार्ट , माहेश्वरी ग्रुप की होटल्स में , ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधाओं के साथ सभी तरह की व्यवस्थाएं है , क़रीब बीस साल पहले से ही बूंदी रोड पर , माहेश्वरी रिसोर्ट जब इन्होने बनाया तो वोह शहर से अलग थलग लग रहा था , लेकिन आज वोह रिसोर्ट ,, कोटा शहर के नागरिकों , बाहर से आने वाले मेहमानों के लिए एक छोटा पर्यटक स्थल भी है ,इनके माहेश्वरी रिसोर्ट में ,बेहतर लजीज़ , सभी तरह के व्यंजनों के साथ , साफ सुथरा बेहतर केटरिंग , वेटरिंग के साथ संतुलित क़ीमत में मिलता है , जबकि खूबसूरत रिसोर्ट में रोज़ नए नए आकर्षक प्रयोग होते है , यहां हरियाली है ,खबूसूरत छोटे छोटे ऐसे स्पॉट है , जहाँ परिवारजन , बहार से आये मेहमान , फोटोग्राफी भी करते है, रिसोर्ट में बेहतरीन कमरों के साथ , एक छोटा सा बोटिंग झील स्पॉट है , जिसमे , हंसी ठिठोली के सेहत पारिवारिक माहौल में लोग अपना सेर सपाटे का लुत्फ़ उठाते है , इंटीरियर डेकोरेशन हो ,ग्रीनरी हो , पेड़ पौधे हों , मटके हों , फव्वारें हों , लाइटिंग हो , एन्ट्री गेट की खूबसूरती हो , वहां रखा एक स्कूटर हो ,, हर तरफ , आकर्षक व्यवस्थाएं है , अशोक माहेश्वरी , निजी तोर पर भी , कई समाजसेवी संस्थाओं से जुड़े होने के कारण , गरीब , ज़रूरतमन्द परिवारों की मदद भी बंद मुट्ठी से करते रहे है , कुछ शादियां हों , शादियों की व्यवस्थाएं हों , बेटियों की स्कूल फीसें हों , नौकरी संबंधित कोर्स प्रशिक्षण ,हों ,, बिमारी , इलाज ,दवाइयों की ज़रूरत हो , हर मौके पर ,यह इनकी जानकारी में आने के बाद , ऐसे लोगों के मददगार रहते है, यही वजह है , के आज यह मुस्कुराते है , खिलखिलाते है , हर दिल अज़ीज़ है ,खुशहाल है , अल्लाह उनकी यह खुशहाली , यह प्यार , यह मोहब्बत , गरीबों के लिए हमदर्दी , इनके व्यापार संगठन के प्रति कुशल नेतृत्व , का यह जज़्बा बनाये रखे , अशोक माहेश्वरी को उनके जन्म दिन पर एक बार फिर , दिली मुबारकबाद ,बधाई ,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
23 जनवरी 2022
व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के माहौल में , कोटा के व्यापारियों के लिए सुरक्षित ,संरक्षित ,मनोरंजक, विकासशील माहौल बनाकर उनमे पारिवारिक माहौल बनाकर ,हर दुःख दर्द में , व्यापारियों के साथी ,भाई अशोक माहेश्वरी , कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव को ,उनके जन्म दिन पर , दिली मुबारकबाद बधाई
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