दोस्तों के लिबास में भितरघाती दुश्मनो तुम , हर लम्हा , मेरी कामयाबी के खिलाफ मुझ से जंग करो , हर जंग में मुझे हराने की कोशिशें करो , लेकिन मेरे हमदर्द , मेरे हमदर्दों का प्यार , लोगों की दुआओं , कुछ अज़ीज़ों का करम , अल्लाह की महरबानी मेरे साथ है , सभी की दुआओं से आज में , लाडपुरा पंचायत समिति कोटा का प्रधान हूँ , सभी को साथ लेकर चलूँगा , कांग्रेस को मज़बूत करूँगा , गाँव की सरकार और शहर की सरकार में समन्वय स्थापित कर , कोटा के विकास , सुख समृद्धि के साथ ,, कोटा का विकास बेहिसाब करने की कोशिश करूंगा , कमोबेश यही ख्याल , यही सोच , यही विचार , ,हाल ही में , विकट हालातों में ,भी कोटा लाडपुरा पंचायत समिति में प्रधान पद पर निर्वाचित लाडले ,नेता नईमुद्दीन गुड्डू के हैं , उन्हें प्रधान पद पर निर्वाचन के लिए बधाई , मुबारकबाद , केबिनेट मंत्री शांति कुमार धारीवाल के सहयोग के लिए आभार , शुक्रिया ,, जी हाँ दोस्तों हाड़ोती का एक संघर्षषील नाम , नईमुद्दीन गुड्डू , जो लोगों के बीच रहते है , जिन्हे लोगों के बीच देखकर , उनके हमदर्द देखकर , कुछ लोग खुद ब खुद उनसे बेवजह नाराज़ होते रहे है , छोटे लोग छोटी सोच , ऐसे लोग सोचते है , एक प्रतिभा , एक जनप्रिय शख्सियत अगर , कहीं किसी पद पर निर्चाधित हो गया , तो यक़ीनन वोह खुद को साबित करेगा , और क़दम बा क़दम आगे बढ़ेगा , बस यही सोच , हर बार नईमुद्दीन गुड्डू की कामयाबी, के आड़े आती रही ,, भीतर घात ,गद्दारी , के नईमुद्दीन गुड्डू ने , बहुत दौर देखेंगे , इज़ला परिषद के जिला प्रमुख चुनाव में ,कांग्रेस का पूर्ण बहुमत , लेकिन भीतर घातियों कांग्रेस के गद्दारों ने , कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता को लहूलुहान किया , नईमुद्दीन गुड्डू को , कांग्रेस के बहुमत का आंकड़ा होने के बाद भी ,गद्दारी कर चुनाव हरा दिया , कांग्रेस के टिकती पर , लाडपुरा विधानसभा का टिकिट फिर वही , भितरघात , फिर जीती हुई बाज़ी को हार में बदल दी ,, लेकिन संघर्ष तो संघर्ष है, नईमुद्दीन गुड्डू डटे रहे ,, लोगों के बीच में , खुद को साबित करते रहे , लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में , उनके प्रयासों से , केथून नगर पालिका चेयरमेन , लाडपुरा प्रधान , पंच , सरपंच , जिला परिषद सदस्य बनते रहे , निर्वाचित होते रहे , वोह खुद को साबित करते रहे , और उन्ही के अपनों में से कुछ लोग , उनकी पीठ पर खंजर चलाकर , उन्हें खुद के निर्वाचन के अवसर पर , भीतरघात करते रहे , इतना होता तो ठीक था, एक कोकस एक योजनाबद्ध षड्यंत्र था ,, कुछ लोग किराए के , एक पैकेज लेकर , रटी रटाई स्क्रिप्ट के साथ , महफ़िलों में ,चौपालों में ,चाय की थड़ी पर , सभाओं में ,, कुप्रचार करते रहे , उनके जुमले , गुड्डू भाई हँसते नहीं है , सलाम , नमस्ते का जवाब नहीं देते , जेब में से हाथ बाहर नहीं निकालते , अकड़ते हैं , सुनते नहीं , हर चुनाव वोही क्यों लड़ते है , वगेरा वगेरा ,, लेकिन जो लोग गुड्डू भाई के साथी है , जो लोग गुड्डू भाई से मिलते , तो वोह इस प्रचार को उलट पाते , गुड्डू भाई जाने वाले का स्वागत करते है , मुस्कुराते है , अतिथि सत्कार करते है ,उसका काम तुरंत करते है , तो फिर ऐसे में इन षड्यंत्रकारियों की हर बात झूंटी साबित होती रहती , गुड्डू भाई भितरघात के बावजूद भी ,उनके अपने क्षेत्र में हीरो बनकर उभरते रहे , इस बार फिर गाँवों की सरकार के चुनाव थे , ज़ाहिर है , जिला प्रमुख महिला आरक्षित थी , लाडपुरा प्रधान के लिए ही उनकी उम्मीदवारी थी, उनके क्षेत्र के वोटरों का उनका दबाव था , कोटा उत्तर विधायक केबिनेट मंत्री शांति कुमार धारीवाल के साथ , नईमुद्दीन गुड्डू ने , कोटा उत्तर , कोटा दक्षिण शहरों की सरकार में भी खुद को साबित कर दिखाया था , शान्ति कुमार धारीवाल भी नईमुद्दीन गुड्डू को ,जनप्रिय मज़बूत नेता के रूप में , सक्रिय रखकर , कांग्रेस की मज़बूती के पक्ष में रहे, , नईमुद्दीन गुड्डू लाडपुरा पंचायत क्षेत्र मामले में ,फ्री हेंड हुए , उन्होंने ने ही टिकिट वितरित किये ,,खुद भी चुनाव लड़े ,गुड्डू भाई , चुनाव जीत कर ,कहीं ,लाडपुरा पंचायत क्षेत्र का ऐतिहासिक विकास ना करवा दें , इसीलिए लाडपुरा के विकास के कुछ दुश्मनों ने , फिर षड्यंत्र रचा ,फिर इन्ही के समाज के लोगों को,दो निर्दलीय उम्मीदवार खड़े करवाए , चुनाव लड़ने की सभी को स्वतंत्रता है , चुनाव हुए , निर्दलीय वोटों ने इनके अपने कांग्रेस समर्थक वोटों में से , पांच सो वोटों को खुद में समेट लिए , लेकिन नईमुद्दीन गुड्डू की लोकप्रियता का आंकड़ा , इनकी हराने की कोशिशों से बहुत ज़्यादा था , वोह फिर भी , लगभग साढ़े नो सो वोटों से चुनाव जीतकर मुखर हुए , फिर बारी प्रधान के टिकिट आयी , नईमुद्दीन गुड्डू के समर्थन से ,,लाडपुरा की 15 सीटोंपर दस कांग्रेस के प्रत्याक्षी जीते , भाजपा के तीन, दो निर्दलीय जीते , बस , फिर वही , कोशिशें शुरू , भीतरघातियों के खेल शुरू ,खेर नईमुद्दीन गुड्डू का प्रधान पद के लिए निर्विरोध चुनना तय था , लेकिन अल्पमत के बाद भी जोड़तोड़ की राजनीति के तहत , निर्दलीय प्रत्याक्षी का मुक़ाबले में आवेदन भरवाया गया , जोड़ तोड़ की कोशिश की गयी,, कुछ लोग विचलित भी हुए , लेकिन यह पब्लिक है सब जानती है, आखिर भीतरघातियों की हार हुई ,, कांग्रेस नईमुद्दीन गुड्डू के पक्ष में एक जुट रही, और नईमुद्दीन गुड्डू ,लाडपुरा पंचायत समिति के प्रधान निर्वाचित हुए ,, नईमुद्दीन गुड्डू , एक बार फिर ज़िंदाबाद हुए, , नईमुद्दीन गुड्डू ने विकट परिस्थितयों, मुखालिफ लहर के बाद भी , कोटा देहात क्षेत्र में , कांग्रेस को ज़िंदाबाद किया है ,,नईमुद्दीन गुड्डू जो देहात क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकताओं ,,किसानो ,,बुनकरों और सभी समाजो में हर दिल अज़ीज़ है ,,वोह हर चुनाव में अपनी रणनीति से कांग्रेस को ज़िंदाबाद करके दिखाते है ,,अभी हाल ही में विकट चुनाव में नईमुद्दीन गुड्डू ने बारां में कांग्रेस का परचम लहराया ,तो केथुन नगरपालिका ,, लाडपुरा प्रधान , पंच , सरपंच , जिला परिषद के चुनावो में विरोधाभास परिस्थितियों में भी कांग्रेस को ही जीत दिलवाई है ,, ,,,इतना ही नहीं ,, जिला परिषद के चुनाव में नईमुद्दीन गुड्डू की मेहनत का ही नतीजा रहा जो कोंगेस का जिला प्रमुख बन पाया है वरना कोटा के जयचंद कोंग्रेसियों ने जिला प्रमुख में कांग्रेस का स्पष्ट बहुमत होते हुए भी दो बार क्रॉस वोटिंग कर कांग्रेस को जानबूझकर गुड्डू के खिलाफ षड्यंत्र के तहत हराया है ,,,,मार्केटिंग सोसाइटी हो ,,,,सहकारी समीति हो ,,,किसानो की समस्या हो ,,,मज़दूरों की परेशानियां हो ,,ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतो की समस्या हो ,,शिक्षा ,,पानी ,,बिजली ,,स्वास्थ्य ,,सिचाई ,,खाद ,,बीज की समस्या हो, लोग नईमुद्दीन गुडु को ही पुकारते है और यह अपने साथियो के साथ मिलकर प्रशासन पर दबाव बनाकर इन समस्याओ का समाधान करने में कामयाब होते है ,,,नईमुद्दीन गुड्डू मुस्लिम समाज से है, लेकिन दूसरे सभी समाज इन्हे अपना चहेता समझते है ,,,,यही वजह रही है के हर चुनाव में नईमुद्दीन गुड्डू को गैर अल्पसंख्यक बस्तियों में बेहिसाब वोट मिलते है ,,,,जब इनके आह्वान पर कांग्रेस को मज़बूती देने के लिए धरना ,,प्रदर्शन ,,रैली का कार्यक्रम होता है तो कोटा के अब तक होने वाले प्रदर्शनों में सर्वाधिक ऐतिहासिक भीड़ इनके साथ होती है जिसमे सभी छत्तीस क़ौमे साथ रहती है ,,,नईमुद्दीन गुड्डू शुरू से ही कांग्रेस के प्रति समर्पित लेकिन कांग्रेस को हर हाल में जिताने के प्रति ज़िद्दी रहे है और वोह कांग्रेस के पक्ष समर्थन में कुछ भी कर गुज़रने को तय्यार रहते है इसीलिए जो लोग कांग्रेस में रहकर भाजपा से अंडर दी टेबल हाथ मिलाते है वोह कथित कोकस इनकी ऊँची उड़ान देखकर इनके पर कुतरने की कोशिशों में जुट जाता है ,, नईमुद्दीन उनके अपने क्षेत्र लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र में निरंतर सक्रिय रहकर ,,अमीर ,गरीब ,मजदुर ,किसानों के मददगार रहे है ,,इस क्षेत्र में हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल बने भाई नईमुद्दीन गुड्डू ,,इस क्षेत्र में निरंतर फैलाई गयी नफरत के बाद भी हज़ारों हज़ार हिन्दू समाज के भाई बहनों के चहेते है ,यह लोग आज भी नईमुद्दीन गुड्डू के लिए जान देने और जान लेने को तत्पर रहते है ,यह प्यार ,यह विश्वास नईमुद्दीन गुड्डू ,उनके परिवार ने अपने क्षेत्र के भाइयों का यूँ नहीं जीता है ,इसके लिए वोह हमेशा बिना किसी बहाने बाज़ी के ,आंधी ,,तूफान ,बरसात ,दिन ,,रात की परवाह किये बगैर लोगों के दुःख दर्द में शामिल रहते ,है,, लोग कहते है ,,एक हस्ती है ,के मिटती नहीं हमारी ,वरना बरसों से दुश्मन रहा है ,दौर ऐ ज़माना ,, में तो ख़ाक हूँ फिर भी ,कुछ बात ही ऐसी है ,,के लोग , मुझे कभी सीने से ,कभी माथे पर लगा लेते है ,, जी हाँ दोस्तों ,में बात कर रहा हूँ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव ,बारां ज़िले के प्रभारी ,ज़मीनी हक़ीक़त से जुड़े ,,कार्यकर्ताओं में हर दिल अज़ीज़ , कार्यकर्ताओं के दिलों की धड़कन बने, ,, नईमुद्दीन गुड्डू की शख्सियत भी ,, स्प्रिंग गेंद की तरह है ,जितना दबाओगे इतनी ही उभरती है ,इतनी ही निखरती है ,, देहात क्षेत्र में ज़मीन से जुड़े बनियानी सरपंच के रूप में ,ऐतिहासिक कार्य करवाने के बाद ,नईमुद्दीन गुड्डू विकट हालातों में भी ,अपनी लोकप्रियता के दम पर कार्यकर्ताओं की मदद से जिला परिषद के सदस्य बने ,,जिला प्रमुख के उम्मीदवार रहे ,फिर लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र में ,,कांटे की टक्कर के मुक़ाबले पर ,,कांग्रेस के प्रत्याक्षी के रूप में मज़बूती दिखाई ,केथून नगर पालिका की रणनीति बनाकर ,,कांग्रेस का बोर्ड बनाकर ,केथून में दोबार इतिहास रचा ,जबकि जिलापरिषद चुनाव ,पंच ,सरपंच ,कृषि उपजमंडी समिति ,जिलाप्रमुख ,प्रधान ,उपप्रधान के चुनावी रणनीति में , इनकी ज़मीनी ताक़त की वजह से ही कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के पक्ष में मज़बूती दिखाई ,, नईमुद्दीन गुड्डू प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव और बारां ज़िले के प्रभारी होने के कारण ,वहां पंचायत ,निकाय चुनाव में कांग्रेस की जीत के पुरोधा साबित हुए है ,, नियमित रूप से अपने कार्यालय में कार्यकर्ताओं की सम्मान के साथ ,सुनवाई उनकी समस्याओं का निस्तारण का प्रयास ,,बेबाक छवि , निर्भीक निष्पक्ष मिजाज़ ,,ज़मीन से जुड़े कार्यकर्ताओं के दिलों पर राज करने वाले नेता होने से ,नईमुद्दीन गुड्डू दूसरे नेताओं से अलग छवि रखते है ,, नईमुद्दीन गुड्डू यारों के यार , कार्यकर्ताओं के हक़ संघर्ष के लिये जान न्योछावर करने वाले नेतृत्व है , इनके दोस्त, हर दिल अज़ीज़ भाई अनिल आनंद , हमेशा इनके लिए , कार्यकर्ताओं के लिए तत्पर नज़र आते है, हाल हो में पंचायत चुनावों में , बनियानी के वोटर्स ने ज़िद कर इनके पुत्र मोइजुद्दीन को सरपंच का नेतृत्व सुपुर्द किया है,, नईमुद्दीन गुड्डू को एक बार फिर लाडपुरा पंचायत के विकास व्यवस्थाओं के नेतृत्व के लिए बधाई , मुबारकबाद ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
24 दिसंबर 2021
दोस्तों के लिबास में भितरघाती दुश्मनो तुम , हर लम्हा , मेरी कामयाबी के खिलाफ मुझ से जंग करो , हर जंग में मुझे हराने की कोशिशें करो , लेकिन मेरे हमदर्द , मेरे हमदर्दों का प्यार , लोगों की दुआओं , कुछ अज़ीज़ों का करम , अल्लाह की महरबानी मेरे साथ है , सभी की दुआओं से आज में , लाडपुरा पंचायत समिति कोटा का प्रधान हूँ
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