शहरों के बाद,ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढ़ी देहदान संकल्प की ज्योत
गाँव-ढाणी में भी होने लगे अब देहदान संकल्प
गाँवों तक फ़ैली देहदान की जागरूकता, दो लोगों ने भरा संकल्प
जिला
बूँदी के कापरेन कस्बे के पास स्थित अड़ीला गाँव के रहने वाले 67
वर्षीय,छोटूलाल जी बाथरा 30 वर्षों से प्रजापति ब्रह्माकुमारी व भारत विकास
परिषद से जुड़े हुए है । वर्ष 1980 से ही वह देहदान का संकल्प लेना चाहते
थे,पर तभी से न तो कहीं से पूरी जानकारी मिल सकी,और न किसी ने ठीक तरह से
समझाइश की । थोड़े समय पहले भारत विकास परिषद,कापरेन शाखा व शाइन इंडिया
फाउंडेशन के सहयोग से,कापरेन में श्री ललित टेलर जी,राष्ट्रीय मंत्री-समग्र
ग्रामीण विकास द्धारा नैत्रदान व देहदान के बारे में कार्यशाला आयोजित
हुई।
छोटूलाल जी ने वहाँ
से सभी जानकारी लेने के बाद यह निश्चय किया कि वह देहदान का संकल्प लेंगे ।
छोटूलाल जी गाँव में ही अपना स्कूल चलाते है, उनका कहना है कि, मेरा पूरा
जीवन ही,गुरुओं से सीखने व विद्यार्थियों को सीखाने में लग गया हैं । अब
मैं यही चाहता हूँ कि,मेरी मृत्यु के बाद मेरे शरीर से यदि भावी चिकित्सक,
शिक्षा ग्रहण करते हैं तो बुरा क्या हैं ? मैं शिक्षा देने के सेवाकार्य से
जुड़ा हूँ,तो चाहता भी यहीं हूँ कि,अंत तक भी शिक्षा देता रहूँ ।
इसी
क्रम में,ग्राम - ढाबा ,मेड़तासिटी,नागौर के रहने वाले,88 वर्षीय,किसान
पाबूराम कहते है कि,यदि देह में कोई बोल नहीं है, तो ऐसा नहीं है कि, मृत
देह का मोल नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि,हम किसान हैं,तो एक एक अनाज के
दाने की कीमत को अच्छे से जानते है,उसी तरह हमारे शरीर का भी एक एक अंग
बेशकीमती है,फिर कैसे इस शरीर को व्यर्थ जला दें,मृत देह भी,चिकित्सा
पद्धति को आगे बढ़ाने के लिये काम आ सकता है । 6 माह पहले इन्होंने अपने
पुत्र नेमाराम जी के माध्यम से यह देहदान संकल्प पत्र शाइन इंडिया फाउंडेशन
से प्राप्त किया था । जब से उनकी देहदान संकल्प की इच्छा पूरी हुई,तब से
वह काफ़ी खुश है,अपने से जुड़े सभी लोगों को वह अपने देहदान संकल्प के बारे
में बताते हैं, और उनको भी कहते है,मरने से पहले कुछ ऐसा काम कर जाओ,की जब
दुनिया से जाओ तो कोई दुख: न रहें ।
शाइन
इंडिया फाउंडेशन के जागरूकता अभियान के बाद से,अब लोगों में देहदान के
प्रति भी काफ़ी जागरूकता बढ़ी है । अब सिर्फ 8386900102 पर मिसकॉल करके
देहदान का संकल्प पत्र घर पर निःशुल्क प्राप्त कर सकते है,इसको भरने के
बाद,संस्था सदस्य घर से ही इसको प्राप्त कर लेंगे,और तुरंत ही,देहदान
पंजीकरण क्रमांक के साथ सम्मान पत्र भी दे देंगे । संस्था के अलावा, देहदान
के संकल्प पत्र मेडिकल कॉलेज कोटा में भी उपलब्ध है,वहाँ के शरीर रचना
विभाग से कार्यालय समय के दौरान प्राप्त किया जा सकता है ।
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