विद्युत बिल के विरुद्ध आन्दोलन*
जिस तरह से सरकार ने 500-800 रूपए घरेलू बिल को 5000-8000 रूपए कर के *बिजली बिल के जरिए लुट खसोट मचा रखी है*
1.कुल उपभोग यूनिट 45
2. विद्युत खर्च 339.75 ₹
3. स्थाई शुल्क 600.00,₹
4. विद्युत शुल्क 18.00₹
5. जल उपकर 4.50₹
6. नगर उपकर 6.75₹
7. अन्य देय 339.51₹
कुल देय राशि 1309.00₹
बिल 2 महीने का है
प्रति यूनिट चार्ज 29.00 ₹
मित्रो अपने अपने बिल चेक कर लो! )
इस लूट का विरोध करो, इसके खिलाफ राजस्थान में सबसे बड़ा आंदोलन किया जा रहा है ।
*मैं मानता हूं राजस्थान के सभी लोग सहमत होंगे*
यह बिल उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 व संशोधित अधिनियम 2019 के विरुद्ध है व कोविड-19 के भी विरुद्ध है ।
*अधिकार मांगने से नहीं मिलता है, इस के लिए एक आन्दोलन खड़ा करना होगा ।*
सभी लोग अपने अपने क्षेत्र के J.E.N./A.E.N. कार्यालय को लिखित में दे कि मैं बिल तब तक जमा नहीं कराऊंगा तब तक उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 व संशोधित अधिनियम 2019 के अन्तर्गत विद्युत बिल नहीं दिया जाता है *क्योंकि बिजलीं जला रहे है उसका देंगे और वह भी सही दर से ओर बाकी फ़िज़ूल तमाम मीटर चार्ज सफाई चार्ज निगम चार्ज जमाने का ठेका नही लिया जमा कराने का*
उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 व संशोधित अधिनियम 2019 के अन्तर्गत बिल आता है तो विद्युत यूनिट के अलावा किसी भी प्रकार की राशि वसूल ने का अधिकार विद्युत विभाग के पास नहीं होगा ।
*आप सहमत हो तो यह समाचार ( मैसेज ) अपने अपने व्हाटस अप, फेसबुक व मैसेज पर भेजे । जिस से एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जा सके*
( देश को आजादी यु ही नहीं मिली थी, उस के लिए भी एक आन्दोलन खड़ा किया गया था । बिना आन्दोलन के फर्जी विद्युत बिल से आजादी नहीं मिलेगी । )
*से जुड़े धन्यवाद*
*अपने दस, कम से कम 10 मित्रो को, आज और अभी अभी सब काम छोड़कर अग्रेसित करे*

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