आपका-अख्तर खान

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21 नवंबर 2020

जो सवाल थे मेरे ज़हन में

 

जो सवाल थे मेरे ज़हन में,
न मैं कह सका,
न मैं लिख सका
कि ज़बां मिली तो कटी हुई,
कि क़लम मिली तो बिकी हुई ,
,अल्पसंख्यक नेता ,

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