तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे?
गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
हमें चाहने वाले मित्र
29 नवंबर 2020
वे कहते हैं कि "इस व्यक्ति ने इसे स्वयं ही घड़ लिया है
इस किताब का अवतरण - इसमें सन्देह नहीं - सारे संसार के रब की ओर से है। (2)
(क्या वे इसपर विश्वास नहीं रखते) या वे कहते हैं कि "इस व्यक्ति ने इसे
स्वयं ही घड़ लिया है?" नहीं, बल्कि वह सत्य है तेरे रब की ओर से, ताकि तू
उन लोगों को सावधान कर दे जिनके पास तुझसे पहले कोई सावधान करनेवाला नहीं
आया। कदाचित वे मार्ग पाएँ। (3)
अल्लाह ही है जिसने आकाशों और धरती को और जो कुछ दोनों के बीच है छह दिनों
में पैदा किया। फिर सिंहासन पर विराजमान हुआ। उससे हटकर न तो तुम्हारा कोई
संरक्षक मित्र है और न उसके मुक़ाबले में कोई सिफ़ारिश करनेवाला। फिर क्या
तुम होश में न आओगे? (4)
वह कार्य की व्यवस्था करता है आकाश से धरती तक - फिर सारे मामले उसी की
तरफ़ लौटते हैं - एक दिन में, जिसकी माप तुम्हारी गणना के अनुसार एक हज़ार
वर्ष है। (5)
वही है परोक्ष और प्रत्यक्ष का जाननेवाला अत्यन्त प्रभुत्वशाली, दयावान (6)
जिसने हरेक चीज़, जो बनाई ख़ूब ही बनाई और उसने मनुष्य की संरचना का आरम्भ गारे से किया। (7)
फिर उसकी सन्तति एक तुच्छ पानी के सत से चलाई। (8)
फिर उसे ठीक-ठीक किया और उसमें अपनी रूह (आत्मा) फूँकी। और तुम्हें कान और आँखें और दिल दिए। तुम आभारी थोड़े ही होते हो। (9)
और उन्होंने कहा, "जब हम धरती में रल-मिल जाएँगे तो फिर क्या हम वास्तव में
नवीन काय में जीवित होंगे?" नहीं, बल्कि उन्हें अपने रब से मिलने का इनकार
है। (10)
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दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)
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