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22 अक्तूबर 2020

कोटा अभिभाषक परिषद न्यायालय परिसर में ज़िंदादिली ,, खुशमिजाज़ी की मिसाल बने , सबसे वरिष्ठ ,सबसे ज़्यादा उम्र के वकील होने पर भी , नौजवानों से ज़्यादा फुर्तीले चाक चौबंद रहने वाले , एडवोकेट अब्दुल सलाम अंसारी का आज निधन हो गया वोह क़रीब 89 वर्ष ले थे

 कोटा अभिभाषक परिषद न्यायालय परिसर में ज़िंदादिली ,, खुशमिजाज़ी की मिसाल बने , सबसे वरिष्ठ ,सबसे ज़्यादा उम्र के वकील होने पर भी , नौजवानों से ज़्यादा फुर्तीले चाक चौबंद रहने वाले , एडवोकेट अब्दुल सलाम अंसारी का आज निधन हो गया वोह क़रीब 89 वर्ष ले थे ,, अल्लाह उन्हें जन्नतुल फिरदोस में आला मुक़ाम अता फरमाए ,, आमीन ,, अब्दुल सलाम एडवोकेट ने आज सुबह उनके निवास पर , अंतिम सांस ली , अब्दुल सलाम अंसारी को , अधर शिला क़ब्रिस्तान में ,, दोपहर 12 बजे तद्फीन किया जाएगा ,, अब्दुल सलाम अंसारी , कोटा अदालत परिसर में ज़िंदा दिली , खुश मिजाज़ी का चलता फिरता सुबूत थे ,वोह नियमित , समय पर अदालत आते , लोगों से मिलते , जुलते , मुक़दमों की पैरवी करते ,,और हर उम्र के वकील साथी से , दोस्ताना सुलूक रखते थे , इसी कारण वोह अदालत परिसर में सभी वकील , पक्षकारों ,न्यायिक अधिकारियां , कर्मचारियों , मुंशियों के , हर दिल अज़ीज़ साथियों में से प्रमुख थे ,, अब्दुल सलाम अंसारी जनता दल पार्टी से जुड़े थे , वोह पूर्व प्र्धानमंत्री मोरारजी देसाई के दत्तक पुत्र के समान , नज़दीकी , विश्वसनीय साथी कार्यकर्ताओं में से एक थे ,,अब्दुल सलाम अंसारी लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र से , विधायक पद के प्रत्याक्षी भी रहे थे ,, उनकी पुत्री अफ्शा की महर का मामला जब हाईकोर्ट पहुंचा ,तो पैरवी के दौरान , महर में अशर्फियों की क़ीमत का जब सवाल आया तो ,हाईकोर्ट जज ने कहा , कहाँ है अशर्फी ,बुलाओ अशर्फी को ,तब अब्दुल सलाम अंसारी , और इनके वकील ने ,हायकोर्ट में खुलासा किए के माननीय अशर्फी कोई लड़की नहीं , मुक़दमा अंजुम अफ्शां का है , अशर्फी एक सोने का सिक्का होता है ,जो पहले चला करता था , उसका वज़न होता ,है ,बस फिर हाईकोर्ट के जज साहिब अशर्फी के खुलासे में लग गए और उन्होंने ,रिपोर्टेड फैसले में , महर , और अशर्फी के वज़न , क़ीमत को लेकर एक लेंडमार्क जजमेंट दिया ,, अब्दुल सलाम अंसारी के निधन से कोटा अभिभाषक परिषद में शोक की लहर दौड़ गयी है ,,, अल्लाह उन्हें जन्नतुल फिरदोस में आला मुक़ाम अता फरमाए ,, उनके पुत्र , पुत्रियों परिजनों को सब्र दे ,एक साथ , प्यार मोहब्बत से रहने की तौफ़ीक़ अता फरमाए ,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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