तहरीक
ऐ उर्दू राजस्थान के सरपरस्त , कोटा शहर क़ाज़ी अनवार अहमद के नेतृत्व में
,, राजस्थान सरकार को ,उर्दू विषय के अध्यापकों को लेकर ,भ्रानतियाँ स्पष्ट
रूप से दूर करने के अल्टीमेटम के बाद भी सरकार का रुख अब तक अड़ियल है ,,,
कोटा शहर क़ाज़ी अनवार अहमद की सरपरस्ती में एक बार फिर उर्दू विषय को ,
अपने ही लोगों से इन्साफ दिलवाने के लिए फिर , इस कोरोना माहमारी के
बावजूद भी ,,बढ़ी लड़ाई लड़ने पर मजबूर किया जा रहां है , कहते है ,,पानी ,,
और आंदोलन , किसी भी कारणों से रुकते नहीं होकर ही रहते है ,,आखिर कोन है
सरकार में ऐसे नेकर छाप लोग ,,जो उर्दू के सीधे दुश्मन होकर , सरकार के
खिलाफ , उर्दू के खिलाफ खुली साज़िश कर रहे है ,,, हमारे अपने प्रतिनिधि तो
सिर्फ लेटर ,, लेटर ही खेल रहे है ,, लेटर लिखा ,अख़बार में छपवाया ,सोशल
मीडिया पर दिया और ज़िम्मेदारी पूरी , लेकिन आने वाले कल में , फिर से चुनाव
के लिए ,इन लोगों को ,आना तो हमारे ,आपके पास ही पढ़ेगा ,,,,,,अख्तर
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
19 सितंबर 2020
तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)