आपका-अख्तर खान

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22 अगस्त 2020

महाजे-जंग पर अक्सर बहुत कुछ खोना पड़ता है

 

महाजे-जंग पर अक्सर बहुत कुछ खोना पड़ता है
किसी पत्थर से टकराने को पत्थर होना पड़ता है,

अभी कर नींद से पूरी तरह रिश्ता नहीं टूटा
अभी आँखों को कुछ ख़्वाबों की ख़ातिर सोना पड़ता है,

मैं जिन लोगों को खुद से मुख़्तलिफ़ महसूस करता हूँ
मुझे अक्सर उन्हीं लोगों में शामिल होना पड़ता है ।

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