आपका-अख्तर खान

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10 अगस्त 2020

जिस अखबार को

 जिस अखबार को
छोटा सा कहा,
उसी अखबार में
लिपटी थीं
उसकी काली करतूतें ,
पर्तें खुलती गईं
पर्तें खुलती गईं
ओर वोह अब बेनकाब है , अख्तर

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