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17 अगस्त 2020

क्या आपने स्लीपर बस में किसी अनजान लड़की के साथ रात में सीट शेयर की है? हाँजी बिल्कुल की है,

 

क्या आपने स्लीपर बस में किसी अनजान लड़की के साथ रात में सीट शेयर की है?
हाँजी बिल्कुल की है,

तो हुआ कुछ ऐसा था कि मैंने लॉकडाउन के ठीक पहले पुणे से भोपाल की वर्मा बस की टिकट करवाई थी, क्योंकि ट्रनों के संचालन पूरी तरह से बंद हो गया था।

तो मैंने स्लीपर की सीट बुक करवाई थी, जहां मेरे अलावा कोई नहीं था, अब रात हुई तो नासिक से एक 24 25 साल की लड़की बस में चढ़ी और कंडक्टर ने उसे मेरे पास आ कर सीट दिखा दी और चला गया, वो लड़की थोड़ी सकुचाई, पर मेरे पास आ के बैठ गई, और खाना खा कर लेट गई।

मेरी नींद लग चुकी थी, अब क्योंकि बस एसी थी तो उसे ठंड लगने लगी और वो बस के साथ मिली कम्बल ओढ़ना नहीं चाहती थी, तो वो ठंड में कांप रही थी, पर कम्बल नही ओढ़ रही थी।

अब क्योंकि मैंने अपनी कम्बल घर से ही रख ली थी तो मैंने वो ओढ़ी हुई थी, मैंने उसकी समस्या भाँपते हुए उसे अपने कम्बल में आने के ऑफर दिया, पर उसने झिझक के कारण मना कर दिया, मेरे जोर देने पर वो मेरे कम्बल में आने को तैयार हो गई।

हमारे बीच बिल्कुल बात नहीं हो रही थी, वो अपने मोबाइल में लगी थी, मैं अपने।

थोड़ी देर में वो मेरी तरफ पीठ करके सो गई, तो मैंने भी करवट ले ली।

अब तक पूरी बस में सन्नाटा हो गया था, तो सब के साथ हम दोनों भी सोने की कोशिश करने लगे, मेरी नींद भी लग गई पर उसे शायद नींद नही आ रही रही थी,

अब 2.30 बजे करीब मैंने करवट ली और उसके ऊपर हाथ रख लिया, तो वो मेरे हाथ को सहलाने लगी, जिससे मेरी नींद टूट गई, मैंने हाथ हटाना चाहा तो उसने रखा रहने दिया, बोली रखे रखिए कोई दिक्कत नहीं है,

फिर ऐसे ही लेटे लेटे दोनों की नींद लग गई, सुबह जब गाड़ी कहीं रुकी तो वो फिर नीचे ही बैठ गई, क्योंकि बहुत सारे लोग इंदौर में उतर चुके थे, तो हम लोगों में कोई बात नही हुई।।

उसके बाद जब बस भोपाल पहुंच गई तो बस से उतरने के बाद हम लोगों में थोड़ी सी बातचित हुई, जैसे उसने बताया कि वो नासिक में बैंक में जॉब करती है, और भोपाल अपने घर आई है, क्योंकि लॉकडाउन लगने वाला है।

फिर मैंने उससे नाम पूछा तो उसने बताया स्वाति ।

और उसने मेरा पूछा तो मैंने अपना नाम बताया दीप्ति ।

जी हां मैं भी लड़की ही हूँ, तो हम दोनों को एक साथ सफर करने में कोई समस्या नहीं हुई।

जैसा प्रश्न था कि आपने किसी लड़की में साथ बस में स्लीपर सीट पर सफर किया है तो हाँ मैंने किया है।

ध्यान से पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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