आपका-अख्तर खान

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06 जुलाई 2020

मशगूल थे वोह

आज फिर हमने
झांककर देखा ,
खुदा क़सम
मशगूल थे वोह
किसी ओर में ,
खुश थे वोह
किसी ओर में
मुझे उनकी खुशी
से ,ज़्यादा क्या चाहिए ,,

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