डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ,द्वारा लिखित  पुस्तक ,,आराध्य तीर्थ ,,तीर्थ 
यात्रियों के लिए आराध्य है ,सजो कर रखने वाली एक ,,,मार्गदर्शिका है ,,एक 
गाइड पत्र है ,धार्मिक पर्यटकों के लिए,,, एक प्रेरणा है ,,सभी वर्ग ,सभी 
समाज ,,सभी धर्मो की आस्थाओ को ,,एक साथ,,, सामान्य इबारत में संवारना 
,,सजाना और एक माला में ,,पिरोना ,,सच एक लेखन नहीं ,,इबादत है ,,क़ौमी एकता
 का,, ऐतिहासिक दस्तावेज है ,,,मंदिर ,,मस्जिद ,दरगाह ,,गुरुद्वारे के 
इतिहास का एक ,,,शोधकर्ताओं के लिए ,,,एक शोध पत्र है ,सामान्य ज्ञान के 
अनुक्रम में,, इस पुस्तक को अगर हम देखे ,,तो आराध्य तीर्थ ,,प्रतियोगी 
परीक्षार्थियों के लिए भी,, , प्रमुख ज्ञानवर्धक  उपयोगी  जानकारी है ,,जो 
हर प्रतियोगी प्रश्न पत्र में ,,सामान्य ज्ञान के लिए,,, उपयोगी हो सकती है
 ,,आराध्य तीर्थ के लेखक ,,डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ,,किसी परिचय के 
मोहताज नहीं ,,बचपन से ही,, खिलोनो की जगह ,,,क़लम से खेले है ,,लिखना पढ़ना 
,,,इनका शोक रहा ,,और शिक्षण कार्यकाल में ही ,,,यह लेखन कार्य से जुड़े 
,,फिर इनके शोक के मुताबिक़,,, इन्हे राजस्थान  सुचना प्रसारण मंत्रालय में 
,,सरकार की योजनाओ के बारे में लिखने और पचार प्रसार  करने का काम,, 
जनसम्पर्क अधिकारी के रूप में मिला ,,,,,यह शोधपत्र लिखकर डॉक्टरेट की 
उपाधि लेकर सम्मानित हुए ,डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल,, सहायक निदेशक 
जनसम्पर्क से  सेवानिवृत हुए ,इनकी क़लम जादू बिखेरती है ,,प्यार बिखेरती है
 ,,मोहब्बत की खुशबु बिखेरती है ,,,साथ ही इनकी क़लम,, ज्ञानवर्धक होती है 
,कई दर्जन पुस्तकों के लेखक ,,हज़ारो हज़ार लेखो के लेखक ,,देश की सभी 
मैगज़ीन,, पत्र,, पत्रिकाओं में,, प्रकाशित होने वाले ,,,यह लेखक डॉक्टर 
प्रभात कुमार सिंघल ,,महत्वपूर्ण जानकारियां,,, गागर में सागर भरने का हुनर
 रखते है ,,आराध्य तीर्थ ,,,हिन्दू मुस्लिम ,,सिख,,ईसाई ,,जैन समाज सहित 
सभी वर्ग धर्म के लोगो के लिए,, ऐतिहासिक धार्मिक दस्तावेज है ,,जो विश्व 
पर्यटक स्तर पर,,, एक महत्वपूर्ण आवश्यक मार्गदर्शिका है ,,,,कोटा के मंजू 
प्रकाशन द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक ,,मुख पृष्ट सहित तीन सो पृष्ठों में 
प्रकाशित की गयी है ,,समान्यः प्रकाशन ,, सादा  ग्राफिक्स ,,इस बात का 
परिचायक है ,के पुस्तक के अल्फ़ाज़ ,,पुस्तक की जानकारियां जीवन्त है इसे 
मेकअप के दिखावे की ज़रूरत हरगिज़ नहीं ,,,,पुस्तक में प्रकाशित सामग्री में 
अल्फ़ाज़ों के ज़रिये ही ,,धार्मिक स्थलों का इतिहास और निर्माण का जो परिचय 
चित्रित किया गया है,,उससे लगता है के पुस्तक पढ़ने वाला ,,,इस  धार्मिक 
स्थल का,,, रूबरू दर्शनार्थी हो गया है ,,,,ग्राफिक एवं मुद्रक  मेक्सल 
कम्प्यूटर ऐंड प्रिंटर्स  के सलीमुद्दीन क़ाज़ी द्वारा ,,,मुद्रित की गयी  इस
 पुस्तक का प्रथम संस्करण ,,,हाल ही में  इसी साल  2017  में मुद्रित हुआ 
,,विमोचन हुआ,,, ,, 170 रूपये मूल्य की इस पुस्तक का पहला संस्करण ,,, 
लोकप्रिय होने की वजह से ,,,लगभग खत्म होने को है ,,दूसरा संस्करण शीघ्र 
छापा जाए ,,इस पुस्तक का अंग्रेजी अनुवाद भी हु बहु हो ,,ऐसी मांग 
ज़िम्मेदार पदों पर बैठे लोगो की आने से इस पुस्तक की सामग्री की उपयगीता 
साबित हो जाती है ,, पुस्तक में राजस्थान के सभी ज़िलों के ,,महत्वपूर्ण 
आराध्य ,,,तीर्थ स्थलों का संक्षिप्त ,,,लेकिन जीवंत वर्णन है ,, सामान्य 
रूप से ,,,पुस्तक को राष्ट्रिय स्तर पर उपयोगी बनाने के लिए ,,राष्ट्रिय 
धार्मिक,, पर्यटन स्थलों का सारांश भी ,,कागज़ के कलेजे पर जीवंत रूप से 
उकेरा  गया है ,,अल्फ़ाज़ों के जादूगर ,,,पुस्तक प्रकाशन ,,,सामग्री चयन के 
,,,हरफनमौला लेखक ,,, डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ने ,,140 से भी अधिक 
आराध्य तीर्थ स्थलों का विवरण दिया है ,,,जबकि राष्ट्रिय स्तर के 
महत्वपूर्ण आराध्य तीर्थ भी चित्रित है ,,पुस्तक में अजमेर ज़िले के 
तीर्थराज पुष्कर ,,,, ख्वाजा  गरीब नवाज़ की दरगाह ,,ढाई दिन का झोंपडे सहित
 14 ऐतिहासिक तीर्थस्थलों का विवरण है जबकि अलवर ज़िले के तिजरा ,, जगन्नाथ 
मंदिर सहित चार स्थलों का विवरण है ,इसी तरह से बाड़मेर के नाकोड़ा ,किराडू 
मंदिर ,,बीकानेर के करनी ,माता , शिवधाम ,शिवबाड़ी ,,भांडा शाह  जैन मंदिर 
,,,बूंदी के बिजासन माता ,,केशवराय पतन,,मुनि सुब्रतनाथ ,,कमलेश्वर महादेव 
मंदिर का ज़िक्र है जबकि भीलवाड़ा के मेनाल मंदिर ,,सवाई भोज ,,बिजलिया 
पार्श्वनाथ मंदिर का जीवंत दर्शन है ,, बांसवाड़ा के त्रिपुरा सुदंरी मंदिर 
,,बरन के सीताबाड़ी ,काकुनी ,,ब्रह्माणी माता ,,नागदा शिव जी ,,कल्याणरे 
,,भण्ड देवरा मंदिर का विवरण है ,,भरतपुर के लक्ष्मण ,,गंगा महारानी मंदिर 
,,चूरू के सालसर बालाजी ,,अंजना माता ,,,वेंकटेश्वर मंदिर ,,गुरुद्वारा 
साहिब  का चित्रण है जबकि छित्तोड़ के सेठ संवलियाँ मंदिर ,,कलिका माता 
मंदिर सहित चार मंदिर ,,डुंगरलपुर के पीर सईद फखरुद्दीन की दरगाह 
,,वेणेश्वरधाम ,,देवसोमनाथ ,,दोसा के महंदी पुर बालाजी ,,हर्षत माता मंदिर 
,,धौलपुर के चोपड़ा  मंदिर ,,मुचुकुन्द मंदिर ,,जयपुर के गोविन्द देव ,,गलता
 ,, मोती डूंगरी गणेश मदिर , गढ़ गणेश ,,लक्ष्मीनारायण ,,चंद्रप्रभु मंदिर 
सहित दस मंदिरो का ज़िक्र है ,,जोधपुर के चामुंडा देवी ,,आई माता ,, ओसिया 
मंदिर का ज़िक्र है ,,जैसलमेर के लोद्रवा जैन मंदिर ,,रामदेवरा ,,तनोट माता 
का ज़िक्र है ,,जालोर के सुन्धा माता मंदिर ,,पातालेश्वर मंदिर ,,झुंझुनू के
 नरहड़ ,दरगाह ,रानी सीता मंदिर ,,चारधाम मंदिर ,, झालावाड़ के नागेश्वर 
पाश्र्वनाथ ,,चाँद खेड़ी ,,सूर्य मंदिर ,,चंद्रभागा मंदिर और कोलवी की बौद्ध
 गुफाओ का विवरण है ,,करोली के केलादेवी ,,मदन मोहन मंदिर ,,कोटा के 
महाप्रभु ,,राधा माधव ,,,मुनि सुव्रतनाथ जैन मंदिर ,नाना देवी मंदिर 
,,कंसुआ ,,चरण चौकी ,,चारचौमा ,,भीम चोरी ,बूढ़ादीत ,,पोपाबाई ,,मोजी बाबा 
की गुफा ,,गोदावरी धाम ,,छोटी समाध ,,आज़म गढ़ गुरुद्वारा ,केसर खा ,,डोकर 
खान का मक़बरा ,,भारत माता मंदिर सहित अधरशिला व् अन्य मंदिरो का ज़िक्र है 
,,  मीरा बाई ,,तरकींन  दरगाह ,,दधिमाता मंदिर ,,पाली के रणकपुर जैन मंदिर 
,, फालना के स्वर्ण जैन मंदिर ,,राजसमंद के प्रभु द्रारका धीश मंदिर 
,श्रीनाथ मंदिर ,,चारभुजाजी मंदिर ,,सीकर के खाटू श्याम ,,शक्तिपीठ ,हर्ष 
पर्वत ,, सिरोही के देलवाड़ा मंदिर ,,अर्बुदा देवी ,,अचलेश्वर ,महादेव 
,,गुरु दत्तात्रेय के मंदिरो का ज़िक्र है ,, सवाई माधोपुर के त्रिनेत्र 
गणेश ,,श्री महावीरजी ,,चौथमाता मंदिर ,,श्रीगंगानगर के बुद्धजोहड़ 
गुरुद्वारा ,,गोगामेड़ी ,,,टोंक के दिग्गी कल्याणराय मंदिर ,,जमा मस्जिद 
,,उदयपुर के जगत अम्बिका मंदिर ,,ऋषभ देव् मंदिर ,,एकलिंग मंदिर ,,,निमाज 
माता ,,श्वेतामबर जैन मंदिर ,,जामामस्जिद चमनपुरा ,सहित कई तीर्थस्थलों का 
ज़िक्र है ,जबकि आराध्य तीर्थ ,,विवरण में राजस्थान की कुल देवियां 
,,राजस्थान  के लोकदेवता का सम्पूर्ण लेकिन संक्षिप्त विवरण है ,,पुस्तक 
में भारत के ,, पुण्यकारी चारधाम ,द्वादस ज्योतिर्लिंग ,,द्वादस 
ज्योतिर्लिंग ,,देवी के 51 शक्तिपात नवग्रह ,,जैन धर्म तीर्थकर का भी विवरण
 अंकित है ,,आराध्य तीर्थ ,एक सारगर्भित ,उपयोगी जानकारी का ऐतिहासिक विवरण
 के साथ धार्मिक स्थलों का एक ऐतिहासिक दस्तावेज बन गया है ,आराध्य तीर्थ 
को ,,तीर्थ दर्शन ,पर्यटन दर्शन ,,का एक पवित्र ,,उपयोगी ,ग्रंथ बनाने वाले
 ,,,लेखक डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल को बधाई मुबारकबाद ,,,,,संमीक्षक ,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

 
 

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