अनुभव
, वरिष्ठता , अपराध नियंत्रण में आधुनिक वैज्ञानिक तरीके ,अपने वरिष्ठ
लोगों का सम्मान ,, छोटे अधिकारियो से पारिवारिक रिश्ते ,किसी भी पुलिस
अधिकारी को दूसरे अधिकारीयों से अति विशिष्ठ बनाने के लिए काफी ,है और,,,
झालावाड़ ज़िले के पुलिस अधीक्षक , राम मूर्ति जोशी साहिब इनकी इन खूबियों की
वजह से ही , सर्वाधिक कामयाब ,, लोकप्रिय पुलिस अधिकारी है ,,, राममूर्ति
जोशी झालावाड़ पुलिस अधीक्षक के रूप में अपराधियों के खिलाफ सख्ती
,परिवादियों , प्रताड़ितों ,शोषितों के पक्ष में संवेदनशीलता का पाठ सिखाते
हैं ,वर्तमान कोरोना संकट में ,झालावाड़ मध्यप्रदेश का सीमावर्ती जिला होने
पर भी ,यहाँ कोरोना नियंत्रण ,,लोक डाउन में ज़रूरतमंदों की मदद के प्रबंधन
में राममूर्ति जोशी का ,पुलिस मानवीय चेहरा एक इतिहास बना गया है ,,
राम मूर्ति का चयन राजस्थान में ,राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी के रूप
में हुआ ,राजस्थान के लगभग सभी ज़िलों ,क़स्बों में ,पुलिस विभागों में इनका
पोस्टिंग अनुभव रहा राममूर्ति जोशी के पुलिस संकल्प में ,,शोषित ,उत्पीड़ित
,लोगों को तत्काल इंसाफ़ दिलवाना ,जबकि अपराधी चाहिए कितना ही रासुकात वाला
हो ,प्रभावशाली हो उसे जेल की सींखचों में डालना इनके पुलिस कर्तव्यों में
शामिल रहा है ,, अपने पुलिस उप अधीक्षक क्षेत्रों में ,,सभी अधीनस्थ थानों
की शांति समितियां ,सी एल जी समितियों से तो इनका भरोसे का ,व्यवहार रहा है
, जबकि आम पब्लिक में भी कुछ हिडन मित्र इन्हे,, इनके पोस्टेड क्षेत्र की
गुप्त सूचनाएं लगातार दें ,, ऐसी व्वयस्था भी यह हर क्षेत्र में करने के
विशिष्ठ अनुभवी है ,,,आम लोगों के बीच इनका विश्वास , इनका भरोसा ,आंदोलन ,
हिंसा ,गुस्से के माहौल में भी ,समझाइश कर नियंत्रित करने वाला रहा है
,,राममूर्ति जोशी ,,जुआँ , सट्टा , कालाबाज़ारी , धोखाधड़ी ,दूसरों की ज़मीन
जायदाद हड़पने वाले ,अपराधी, गैंगेस्टर चोथवसूली , नशे के कारोबारी , शराब
माफिया ,, खनन माफिया ,बजरी माफिया ,, हथियार माफिया जैसे अपराधियों के
मुखालिफ रहे है ,, ऐसे लोगों को इनकी पोस्टिंग क्षेत्र में मुखबिरी सूचनाओं
के आधार पर ,सबक़ सिखाने का इनका अपना अनुभव है ,,अपने वरिष्ठ अधिकारीयों
के अनुभवों से खुद सीखना ,अपने अनुभवों को अधीनस्थों को सिखाना , इनकी
परफेक्ट पुलिसिंग में शामिल है ,,, हत्या की अंधी गुत्थियों को सुलझाने
में इनकी वैज्ञानिक अनुसंधान पुलिसिंग के सभी लोग क़ायल है ,,जबकि महिलाओं
के प्रति अपराध के खिलाफ यह सख्त ही नहीं बहुत सख्त है ,,, ऐसे अपराधियों
को यह तत्काल गिरफ्तार कर ,सूक्ष्म साक्ष्य एकत्रित कर , तुरंत चालान
पेश ,कर ऐसे अपराधियों के खिलाफ परफेक्ट साक्ष्य के साथ उन्हें सज़ा मिले
इसकी कोशिशों में जुट जाते है ,,, राममूर्ति जोशी सी आई डी सी बी में भी
रहे ,,पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में भी रहे ,,एंटी करप्शन में भी रहे
,इन्होने कई भ्रष्ट अधिकारीयों को रेन्ड हैंडेड पकड़ने का भी रिकॉर्ड बनाया
है ,,, राममूर्ति जोशी पुलिस अधीक्षण के सेलेक्शन ग्रेड में चयनित होकर
,,चूरू ज़िले में पुलिस अधीक्षक रहे ,जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में नियुक्त हुए
,फिर पुलिस एकेडमी के अनुभव के बाद ,,इनकी पुलिस परफॉर्मेंस की कामयाबी
को देखते हुए ,,इन्हे राजस्थान के संवेदनशील ज़िलों में से एक झालावाड़ ज़िले
का पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया , झालवाड़ पुलिस अधीक्षक नियुक्त होने के बाद
,,राममूर्ति जोशी की है चिरपरिचित अंदाज़ की पुलिसिंग ,, ज़िले के सभी
क़स्बों के थानाधिकारियों ,उप अधीक्षकों ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित अन्य
अधिकारीयों की बैठक में ,उनका विश्वास ,,इनका अनुभव ,,अपराध घटनाओं का
फीडबैक ,इनका मार्गदर्शन ,और फिर परिणाम की शुरआत ,, झालावाड़ में इनकी
बेस्ट पुलिसिंग व्यवस्था ही है के ,इनके अधीनस्थ अधिकारी चाहे उप अधीक्षक
विजय शंकर शर्मा हों ,चाहे उप अधीक्षक भंवर सिंह हाड़ा हों ,या राजेश यादव
या कोई भी अधिकारी हों सभी मानवीय संवेदनाओं के साथ ,ईमानदारी से ,अपराध
नियंत्रण ,मानव सेवा में जुटे है ,, झालवाड़ में शराब माफियाओं ,,अपराध
माफियों ,नशे के सौदागरों की धरपकड़ तेज़ है ,,जुआरियों ,सटोरियों में भगदड़
का माहौल ,है जबकि मध्य प्रदेश सीमा से जुड़ा होने के कारण ,झालावाड़ ज़िले
में दूसरे राज्य के अपराधी भी ,यहां से पुलिस सख्ती को देखकर अपने राज्य
में भाग छूटे ,है जो नहीं भागे उन्हें ,,राममूर्ति जोशी के नेतृत्व में
पुलिस टीम ने सुबूतों के साथ गिरफ्तार कर जेल की सींखचों में डाल दिया
,राममूर्ति ,थानों में शिकायत दर्ज नहीं होने पर भी सख्ती दिखाते है ,,अगर
फरियादी थानों की उपेक्षा के कारण फरियाद लेकर ,इनके यहां उपस्थित होता है
,तो राममूर्ति जोशी तत्काल मुक़दमा तो दर्ज कर कार्यवाही के आदेश तो देते ही
हैं ,लेकिन ऐसे मुक़दमों में एफ आर ,अपराधियों से पुलिस सांठगांठ , उनके
खिलाफ अनुसंधान में कोताही की हर संदिग्ध कार्यवाही पर इनकी पेनी नज़र होती
है ,फिर ऐसे अनुसंधान अधिकारी की खेर भी नहीं ,जो अपराधियों से सांठ गांठ
कर ,परिवादी को ही प्रताड़ित करने का ज़िम्मेदार साबित होता है ,,, झालावाड़
में शराब माफियों से अलग अलग थाना क्षेत्रों में भारी अवैध शराब बरामद हुई
है ,,नशे के अवैध कारोबारी नशीले पदार्थों के साथ पकडे गए है ,, अवैध
हथियार के कारोबारियों से भारी मात्रा में ,तमंचे ,,पिस्तौल ,देशी कट्टे
,कारतूस बरामद हुए है ,, सफेदपोश अपराधियों पर इनकी लगातार निगरानी है
,जबकि हिस्ट्री सहित ,राउन्ड्री शीट में नामज़द अपराधियों की हर गतिविधियों
पर नज़र है , जिन हिस्ट्री शीटर्स ने अब अपने आचरण में सुधार का रुख किया है
उन्हें कोई परेशानी ,नहीं लेकिन नये जो अपराधी हैं ,उनकी हिस्ट्री शीट
तुरंत खुलने के आदेश हैं ,,रामामूर्ति जोशी अपराधियों में अपराध के खिलाफ
जागरण अभियान के साथ इन्हे स्वरोजगार से जोड़ने के पक्ष में भी हैं ,लेकिन
वर्तमान कोरोना संकट में पुलिस में , पुलिस का मूल कर्तव्य से अलग हठ कर
,इनके नेतृत्व में , झालावाड़ पुलिस ने परफेक्ट मानवीय चेहरे को उजागर किया
हैं ,, कोरोना संकट में जब लोकडाउन ज़बरस्त रहा ,तब आंधी तूफ़ान से मज़दूरों
की टापरियाँ टूटजाने , खाने के सामान भीगने से खराब हो जाने या खत्म हो
जाने की सुचना जब इन्हे मिली तो इन्होने उप अधीक्षक भंवर सिंह हाड़ा को
खानपुर के लिए ,विजय शंकर शर्मा झालावाड़ ,दूसरे अधिकारीयों को अपने अपने
क्षेत्र में व्यवस्थाएं देखने के निर्देश दिए , खुद राममूर्ति जोशी इन
मज़दूरों की टापरीयों में ,गए , उन्हें रोज़मर्रा खाना उपलब्ध कराया ,,
उन्हें भरोसा दिलवाया ,उनकी टापरियों को रहने लायक ठीक करने जैसी
व्यवस्थाओं में मदद का आश्वासन दिया ,,कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए
,जागृति अभियान से अधिकतम स्वेच्छिक रेंडम जांचों झालावाड़ में रिकॉर्ड
बनाया ,, कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में समाजसेवकों को उत्साहित कर ,,उन्हें
प्रेरित कर उनके ज़रिये ,खाने के पैकेट सहित ज़रूरत के हर सामान वितरित
करवाकर ,पुलिस कोरोना वॉरियर ,पुलिस मददगार , पुलिस संवेदनशीलता का चेहरा
साबित किया ,, राममूर्ति में यूँ तो बहुत खूबियां है ,लेकिन इनकी एक सादगी
ऐ हुस्न की ऐसी दास्ताँ हैं के हर शख्स इनकी इस सादगी ,इस विनम्रता पर मर
मिटता है ,,राममूर्ति जोशी आइ पी एस हैं ,, पुलिस में कई बढे ज़िलों में
पुलिस अधीक्षक रहे हैं , महत्वूर्ण पदों पर रहे है ,,महत्वपूर्ण कामयाब
पुलिसिंग के कर्तव्य साबित करके दिखाए है ,,,,लेकिन सोशल मिडिया में इनके
फेसबुक एकाउंट में ,,खुद की जानकारी में ,कोई आई पी एस होने का रुआब नहीं
दिखाया ,पुलिस अधीक्षक होने ,का रुआब नहीं दिखाया ,,सिर्फ एक लोकसेवक
,लिखकर ,झालावाड़ पोस्टिंग लिख कर ,, खुद को महान बना लिया है ,,, राममूर्ति
जोशी फील्ड में भी , इनके अनुभवों के अपराध नियंत्रण फार्मूले लेकर ,मौजूद
रहते है ,जबकि दफ्तर में रहते वक़्त भी इनके पास ,,इनकी हिडन सुचना प्रणाली
के परफेक्ट होने से ,, लगभग सभी ,पुलिस बीट क्षेत्रों की प्रमुख खबरे होती
है ,जिनमे पुलिस अपराध सांठ गांठ ,, बढे अपराधों की पूर्व सूचनाएं ,, सफेद
पोश अपराधियों की भी सूचनाएं होती है ,,इसीलिए राम मूर्ति , अपने पुलिस
परिवार में , राम बनकर ईमानदार परफेक्ट पुलिसिंग का पाठ पढ़ाते है ,तो एक
पवित्र मूर्ति बनकर ,अधीनस्थों को इनके कर्तव्यों की , ईमानदार पुलिसिंग की
, पूजा करके उसके अनुकरण की सीख देते है ,,,, अख्तर खान अकेला कोटा
राजस्थान


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