आपको तो याद है ना ,, धृतराष्ट्र के पुत्र , सो पुत्र , कौरव जिन्हे कहते है ,, उनमे दुर्योधन हो ,चाहे दुशासन ,, महिलाओं के लिए उनके दिल में ज़रा भी सम्मान नहीं था ,महिलाओं से अभद्रता ,महिलाये नहीं खुद की भाभी के साथ अभद्रता ,,गंदी हरकते ,चीर हरण ,सभी कुछ तो अपमानकारी आदतें महिलाओं के खिलाफ उनमे थी ,, लेकिन आज ,उन कौरवों के कुछ वंशज है ,जो महिलाओं के लिए , महिला के ,लिए त्याग तपस्या की स्वीकृत मुहरत के लिए ,,अपनी बहु , अपनी बेटी के लिए ,, खुले रूप से बेहदगी भरे अल्फ़ाज़ ,बेहूदा विचार रखते ,है इनसे परेशान होने की ज़रूरत नहीं है ,, यह कौरवों के वंशज ,है इनसे उम्मीद इससे ज़्यादा कर भी नहीं सकते ,,महिला का अपमान ,बेहूदगी इनके डी ऍन ऐ में है तभी तो ,रोज़ रोज़ एक महिला के लिए अपशब्द ,लिखकर बोलकर खुद को यह लोग महान समझते है , खेर एक दिन या तो यह सुधर जाएंगे या फिर ईश्वर इन्हे खुद सुधार देगा ,, अख्तर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)