पौराणिक काल से , जनसम्पर्क ,,पत्रकारिता,, सूचनाओं का आदान प्रदान , भूतकाल , वर्तमान काल , भविष्य काल , पत्रकारिता के तब और अब के सभी बदलते रूप ,,डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ने अपने चंद अल्फ़ाज़ों में , अलग अलग विशेषज्ञ लेखकों से संवाद कर ,,पत्रकारिता , संवाद ,जनसंचार , जनसम्पर्क ,के ,माध्यम ,, तोर तरीके , इतिहास को लेकर ,,, ज्ञानवर्धक ,, शोध ग्रन्थ प्रकाशित करने का सफलतम प्रयास किया है , यह कोई प्रकाशन नहीं ,, यह पत्रकारिता , जनसंचार ,माध्यम ,इतिहास , पौराणिक काल ,से अब तक ,का एक शोध ग्रंथ है ,जो आने वाले पत्रकारिता के छात्र ,छात्रों के लिए बहुउपयोगी सामग्री है ,, पुस्तक प्रकाश के पीछे डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल का मंतव्य सिर्फ , जनसम्पर्क , पत्रकारिता को लेकर , सभी तरह की जानकारियां उपलब्ध कराना रहा है ,, डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल खुद जनसम्पर्क अधिकारी के कार्यकाल में सभी तरह के पत्रकारों के सम्पर्क में रहे है , खुद लेखक रहे है ,,प्रशासन और पत्रकारिता के माध्यम से आम लोगों के बीच जन संवाद की सफलतम कढ़ी रहे है ,इस कारण उनकी यह कोशिश , पत्रकारिता , साहित्यिक , जनसम्पर्क क्षेत्र से जुड़े हर वर्ग के लिए बहुउपयोगी ग्रंथ है ,,पुस्तक में , लेखक डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ने खुद के अनुभवों की तपिश से इस पुस्तक के एक एक अलफ़ाज़ को संवारा है ,सजाया है , ,अलग अलग विशेषज्ञ लेखकों के सहयोग से अपनी जानकारियों को तपा कर इसे कुंदन बना दिया है ,, तीन अलग अलग खंडों में प्रकाशित इस पुस्तक के पहले खंड में जनसंचार माध्यम को फोकस किया है ,,जिसमे पौराणिक ,भोजपत्र , ताम्रपत्र , हस्तलिपिक ग्रंथ ,के अलावा , रोक पेंटिंग ,शिलालेख ,मुगल काल , परम्परागत लोकमाध्यम , रेडियो , दूरदर्शन ,मोबाइल , इंटरनेट ,फ़िल्म चल चरित्र , समाचार पत्रों का उद्भव , इतिहास हिंदी पत्रकारिता , ,भाषायी पत्रकारिता को लेकर महत्वपूर्ण ज्ञानवर्धक जानकारियां गागर में सागर की तरह भरकर समो दी हैं , पुस्तक के तीसरे खंड में पत्रकारिता के विविध रूप प्रदर्शित करते हुए ,, पुस्तक में डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ने , खोजी पत्रकारिता , अपराध पत्र , खेल , ग्रामीण एवं कृषि , वाणिज्य , विकास , आर्थिक , फोटो पत्रकारिता , फिल्म ,स्वास्थ्य ,विज्ञानं ,रेडियो ,,संसदीय , महिला बाल पत्रकारिता ,,रक्षा ,विधि ,पर्यावरण ,साहित्यिक ,स्वंतंत्र लेखन , पत्रकार एवं पत्रकारिता , राजनितिक पत्रकारिता सहित अलग अलग मुद्दों की पत्रकारिता के तोर तरीके विशेषज्ञ अनुभवों के ज़रिये प्रकाशित किये ,हैं ,, आज के युग में पत्रकारिता के बदलते परिदृश्य में , प्रिंट मिडिया ,,इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सहित तरह के संचार माध्यमों में अलग अलग बीट यानि खंड बनाकर , पत्रकारों की खबर लाने के लिए ड्यूटी लगाई जाती ,है ऐसे में इस पुस्तक की विशेषज्ञ राय ऐसे पत्रकारों के लिए अधिक महत्वपूर्ण हो जाती ,है , तीसरे खंड में डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ने पत्रकारिता के बारे में विचार मंथन लेखकों ,विशेषज्ञों के आलेखों के ज़रिये पत्रकारिता के विभिन्न क्षेत्रों को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियाँ समाहित की हैं ,, डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल का प्रयास रहा है के खंड एक में जनसंवाद ,पत्रकारिता ,अभिव्यक्ति की उतपत्ति ,इतिहास ,व्वयस्थाये , मूकअभिव्यक्ति ,के बारे में लोग समझ ,सकें जबकि खडं दो में पत्रकारिता ,भाषा ,साहित्य ,पत्रकारिता के विविध स्वरूप है ,इसी तरह से खंड तीन में,,
सोशल नेट वर्क की लोकप्रियता और चुनोतियाँ, लघु समाचार पत्रों की चुनोतियाँ, पत्रकारिता के बदलते हालात,साइबर क्राइम,लोक जीवन में संचार की परंपरागत विधियां, प्रजामंडल का पत्रकारिता में योगदान, इतिहास बन गई कप्तान सा.की गाथा, जन सम्पर्क अधिकारी की सफलता के सीक्रेटटिप्स ,,आवाज़ बुलंद करती साहित्यिक पत्रकारिता, ग्रामीण पत्रकार चुनोतियो के बीच निभा रहे है अपना धर्म, पूंजी निवेशको का बढ़ता नियंत्रण,चैनलों का सत्यांश प्रेषण, आदि विषयों पर देश के 17 लेखकों के विचारपरक आलेख शामिल हैं, जिसमे ,, पत्रकारिता बुक के तीसरे खंड के लेखक सूची , 1 संजय द्विवेदी का लेख,भोपाल 2 डॉ. महेंद्र भानावत का लेख,उदयपुर 3 वेद व्यास का लेख,जयपुर 4 ललित गर्ग का लेख, दिल्ली 5 बाल मुकुंद ओझा का लेख, जयपुर 6 अख्तर खान "अकेला" का लेख,कोटा 7 डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव का लेख,कोटा 8 पन्नालाल मेघवाल का लेख,उदयपुर 9 रोहन ऋषि सहगल का लेख,मध्यप्रदेश 10 डॉ. तुकतुक भानावत का लेख,उदयपुर 11 के.डी.अब्बासी का लेख, 12 दिलीप शाह "मधुप" का लेख,बारां 13 निशा गुप्ता का लेख,रामगंजमंडी 14 डॉ. प्रभात कुमार सिंघल का लेख,कोटा 15 बृजेश विजयवर्गीय का लेख,कोटा 16 अब्दुल अलीम का लेख,कोटा 17 सत्येंद्र मट्टू जैसे विशेषज्ञ लेखकों के लेख शामिल हैं ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सोशल नेट वर्क की लोकप्रियता और चुनोतियाँ, लघु समाचार पत्रों की चुनोतियाँ, पत्रकारिता के बदलते हालात,साइबर क्राइम,लोक जीवन में संचार की परंपरागत विधियां, प्रजामंडल का पत्रकारिता में योगदान, इतिहास बन गई कप्तान सा.की गाथा, जन सम्पर्क अधिकारी की सफलता के सीक्रेटटिप्स ,,आवाज़ बुलंद करती साहित्यिक पत्रकारिता, ग्रामीण पत्रकार चुनोतियो के बीच निभा रहे है अपना धर्म, पूंजी निवेशको का बढ़ता नियंत्रण,चैनलों का सत्यांश प्रेषण, आदि विषयों पर देश के 17 लेखकों के विचारपरक आलेख शामिल हैं, जिसमे ,, पत्रकारिता बुक के तीसरे खंड के लेखक सूची , 1 संजय द्विवेदी का लेख,भोपाल 2 डॉ. महेंद्र भानावत का लेख,उदयपुर 3 वेद व्यास का लेख,जयपुर 4 ललित गर्ग का लेख, दिल्ली 5 बाल मुकुंद ओझा का लेख, जयपुर 6 अख्तर खान "अकेला" का लेख,कोटा 7 डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव का लेख,कोटा 8 पन्नालाल मेघवाल का लेख,उदयपुर 9 रोहन ऋषि सहगल का लेख,मध्यप्रदेश 10 डॉ. तुकतुक भानावत का लेख,उदयपुर 11 के.डी.अब्बासी का लेख, 12 दिलीप शाह "मधुप" का लेख,बारां 13 निशा गुप्ता का लेख,रामगंजमंडी 14 डॉ. प्रभात कुमार सिंघल का लेख,कोटा 15 बृजेश विजयवर्गीय का लेख,कोटा 16 अब्दुल अलीम का लेख,कोटा 17 सत्येंद्र मट्टू जैसे विशेषज्ञ लेखकों के लेख शामिल हैं ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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