आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

30 मई 2020

कोटा में सर्वाधिक पांच साल से भी अधिक पुलिस अधीक्षक पद पर रहे ,,ऍन आर के रेड्डी ,,पुलिस महानिदेशक जेल के पद से सेवानिवृत हुए है ,,, उन्होंने आज बातचीत के दौरान , कोटा में अपराध नियंत्रण व्यवस्था मामले में , कोटा पुलिसिंग,, पत्रकारिता की ईमानदार सांझेदारी ,ज़िम्मेदारी की यादगार के लम्हों को ताज़ा किया ,


कोटा में सर्वाधिक पांच साल से भी अधिक पुलिस  अधीक्षक पद पर रहे ,,ऍन आर के रेड्डी ,,पुलिस महानिदेशक जेल के पद से सेवानिवृत हुए है ,,, उन्होंने आज बातचीत के दौरान , कोटा में अपराध नियंत्रण व्यवस्था मामले में , कोटा पुलिसिंग,, पत्रकारिता की ईमानदार सांझेदारी ,ज़िम्मेदारी  की यादगार के लम्हों को ताज़ा किया ,, कोटा में अपराध नियंत्रण ,,ईमानदार अधिकारीयों की पुलिसिंग बेईमान पुलिस अधिकारीयों को घर बिठाने की प्रक्रिया ,सटोरियों ,अवैध व्यापारियों ,कालाबाज़ारियों ,नशे के व्यापारियों में ,पुलिस का खौफ ,,रोज़ मर्रा बढे बढे अपराधियों के यहाँ छापेमारी , उनकी गिरफ्तारी ,, कोई सिफारिश नहीं ,,,कोई बेईमानी की शिकायते नहीं ,,गरीब से गरीब ,लाचार से लाचार फरियादी को किसी की सिफारिश की ज़रूरत नहीं ,जबकि अपराध से बचने के लिए बढे से बढे नेता जी की भी कोई सिफारिश नहीं ,, बस यही कोटा में ऍन आर के रेड्डी के कार्यकाल की यादें हैं, ,पत्रकारिता का ,सम्मान ,तत्काल प्रेस ब्रीफिंग , सीधे पत्रकारों से खबरों की ईमानदाराना सांझेदारी ,, क़ानून व्यवस्था लागू करने के लिए पुलिस का ईमानदाराना अध्याय था ,जो यादगार है ,, ऍन आर के रेड्डी अकेले ऐसे पुलिस महानिदेशक पद से सेवानिवृत होकर जाने वाले अधिकारी हैं जिन्होंने राजस्थान में विभिन महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त रहने के बाद भी अपना खुद का मकान भी नहीं बनाया , वोह सेवानिवृत्ति की विदाई के बाद हैदराबाद ,अपने पुश्तैनी निवास पर रवाना हुए ,है ,हैदराबाद में उनके पुत्र ,पुत्र वधु विशेषज्ञ चिकित्स्क ,है  जबकि पुत्री नामचीन वकील ,है दामाद व्यवसायी है ,, जी हाँ  अनुभवी ,मिलनसार ,वरिष्ठ ,हर दिल अज़ीज़ ,,तेज़तर्रार ,ईमानदार ,वरिष्ठ पुलिसअधिकारी ,,ऍन आर के रेड्डी वरिष्ठतम पुलिस अधिकारी डी जी जेल के पद  से  सेवानिव्रत हो गए  ,,उनका कार्यकाल 31 2020 तक है ,लेकिन अवकाश होने के कारण उनकी सेवानिवृत्ति औपचारिक कार्यक्रम शुक्रवार को ही हुआ है  ,,,,,रेड्डी का कोटा से खासा जुड़ाव रहा है ,कोटा में  ऐतिहासिक निर्विवाद रूप से रेड्डी सर्वाधिक कार्यकाल पांच वर्ष से भी अधिक समय के लिए पुलिस अधीक्षक रहे है इनके कार्यकाल में , कई गंभीर घटनाओं का खुलासा इनके नेतृत्व में किया गया है , कोटा के नौजवानों में नशे की लत छुड़वाकर ,उन्हें स्वरोजगार से जोड़ना ,,इनकी अपनी ज़िद थी ,,, ,जिसमे यह कामयाब भी हुए ,,,सी बी आई में  भी रहकर रेड्डी साहिब ने कई असम्भव मामलों को सुलझाकर सभी को चौंका दिया था,बेदाग ,निर्भीक ,,निष्पक्ष ,,ईमानदार ,,अनुभवी पुलिस अधिकारी ,,ऍन आर के रेड्डी के एकेडमी कार्यकाल में ही ,,राजस्थान सरकार ने यूनिफॉर्म व्यवस्थाये की ,,हैं ,रेड्डी कोटा में लम्बे कार्यकाल में ,कुशल क़ानून व्यवस्था के प्रबंधक साबित हुए ,,इनकी ईमानदार छवि ,कोटा सहित राजस्थान के लोगों को आज भी याद है ,,कोटा में  यह पत्रकारों के मित्र पुलिस की छवि रखते थे , अपने ईमानदार अधीनस्थ अधिकारीयों को यह हर हाल में कवच बनकर खुला सपोर्ट करते थे ,,एक अधिकारी के खिलाफ जब कुछ नेता लोग शिकायत लेकर आये ,तो इन्होने उन्हें साफ़ कहा ,वोह ईमानदार अधिकारी ,है उसे तो में किसी भी सूरत में नहीं हटाऊँगा ,या तो उसके खिलाफ कोई शिकायत लाओ ,नहीं तो फिर आप मुझे ही हटवा दो ,ऍन आर के रेड्डी से जब हमने उनके नाम के रहस्य के बारे में पूंछा तो उन्होंने बताया के दक्षिण भारत में नाम ,पिता का नाम ,गांव का नाम ,यानि पूरा पता एक ही नाम में अंकित होता है ,,रेड्डी सरकार के वफादार ,ज़िम्मेदार ,ईमानदार अधिकारियों की छवि रखने वाले प्रमुख अधिकारीयों में से है ,,इन्होने कभी राजनितिक सिफारिश के प्रयास नहीं किये ,यह अधिकतम केंद्र की प्रतिनियुक्ति पर राजस्थान केडर के होने पर भी दो बार लम्बे कार्यकाल के लिए महत्वपूर्ण पदो पर  रहे हैं ,, रेड्डी को  पुलिस मेडल ,सहित कई महत्वपूर्ण सर्वोच्च पुलिस पुरस्कार भी मिले है ,, कुछ माह पूर्व कोटा  एक विचाराधीन ,कैदी के इलाज के लिए , गंभीर मरीज़  होने से तत्काल ,इलाज की राशि स्वीकृत करने की  मेने वार्ता की तो इन्होने पत्रावली की गंभीरता को देखते हुए ,,तत्काल अधिकतम इलाज राशि स्वीकृत की ,,लेकिन काल के  क्रूर हाथों ने ,,इस विचाराधीन मरीज़ को इलाज के दौरान ही ,हमसे छीन लिया ,ऍन आर के रेड्डी ,ऐसे अधिकारीयों में से हैं ,जो किसी भी व्यक्ति से उन्होंने कभी बतौर गिफ्ट भी कुछ नहीं लिया ,सिर्फ बेठों ,बात करो ,वाजिब काम हो तो करवाओ ,,पुलिसिंग में मददगार बनों ,चाय पानी पियों , लेकिन एक डायरी ,पेन  भी उनको किसी से बेहतर भरोसे के संबंध होने पर भी लेना मंज़ूर नहीं रहा ,,दीपावली वगेरा की मिठाई अलबत्ता मिल बाँट कर खाने खिलाने की रिवायत थी ,ऍन आर के रेड्डी की सेवानिवृत्ति ,इनकी कार्यशैली , इनके कार्यकाल में इनका व्यवहार ,इनका पुलिस प्रबंधन ,इनके द्वारा सुलझायी गयी अंधी गुत्थियों के कामयाब क़िस्से ,पुलिस अधिकारीयों के लिए अनुकरणीय सबक़ रहेगा ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...