एक
खूबसूरत आवाज़ ,, एक खूबसूरत अदाकारी ,, एक खूबसूरत प्रस्तुतिकरण , जुबान
की मिठास ,, पुरकशिश अल्फ़ाज़ ,, हर कार्यक्रम में रूह ऐ रवां बनकर ,,
कामयाबी की खुशबु घोलती हुई ,, ,यह रवानवी , ,,बहन रेनू श्रीवास्तव,
डॉक्टर रेणु श्रीवास्तव , यूँ तो किसी परिचय की मोहताज नहीं ,, लेकिन अब
वोह ,पत्रकारों की डॉक्टर ,यानी पत्रकारिता पर पी एच डी भी हो गईं , है
,,बहुत मुश्किल काम है ,परिवार की ज़िम्मेदारियाँ संभालना ,, खुद कामकाजी
महिला होने के नाते अपनी ज़िम्मेदारियाँ ,फिर खुद को सबसे बेहतर ,सबसे
सर्वश्रेष्ट साबित करने की दौड़ में , तीन महत्वपूर्ण विषयों पर पुस्तकों
का प्रकाशन की ,, मुखर कामयाबी बहुत मुश्किल है ,,लेकिन यह सब इस ऐंकर
क्वीन ,,इस पुरकशिश लहजे की रवानगी भरी ज़ुबान , इस अल्फ़ाज़ों को खुशबूदार ,
लज़्ज़तदार बनाकर हर कार्यक्रम की खूबसूरती में चार चाँद लगाकर रौशनी भर
देने वाली इस मेहनत और लगन की ज़िम्मेदार मुहर्त ,, बहन रेनू ने साबित कर
दिखाया है ,, कहते है ,, यु तो में क़तरा हूँ मुझे मेरे अंदाज़ ने समंदर
बना दिया ,,यूँ तो में एक कण हूँ खूबियों ने मुझे पर्वत बना दिया ,,सच है
,,,जी हाँ दोस्तों में बात कर रहा हूँ रेनू श्रीवास्तव एंकर की जो
पत्रकारिता में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त कर अब डॉक्टर रेनू बन चुकी है
,,,जैसा नाम वैसा ही काम एक कण ,, रेनू यानि एक अणु ,,जिससे मिलकर पूरी
कायनात ,,पूरी दुनिया बनाई गई है ,,,अगर उसका अंदाज़ निराला हो ,, उसमे
मौसीक़ी हो ,,हिम्मत हो ,,जज़्बा हो ,, तो यह अणु ,,,एक समंदर,,, एक पर्वत का
रूप ले लेता है ,,और खुद रेनू ने ,,,अपनी महनत और लगन से,,, खुद को
एंकरिंग और लेखन क्षेत्र में आकाश कर लिया है ,,,दोस्तों रेणु श्रीवास्तव
जिसकी खनखनाती आवाज़ ,,जिसका अंदाज़ किसी भी बोझिल कार्यक्रम को खूबसूरत और
आकर्षक बना देता है ,,,,कहते है अल्फ़ाज़ों में अगर रवानगी हो ,,मौसीक़ी हो
,,मिठास हो ,,अंदाज़ हो और सही वक़्त पर इन अल्फ़ाज़ों का उपयोग हो तो किसी भी
बोझिल वातावरण को खुशगवार बनाया जा सकता है ,,रेनू श्रीवास्तव कार्यक्रम के
संचालन ,,कार्यक्रम की खूबसूरत एंकरिंग के इस हुनर में माहिर है ,,मास्टर
है और इसीलिए यह राजस्थान में एंकरिंग की दुनिया में आज सर्वोच्च हो गई है
,,,,मेला दशहरा हो ,,,,पुलिस प्रशिक्षण या फिर स्किल डवलपमेंट कार्यक्रम
हो ,,,आज़ादी के स्वर का कार्यक्रम हो ,,हिंदी दिवस समारोह हो ,,आकाशवाणी
हो ,,,टी वी चैनल हो सभी जगह एक नए अंदाज़ ,,नए जज़्बात ,,नए अलफ़ाज़ ,,नयी
मौसीक़ी ,,नया रिदम ,,नये व्यक्तित्व के साथ लुभावने अंदाज़ में जब रेनू
एंकरिंग करती है तो जो भी कार्यक्रम हो उसकी रूह उसकी आत्मा बन जाती है
,,,,,एक बोझिल वातावरण खुशनुमा माहोल में बदल जाता है ,,,जैसे एक खूबसूरत
ग़ज़ल को लोग सुनते भी ,,देखते भी है ,, समझते भी है और दाद भी देते है बस
कमोबेश इसी अंदाज़ में रेनू की एंकरिंग को लोग सराहते है उस लम्हे को यादगार
बनाते है ,,,,,,,,,,,,,रेनू श्रीवास्तव एक घरेलू ग्रहणी के साथ अपनी सारी
पारिवारिक ज़िम्मेदारियों को बखूबी निभाती है ,,सामाजिक ज़िम्मेदारियाँ
,,कामकाजी महिला होने की वजह से नौकरी की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद अपने इस
एंकरिंग के हुनर को आकाश कर लेना वाक़ई क़ाबिले तारीफ़ है और रेनू की इस
कामयाबी को देखकर खुद ब खुद दिल से दाद निकल उठती है वाह वाह कहने को जी
करता है ,,,,,,,,,,रेनू ने हिंदी साहित्य में एम.ए. किया फिर पत्रकारिता
में स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री की। कामकाजी महिला के साथ पारिवारिक
दाम्पत्य जीवन के निर्वहन के साथ रेनू ने अपना होसला दिखाया अपने एंकरिंग
के हुनर को तराशा ,,संवारा और खुद को आकाश कर लिया ,,रेनू थकी नहीं है
उन्होंने उदयपुर से पत्रकारिता विषय पर पीएच.डी. की है ,, अब वो रेनू से
डॉक्टर रेनू बन चुकी है और इसके साथ डॉ. रेनू ने तीन किताबें(संचार का
नया माध्यम वेब रेडियो, शिक्षण संस्थाओं में वेब रेडियो और राजस्थान का लोक
संगीत) लिखी है ,, वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के अपने कार्यालय
समय में पूरी ज़िम्मेदारी से काम करने के बाद रेनू कोटा आकाशवाणी में भी
आकस्मिक उदघोषक है ,,कई कार्यक्रम संचालित करती है ,,कई साक्षात्कार लेती
है ,,जबकि अपनी पुरकशिश आवाज़ ,,,,लुभावने अलफ़ाज़ ,,अल्फ़ाज़ों में गीत ,,रिदम
,,मौसीक़ी के नए अंदाज़ के साथ रेनू झालावाड़ में चन्द्रभागा मेले की कई सालों
से लगातार एंकरिंग कर रही है जबकि कोटा मेले दशहरे में भी आपकी एंकरिंग
सर्वोच्च है ,,,रेनू श्रीवास्तव को चिश्ती प्रोडक्शन की तरफ से ,,,मिसेज़
कोन्ज़ीनाइलिटी ,,,एवार्ड से भी नवाज़ा गया जो चिश्ती प्रोडक्शन का ख्यात्मान
एवार्ड है और इसके लिए ऐसी शख्सियत को चुना जाता है जो बहुमुखी प्रतिभा हो
,,हर दिल अज़ीज़ हो ,,जिसका अंदाज़ निराला हो आकर्षक हो ,,लुभावना हो इसके
साथ ही रेनू ने मोस्ट पॉपुलर फेस इन हाड़ौती, रॉयल दिवा और टेलेंटेड दिवा
का खिताब भी अपने नाम किया है। ,,,,,,रेनू श्रीवास्तव वर्धमान महावीर
युनिवर्सीटी के कार्यक्रमों की एंकरिंग कर उन कार्यक्रमों में तो जान फूंक
देती है लेकिन इनकी तासीर है इनका हुनर है की किसी भी बोझिल कार्यक्रम की
एंकरिंग अगर इनके पास आ जाए तो उसमे यह रस बिखेर देती है ,,उस बोझिल
कार्यक्रम को आकर्षक और मोहक बना देती है ,,रेनू श्रीवास्तव टी वी चैनल पर
स्पोन्सर्ड फेमिली गेम शो(व्हील स्मार्ट श्रीमती) में प्रतियोगी थी और
इन्हे चौसठ युगल जोड़ी के प्रतियोगियों में पूरे भारत मे दूसरा स्थान
प्राप्त हुआ। यह रेनू श्रीवास्तव और इनके हमदम ,,इनके जीवन साथी ,,इनके
सारथि आशुतोष श्रीवास्तव के लिए गौरव का दिन था और इस जीत से इन्होने कोटा
का भी नाम रोशन किया है ,,,,,, इस युगल कामयाब स्मार्ट जोड़ी का यह
मुस्कुराता अंदाज़ किसी टूथपेस्ट का विज्ञापन नहीं यह तो इनका अंदाज़ है
,,इनकी जीवन शैली है ,,,,,,जिसका प्रमुख सिद्धांत हंसो और हँसते रहो खुद भी
खिलखिलाओ दुसरो को भी खिलखिलाते रहो ,,बेजान ज़िंदगियों में अपनेपन का रंग
भर दो ,,,बोझिल वातावरण को खुशगवार माहोल में बदल कर यही इसी सर ज़मीन पर
माहोल स्वर्ग सा कर दो ,,,, इस निराले अंदाज़ को सलाम
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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