देश में अगर संग्रहालय क़ानून ,एन्सिएंट मोन्यूमेंट एक्ट , ईमानदारी से लागू
होता ,,तो यक़ीनन ,आज जो ऐतिहासिक स्मारक ,,सो साल पुराने स्मारक ,जिन
स्मारकों में आज़ादी की दास्ताँन ,,कई ऐतिहासिक शहीदों की कहानियां छुपी है ,
आज वोह सभी स्थल सरकार के अधिग्रहण में होते ,वहां म्यूज़ियम होते ,,आज़ादी
के दीवानों के ,,इतिहास के आयने में पर्यटकों को उस स्वाभिमान को दिखाया
जाता ,यह महल ,भवन आज निजी पांच सितारा होटल ,या शादी ब्याह कार्यक्रमों
में कमाई का ज़रिया नहीं होते ,,,,, अख्तर
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