कोरोना योद्धाओं पर ,सहमी हुई बिल्ली ,या भूख से तड़पते लोग क्यों पथराव कर
देते है ,,गुजरात में समझ में आया होगा , वहां उत्तर प्रदेश के सब्र और
शुक्र से बैठे लोगों का जब सब्र का बाँध टूट गया ,तो व्यवस्थाओं में लगे
,,पुलिसकर्मियों पर गुस्साए लोगों ने पथराव किया ,,इन पर मुक़दमा होने की
जगह इन्हे सुविधाएं देना चाहिए ,चेतावनी देकर ,थोड़ा बहुत सबक़ देकर ,छोड़ना
चाहिए ,,यही मानवता का तक़ाज़ा है ,इनकी मानसिकता आपराधिक नहीं ,,हालातों ने
इन्हे गुस्सा दिलाया है ,,समझे भाईजान ,,, अख्तर

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