पति पोंछा लगाते हुए मन ही मन सोचकर खुश हुए जा रहे थे - "अच्छा! कोई
बात नहीं। अब 5-6 दिन ही रह गया है। किसी तरह काट लेना है इसे। उसके बाद
जश्न होगा, जश्न! बस लाॅक डाउन खत्म हो जाए, फिर काहे का चौका-बर्तन, काहे
का झाङू-पोंछा!!" 😊
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उधर सामने सोफे पर बैठी पत्नी उनके चेहरे की मुस्कुराहट को देख मन ही मन मुस्कराते हुवे सोच रही थीं - "तुम्हारे अंदर की खुशी जो हिलोरे मार रही है न, वो मैं अच्छी तरह से समझ रही हूँ। ऐसे ही खुश हो लो 5-6 दिन। वो मोदी है ...एक बार फिर से आएगा TV पर"
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उधर सामने सोफे पर बैठी पत्नी उनके चेहरे की मुस्कुराहट को देख मन ही मन मुस्कराते हुवे सोच रही थीं - "तुम्हारे अंदर की खुशी जो हिलोरे मार रही है न, वो मैं अच्छी तरह से समझ रही हूँ। ऐसे ही खुश हो लो 5-6 दिन। वो मोदी है ...एक बार फिर से आएगा TV पर"
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