आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

16 अप्रैल 2020

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ,,शेर दिली प्रबंधन व्यवस्था के तहत

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ,,शेर दिली प्रबंधन व्यवस्था के तहत ,,देश में भाजपा के प्रवक्ता , कार्यकर्ता एजेंट बनकर ,काम करते हुए ,गैर भाजपाई सरकार के खिलाफ षड्यंत्र रचने वाले पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी है ,,देश में सभी सरकारों को ऐसे एजेंट ,,कार्यकर्ता बने कथित पत्रकारों ,चेनल्स के हेड के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजकर राष्ट्रविरोधी षड्यंत्र से देश को बचाने का सबक़ लेना चाहिए ,,देश जानता है ,देश की जनता जानती है ,,वर्तमान हालातों में अधिकतम पत्रकार ,,भाजपा एजेंडे के तहत हर खबर में ऐंगल तलाश कर खबर का प्रसारण ,प्रकाशन करते है ,,,भाजपा शासित सरकार हो या फिर केंद्र की सरकार हो ,उसकी किसी भी प्रकार की नाकामयाबी ,अव्यवस्था पर वोह कोई खबर नहीं बनाते है ,बस टारगेट बनाकर विपक्ष में बैठे लोगों के खिलाफ राई का पर्वत बनाना ,,झूंठ को बढ़ावा देना ,,गैरभाजपाई सरकारों ,और गैर भाजपाई वोटर्स को टारगेट करके ,,खबर बनाने की प्रयोगशालाए तैयार कर खबर बनाने का काम ,, इन कथित पत्रकार का लबादा ओढ़े ,,भाजपा के हिडन एजेंटों द्वारा किया जा रहा है ,,ऐसा नहीं है देश में इन लोगों के खिलाफ क़ानून नहीं ,है लेकिन क़ानून ,, में कई बार दिक़्क़त यह आती है ,के ,,हमने समझा तथा हाकम से करेंगे फरियाद ,कमबख्त वोह भी तुम्हारा चाहने वाला निकला ,,,उद्ध्वठकरे के खिलाफ एक साज़िश रची गयी ,भाजपा और भाजपा के हिडन एजेंट बने पत्रकारों को ,, उद्धव ठाकरे का शासन गले नहीं उतर रहा ,वोह कर्नाटक ,मध्य्प्रदेश की तर्ज़ पर सरकारें गिराने ,,वातावरण बिगाड़ने के एजेंडे पर काम कर रहे है ,,इसीलिए कोरोना एड्वाज़री होते हुए भी ,आपदा प्रबंधन अधिनियम , ,महामारी अधिनियम ,के विधिक प्रावधानों में ,खबरों की मर्यादाओं की पाबंदी होने ,,धारा 144 में सकारात्मक और सच्ची खबरों के प्रकाशन , प्रसारण की बाध्यता होने पर भी ,,कथित एक खुद को पत्रकारिता का चैनल बताने वाले ,ऐ बी पी चैनल ,रजत शर्मा के ट्वीट और कुछ सोशल मिडिया एक्टिविस्टों ने ,सरकार के खिलाफ वातावरण बनाने के लिए अफवाह फैलाई और महाराष्ट्र के मुम्बई में अराजकता फैलाने के लिए योजनाबद्ध अफवाह से पहले तो भीड़ एकत्रित करवाई ,फिर उस भीड़ को सिर्फ मुस्लिम ,साम्प्रदायिक ऐंगल से जोड़ कर मस्जिद का चित्र बताते हुए ,,भड़काने वाली ,देश को गुमराह करने वाली , खबरों का प्रसारण शुरू किया ,,महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले में विनय दूबे ,सोशल मीडिया एक्टिविस्ट और ,ऐ बी पी मराठा चैनल के पत्रकार कहे जाने वाले हिडन भाजपा कार्यकर्ता राहुल कुलकर्णी को गिरफ्तार किया है ,,,राहुल कुलकर्णी की गिरफ्तारी मात्र से ही ऐ बी पी चैनल में हिडन कार्यकर्ता रुबिका लियाक़त के हालात देखने लायक थे ,अपनी खुद की चैनल हेड की गिरफ्तारी के खौफ से घबराकर ,पहली बार वोह ,एक बकरी जो शेर के सामने मिमियाती है इस तरह से मिमिया कर ,,खबर में मुस्लिम ऐंगल ,जमाती ऐंगल ,मस्जिद ऐंगल ,,नफरत फैलाने वाली पूर्व प्रसारित खबर का खंडन देती नज़र आयी ,,खुद रजत शर्मा जिन्होंने ट्वीट कर ,,कहा था ,इस भीड़ के पास सामान नहीं है ,,पलटी खा गए ,,शाबाश उद्धव ठाकरे ,ऐसे षड्यंत्रकारी राष्ट्रद्रोही हरकत करने वालों ,अफवाहबाजों ,,खबर खुद गढ़ कर ,देश में आराजकता का माहौल बनाने वालों के खिलाफ ऐसी कार्यवाही हर मुख्यमंत्री को करना ही चाहिए ,,पत्रकार है तो इनकी इज़्ज़त करेंगे हम ,लेकिन किसी पार्टी ,किसी सरकार के एजेंट बनकर उनके प्रचारक ,,कार्यकर्ता की हैसियत से ,गुमराह करने वाले प्रयास करने वाले ,कभी बख्शे नहीं जाना चाहिए ,इस ऐ बी पी चैनल ने कोटा में ,,पॉलिथीन फेंकने वाली महिलाओं ,,अस्पताल में मानसिक रोगी महिला के हंगामे की खबर भी इसी ऐंगल से प्रसारित किया था ,,महिलाये दूसरी निकली ,,अस्पताल की महिला अधिकृत रूप से चिकित्सकीय बयान के अनुसार मानसिक रोगी थी ,,यह भी उन्होने खबर में नहीं दर्शाया ,क्योंकि खबर नहीं सिर्फ षड्यंत्र वातावरण की मुहीम थी ,इस मामले में भी कोटा के लोग इस चैनल खबर प्रसारक के खिलाफ कार्यवाही की तैयारी में है ,राजस्थान में अशोक गहलोत के निर्देश पर , कई कथित सोशल मीडिया एक्टिविस्ट नफरतबाज़ों के खिलाफ गिरफ्तारी की कार्यवाही की है ,जिसमे कुछ फ़र्ज़ी पत्रकार है कुछ सरकारी कर्मचारी ,यहाँ तक के पुलिस के सिपाही भी शामिल है ,,,,कोटा में दिलचस्प मामला चर्चा का विषय बना है ,यहां नफरत बाज़ों ने कुछ युवाओ को नफरत एडिक्ट किया ,इन युवाओं ने आव देखा न ताव ,नफरत की अफवाहे ,,नफरत के बोल ,,,लिखना शुरू किये ,,बस पुलिस अधीक्षक को शिकायत मिली ,पुलिस ने इन नफरत के अल्फ़ाज़ लिखने वालों को लोकड़ाउंन उलंग्घन में पहले ही गिरफ्तार कर लिया , लेकिन इस षड्यंत्र ,इस नफरत के लिए यह कार्यवाही नाकाफी है ,इसको लेकर शिकायतकर्ता जब सक्रिय हुए तो ,इन गुमराह युवाओं को पानी गलती का अहसास हुआ और बस फिर सिफारिशों ,हाथा जोड़ी ,,माफ़ी नामे का दौर शुरू हो गया ,सभी जानते है ,यह हिडन सियासी एजेंट मीडिया गैरभाजपाई वोटर्स ,गैर भाजपाई सरकारों ,गैर भाजपाई नेताओं के खिलाफ ,अपनी प्रयोगशालाओं में नफरत की पैदावार कर ,घर घर नफरत बाँट रहे है ,,हालात यह है के इनकी फैक्ट्री से निकले नफरत के नशे के एडिक्ट ,घर घर युवा भी होते जा रहे ऐसे में इन बच्चों ने गुमराही में आकर अगर पहली गलती की है ,, तो शिकायत करता को इन नौजवानों को भूल का अहसास होने पर माफ़ कर देना चाहिए ,,अभी भी अगर राज्य सरकारें ,,सभी सोशल मीडिया एकाउंट ,, यू ट्यूब चैनल ,,प्रिंट मीडिया ,,,फेसबुक ,इंस्टाग्राम ,, ट्विटर ,वाट्सअप संदेशों को खंगाले ,उनके कमेंट जो वोह पोस्टों पर करते है ,देखे तो वोह इस नफरत की प्रयोगशाला के वितरक है प्रसारक है ,ऐसे लोगों को तलाश कर ,खंगाल कर जेल की सींखचों में पहुंचाना ज़रूरी हो गया है ,एक तरफ नफरत है ,एक तरफ मोहब्बत है ,एक तरफ देश है ,एक तरफ देश में नफरत फैलाने वाले यह योजनाबद्ध नफरत की प्रयोगशाला चला रहे नफरतबाज़ है ,यह राष्ट्रीयता और राष्ट्रविरोधी लोगों के बीच की लड़ाई है ,इसलिए नफरत से इस देश को खोखला करने वाले हर घटना में नफरत का ऐंगल तैयार करने वाले इन रिसर्च स्कॉलर हिडन कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही ,सख्त कार्यवाही होना ही चाहिए ,इसके लिए सरकारों को भी कढे क़दम उठाना होंगे ,,खुद आम जनता ,सोशल मीडिया सकारात्मक विचारधारा के एक्टिविस्टों को भी ,जागृति अभियान चलाकर ,ऐसे लोगों के खिलाफ मुक़दमे दर्ज करवाना होंगे ,नफरत फैलाने वाला कोई भी हो ,में ,मेरा भाई ,या दूसरा ,तीसरा कोई भी पक्ष हो उसके खिलाफ कार्यवाही होना चाहिए ,में शुक्रगुज़ार हूँ ,वरिष्ठ पत्रकार उदयपुर निवासी अख्तर खान साहब का ,जो इस मुहिम में सकारात्मक तरीके से नफरतबाज़ों के चंगुल में फंसे ,नोजवानो को सच्चाई उजागर कर ,,इस नफरत के ज़हर से बचाने के प्रयासों में लग गए ,है अभी एक खबर महाराष्ट्र की मुंबई में भीड़ जमा होने पर प्रकाशित ,प्रसारित खबर ,और वर्तमान हालातों में ज़िम्मेदारियों की खबर से नज़र अंदाज़ी पर एक रिसर्च यूं ट्यूब खबर तैयार की गयी है ,जिसे काफी लोकप्रियता मिल रही ,है ,,एक बार फिर उद्धव ठाकरे ,मॉडल को राजस्थान सहित पूरे हिंदुस्तान में ईमानदाराना तरीके से लागू करने पर अभियान के रूप में काम होना चाहिए ,ताकि सरकारों की नाकामी से ध्यान हटाने के लिए ,,नफरत और गुमराही खबरों की प्रयोगशाला के इन हिडन कार्यकर्ताओं की नफरत प्रयोगशालाए बंद हो सके और देश ,,नफरत की बीमारी का एडिक्ट ,मानसिक रोगी होने से बच सके ,,देश को भूख ,गरीबी ,रोज़गार ,चुनावी एजेंडे की क्रियान्विति ,जनता से जुडी खबरे मिल सकें ,,गैर भाजपाई सरकारों ,गैर भाजपाई वोटर्स को टारगेट खबरों पर विराम लगकर खबरे सिर्फ देश के लिए देशवासियों के लिए निष्पक्ष और निर्भीक प्रकाशित और प्रसारित हो सकें ,आओ हम जंग करे ,एक बार फिर नफरत के खिलाफ आज़ादी की ,,आओ फिर हम जंग करे ,ओरिजनल पत्रकारों के साथ ,मिलकर , पत्रकारिता के भेस में छुपे हिडन कार्यकर्ताओं खिलाफ जंग करें ,,यह देश हमारा है ,इसे बचाने की यहां मोहब्बत का माहौल तैयार करने की ज़िम्मेदारी हमारी ,आपकी सभी की तो है ,कुछ गिनती के नफरत बाज़ ,कुछ गिनती की नफरत प्रयोगशालाए चाहे किसी भी धर्म ,किसी भी मज़हब ,, किसी भी पत्रकारिता की खाल में छिपी प्रयोगशाला में हो ,उसके खिलाफ हम है ,आप हैं फिर वोह चाहे ,में , मेरा भाई ,आप ,, आपका भाई क्यों न हो ,,,,,,,,,,,एडवोकेट ,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...