आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

15 अप्रैल 2020

तुम जुमले देते हो

मुझे मोहब्बत चाहिए
तुम जुमले देते हो ,,
मुझे धड़कने चाहिए
तुम जुमले देते हो ,
मुझे चाहिए बाहों का सुकून
तुम जुमले देते हो ,
मुझे हमदर्दी चाहिए
तुम जुमले देते हो ,
मुझे मोहब्बत चाहिए
तुम दे रहे हो जुमले पे जुमले
तुम्ही बताओ तुम आशिक़ी हो
या फिर ,या फिर ???? अख्तर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...