*पहलवान की हेकड़ी*
फुटपाथ पर भीड़ थी।
पहलवान अपने दिलचस्प कारनामों को दिखाकर
बेशुमार तालियाँ बटोर रहा था।
उसका अगला कारनामा था - 'नींबू निचोड़'
फुटपाथ पर भीड़ थी।
पहलवान अपने दिलचस्प कारनामों को दिखाकर
बेशुमार तालियाँ बटोर रहा था।
उसका अगला कारनामा था - 'नींबू निचोड़'
उसने पूरी ताकत लगाकर
इस कदर नींबू को निचोड़ डाला, कि उसमें रस का एक कतरा भी नहीं बचा।
उसने सबको चैलेंज किया -
"तुममें से अगर कोई इस नींबू से अब एक बूँद भी निकाल कर बता देगा, तो मैं आजीवन उसकी गुलामी करूंगा।"
भीड़ में से एक दुबले से सज्जन निकले और नींबू हाथ में लेकर उन्होंने सिर्फ एक नहीं,
*पाँच बूँदें* टपका दीं।
यह देख पहलवान पसीना-पसीना होकर बोला -
"भाई ! आप कौन हैें ?"
सज्जन बोले -
जी... मैं इंटरसिटी एक्सप्रेस में दाल-मोठ बेचता हूं ।🤣
इस कदर नींबू को निचोड़ डाला, कि उसमें रस का एक कतरा भी नहीं बचा।
उसने सबको चैलेंज किया -
"तुममें से अगर कोई इस नींबू से अब एक बूँद भी निकाल कर बता देगा, तो मैं आजीवन उसकी गुलामी करूंगा।"
भीड़ में से एक दुबले से सज्जन निकले और नींबू हाथ में लेकर उन्होंने सिर्फ एक नहीं,
*पाँच बूँदें* टपका दीं।
यह देख पहलवान पसीना-पसीना होकर बोला -
"भाई ! आप कौन हैें ?"
सज्जन बोले -
जी... मैं इंटरसिटी एक्सप्रेस में दाल-मोठ बेचता हूं ।🤣

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