ऐ कोरोना , सुन ,
कुदरत की बारिश ने,
तुझे आज धोया है,
अटूट एकता
अटूट हौसले ने तुझे,
पटक पटक के मारा है,
जा अब चले जा,,
जा अब चले जा ,,
गो बैक , गो बैक , अख्तर
कुदरत की बारिश ने,
तुझे आज धोया है,
अटूट एकता
अटूट हौसले ने तुझे,
पटक पटक के मारा है,
जा अब चले जा,,
जा अब चले जा ,,
गो बैक , गो बैक , अख्तर
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