निज़ाम
कुरेशी जैसा ,,एक खिलाड़ी केप्टिन यह जानता है ,उसे कहाँ गोल करना ,, कहाँ
,, कैसे गोल बचाना है , इसी समन्वय ,,समझदारी के साथ टीम भाव से जीत हांसिल
करने वाले को ,खिलाडियों का खिलाडी कहते है ,,इसी राजनितिक खिलाडी की
भावना से निज़ाम कुरैशी राजस्थान में जयपुर हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र में आम
वोटर्स को मोटिवेट कर कांग्रेस का बोर्ड बनवाने के प्रयासों में जुट गए है
,, राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य ,,पूर्व प्रदेश कांग्रेस
कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमेन निज़ाम कुरैशी इस ज़िम्मेदारी को बखूबी
निभा रहे है उन्होंने पूर्व में ,राजस्थान अल्पसंख्यक विभाग को बेहतर
नेतृत्व दिया ,जबकि पूर्व सरकार में खेल विकास परिषद के चेयरमेन ,,मंत्री
दर्जा होते हुए ,इनके कार्यकाल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खिलाडियों
को कई सुविधायें ,,नौकरियों में विशिष्टता दिलवाई है ,,,निज़ाम कुरेशी खुद
के पूर्व अनुभवों को अपने मित्र कार्यकर्ता साथियों के साथ सांझा करते हुए
कहते है ,,कोटा ,जोधपर ,जयपुर नगरनिगम चुनाव में राजस्थान में शहरी ढांचे
के विकास के लिए कढ़ी से कढ़ी मिलाकर ,,कांग्रेस का बोर्ड बनाना ज़रूरी हो गया
है ,वोह कहते है ,,भाजपा के लोग कार्यकर्ताओं , वोटर्स को, बहकायेंगे
,बरगलायेंगे ,अफवाह फेलायेंगे ,डराएंगे ,धमकाएंगे , निर्दलीयों को उकसाकर
क्रॉस वोटिंग के प्रयास करेंगे ,, लेकिन कोंग्रेस कार्यकर्ताओं को
,,मुक़ाबले में ,, डटे रहकर संघर्ष करना है ,ताकि तीनों ज़िलों में शहर की
सरकार की चाबी कांग्रेस नेतृत्व के पास हो और ,राजस्थान के इन क्षेत्रों
में जो विकास कार्य थम गए थे ,,वोह सूद सहित पुरे हो सके, निज़ाम कुरैशी
कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहते है ,,प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलेट
,,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ,,स्वायत्तशासन मंत्री शान्तिकुमार धारीवाल
,,राजस्थान में विकास ,सोंदर्यकरण मामले में ऐतिहासिक कार्य करने की क्षमता
रखते ,है पूर्व में वोह अपनी क्षमता दिखा भी चुके है ,ऐसे में हर हाल में
शहरों की सरकार पर कांग्रेस के नेतृत्व का ही हक़ है ,,
गत दो हज़ार अठारह राजस्थान विधानसभा चुनाव में टारगेट,, टू हंड्रेड ,,,यानी दो सो की दो सो विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस की जीत की कोशिशों में अपनी टीम के साथ , राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अल्सपसंख्य्क विभाग के प्रदेश चेयरमेंन निज़ाम कुरैशी का वोटर्स से सीधा संवाद था ,वोह कहते हैं ,राजस्थान के विकास ,,सौंदर्यकरण ,,,आंतरिक सुरक्षा और जनता के सामाजिक न्याय ,,कल्याण के लिए कोंग्रेस ही एक अकेली ऐसी सियासी जमात है जो सभी छत्तीस क़ौमों को बिना किसी पक्षपात के उनका हक़ देती है ,,,निज़ाम कुरैशी कहते है के राजस्थान की जनता भाजपा के झूंठे और फरेबी वायदों के झांसों में आकर केंद्र सरकार के खिलाफ बगावत में है और अब आम जनता पछता रही है ,,यही वजह है के आज राजस्थान का वोटर भाजपा के खिलाफ सीधा खड़ा हो गया है ,,,,,,,निज़ाम कुरैशी राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्सपंख्य्क विभाग में पूर्व प्रदेश सुप्रीमो की हैसियत से उनके कार्यकाल में राजस्थान की सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर वोटर्स को कांग्रेस के पक्ष में मतदान के लिए आकर्षित करते रहे है ,,,उन्होंने इनके कार्यकाल में अल्पसंख्यक विभाग की प्रदेश कार्यक्रारिणी के साथ साथ संभागीय स्तर पर चेयरमेन नियुक्त कर संगठन की शक्तिया विकेंद्रीकृत कर क्षेत्र के लोगों को संगठन से जोड़ने की सफलतम प्रयास किये ,,सभी संभागो में चेयरमेन और कार्यकारिणी की नियुक्ति जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद उनके कार्यकाल में राजस्थान के हर ब्लॉक ,,हर वार्ड ,,,हर बूथ संख्या पर अल्पसंख्यक विभाग का कार्यकर्ता तैनात रहा ,, ,,निज़ाम कुरैशी के सभी अध्यक्षों को निर्देश थे के वोह अपने अपने क्षेत्रो में गुटबाज़ी से ऊपर उठकर ,,,पार्टी हाईकमान के निर्देशो पर समपर्ण भाव से पार्टी को मज़बूती देने का काम करे ,,जिला कांग्रेस कार्यकारिणी से समन्वय बनाये ,,प्रभारियों के समक्ष अपना पक्ष रखे ,,पार्टी हाईकमान को ,,अल्पसंख्यक विभाग को अपने अपने क्षेत्रो में कांग्रेस कहाँ किन कारणों से कमज़ोर है और इसे कैसे मज़बूत किया जा सकता है ,,रिसर्च पेपर सुझावों के साथ तय्यार कर भेजे ,,,,,,,,,,,,,,,,,निज़ाम कुरैशी कांग्रेस कार्यकर्ताओें से कहते है केंद्र में भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों से डरने की ज़रूरत नहीं ,,भाजपा के अन्याय के खिलाफ संघर्ष ही हमारे साथी कार्यकर्ताओ को न्याय दिलवाने का एक फार्मूला है ,,,,,,,,,निज़ाम कुरैशी ने इनके कार्यकाल में सभी ज़िलों ,,संभाग और पदेश में जेन ,,सिक्ख ,,,ईसाई सहित सभी अल्सपंख्य्क समाज के नेतृत्व को तरजीह दी है ,,,,वसुंधरा सरकार के मंदिर तोड़ने के निर्देशों पर ,,,,,निज़ाम कुरैशी पहले ऐसे नेता है जिन्होंने जयपुर में मंदिर तोड़ने पर आपत्ति जताते हुए साफ़ तोर पर सरकार को चेतावनी दी थी के ,,कोई भी धार्मिक स्थल चाहे मंदिर हो या कोई भी धार्मिक स्थल हो उसे अगर तोड़ने की कोशिश की गई तो सरकारी ज़ुल्म के बुलडोज़र को उनके ऊपर से निकलना होगा और तब से राजस्थान में सरकार का रुख मंदिर तोड़ने के मामलों में खामोश हो गया था ,,,आर एस एस भी निज़ाम कुरैशी के इस बयांन से शर्मसार होकर भाजपा के खिलाफ मंदिर तोड़ने के मामले में चिंतन मंथन कर बोलने पर मजबूर हुई ,थी ,,निज़ाम कुरैशी कहते है के पार्टी के लिए खूब खुलकर काम करो ,,पार्टी में अपना हक़ भी लोकतान्त्रिक तरीके से मांगो लेकिन जब हाईकमान किसी के हक़ में फैसला देकर उसे प्रत्याक्षी बनाता है तो फिर सभी को उसे जिताने का संकल्प लेकर ईमानदारी से साथ देना चाहिए ,,निज़ाम कुरैशी नियुक्ति के बाद से ही उनके कार्यकाल में पंचायत चुनाव ,,नगरपालिका चुनाव और फिर अब वर्तमान कोटा ,जयपुर , जोधपुर नगरनिगम चुनाव में सक्रिय रहकर जिलेवार ,, संभागवार उनकी टीम के साथ जुड़कर कांग्रेस को जिताने के लिए प्रयास करते रहे है ,,,,इसके सकारात्मक नतीजे भी आये है ,,कुछ क्षेत्रो में नाराज़ मतदाता फिर से कांग्रेस की तरफ आकर्षित हुआ है ,, ,,निज़ाम कुरैशी अल्पसंख्यकों को सरकार के ओहदों पर ,उचित प्रतिनिधित्व देने संगठन में हिस्सा देने की भी पैरवी करते रहे है वोह कहते है के हम काम करते है ,,कांग्रेस के लिए जीते है ,,कांग्रेस के लिए लड़ते है ,,कांग्रेस के लिए संघर्ष करते है ,तो राजस्थान सरकार और सत्ता में हिस्सेदारी का हमारा हक़ भी बनता है ,,,नगर पालिका ,,पंचायत चुनाव में भी हमारा हक़ है ,,,वोह कहते है हम आंतरिक लोकतंत्र संघर्ष के तहत हमारे परम्परागत पूर्व अल्पसंख्यक विभाग के हक़ के लिए संघर्ष करेंगे निज़ाम कुरैशी कहते हैए ,, पार्टी हाईकमान सर्वोच्च है और हमे ख़ुशी है के सचिन पायलेट के नेतृत्व में अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं को इंसाफ मिल रहा है ,,राहुल गांधी युवाओ को अपने साथ जोड़ रहे है तो मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत की कल्याणकारी योजनाओ के साथ अल्पसंख्यकों की हितकारी कार्यक्रमों का लाभ कार्यकर्ताओ ,,आम जनता को मिल रहा है और जनता सीधे कांग्रेस के साथ जुड़कर कांग्रेस ज़िंदाबाद कर रही है ,,,निज़ाम कुरैशी ने उनके पूर्व अल्पसंख्यक चेयरमेन कार्यकाल में उनकी नियुक्ति के बाद एक दर्जन से भी ज़्यादा प्रादेशिक स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन ,,रोज़ा इफ्तार कार्यक्रम करवाये ,,,,,निज़ाम कुरैशी प्रशासनिक अधिकारी थे , जो ,स्वेच्छिक सेवानिवृती के बाद राजनीती में आये ,,उन्हें सामजिक सरोकार से जुड़े रहने के कारण सियासी पहचान मिली और पूर्व में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार में इन्हें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यमंत्री का दर्जा देकर खेल विकास प्राधिकरण का चेयरमेन बनाया ,,निज़ाम कुरैशी ने खेल विकास प्राधिकरण में खेल कोटे से कई लोगों को रोज़गार दिलवाये ,,तो खेल में राजस्थान मज़बूत हो इसके लिए कार्ययोजना तय्यार की ,,,निज़ाम कुरैशी खुद राष्ट्रीय स्तर के फूटबाल चैम्पियन है एक गेंद को कैसे लोगों से छुड़ाकर गोल में डाला जाता है वोह खूब समझते है इसीलिए राजस्थान के वोटर को भाजपा और कुकुरमुत्ति पार्टियों से छुड़वाकर कैसे कांग्रेस के पक्ष में मतदान करवाना है इसका फार्मूला निज़ाम कुरैशी ने तय्यार कर जयपुर हेरिटेज नगर निगम सहित अन्य नगर निगमों में कांग्रेस की जीत का निज़ाम तय्यार किया है ,,,निज़ाम कुरैशी कांग्रेस कार्यकर्ता,,खासकर अल्पंसख्यक कार्यकर्ताओं को निर्गुट ,,निष्पक्ष ,,निर्भीक होकर पार्टी हित में पार्टी हाईकमान के निर्देशो पर कार्य करने के निर्देश देते रहे है ,,साथ ही सामजिक सरोकार ,,समाज सेवा क्षेत्रों में भी आम लोगों के साथ दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ,,जाति ,,मज़हब ,,समाज के भेदभाव से ऊपर उठ कर लोगों के दुःख सुख बांटने के भी सेवा भाव से काम करने के निर्देश देते रहे है ताके ऐसी सेवा कार्य से लोगों का कार्यकर्ताओं के साथ निजी जुड़ाव हो और वह ताल ठोक कांग्रेस के पक्ष में मतदात करवाकर कांग्रेस को ज़िंदाबाद कर जयपुर सहित अन्य नगर निगम चुनावों में कढ़ी से कढ़ी जोड़ कर शहर की सरकार बना सके ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
गत दो हज़ार अठारह राजस्थान विधानसभा चुनाव में टारगेट,, टू हंड्रेड ,,,यानी दो सो की दो सो विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस की जीत की कोशिशों में अपनी टीम के साथ , राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अल्सपसंख्य्क विभाग के प्रदेश चेयरमेंन निज़ाम कुरैशी का वोटर्स से सीधा संवाद था ,वोह कहते हैं ,राजस्थान के विकास ,,सौंदर्यकरण ,,,आंतरिक सुरक्षा और जनता के सामाजिक न्याय ,,कल्याण के लिए कोंग्रेस ही एक अकेली ऐसी सियासी जमात है जो सभी छत्तीस क़ौमों को बिना किसी पक्षपात के उनका हक़ देती है ,,,निज़ाम कुरैशी कहते है के राजस्थान की जनता भाजपा के झूंठे और फरेबी वायदों के झांसों में आकर केंद्र सरकार के खिलाफ बगावत में है और अब आम जनता पछता रही है ,,यही वजह है के आज राजस्थान का वोटर भाजपा के खिलाफ सीधा खड़ा हो गया है ,,,,,,,निज़ाम कुरैशी राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्सपंख्य्क विभाग में पूर्व प्रदेश सुप्रीमो की हैसियत से उनके कार्यकाल में राजस्थान की सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर वोटर्स को कांग्रेस के पक्ष में मतदान के लिए आकर्षित करते रहे है ,,,उन्होंने इनके कार्यकाल में अल्पसंख्यक विभाग की प्रदेश कार्यक्रारिणी के साथ साथ संभागीय स्तर पर चेयरमेन नियुक्त कर संगठन की शक्तिया विकेंद्रीकृत कर क्षेत्र के लोगों को संगठन से जोड़ने की सफलतम प्रयास किये ,,सभी संभागो में चेयरमेन और कार्यकारिणी की नियुक्ति जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद उनके कार्यकाल में राजस्थान के हर ब्लॉक ,,हर वार्ड ,,,हर बूथ संख्या पर अल्पसंख्यक विभाग का कार्यकर्ता तैनात रहा ,, ,,निज़ाम कुरैशी के सभी अध्यक्षों को निर्देश थे के वोह अपने अपने क्षेत्रो में गुटबाज़ी से ऊपर उठकर ,,,पार्टी हाईकमान के निर्देशो पर समपर्ण भाव से पार्टी को मज़बूती देने का काम करे ,,जिला कांग्रेस कार्यकारिणी से समन्वय बनाये ,,प्रभारियों के समक्ष अपना पक्ष रखे ,,पार्टी हाईकमान को ,,अल्पसंख्यक विभाग को अपने अपने क्षेत्रो में कांग्रेस कहाँ किन कारणों से कमज़ोर है और इसे कैसे मज़बूत किया जा सकता है ,,रिसर्च पेपर सुझावों के साथ तय्यार कर भेजे ,,,,,,,,,,,,,,,,,निज़ाम कुरैशी कांग्रेस कार्यकर्ताओें से कहते है केंद्र में भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों से डरने की ज़रूरत नहीं ,,भाजपा के अन्याय के खिलाफ संघर्ष ही हमारे साथी कार्यकर्ताओ को न्याय दिलवाने का एक फार्मूला है ,,,,,,,,,निज़ाम कुरैशी ने इनके कार्यकाल में सभी ज़िलों ,,संभाग और पदेश में जेन ,,सिक्ख ,,,ईसाई सहित सभी अल्सपंख्य्क समाज के नेतृत्व को तरजीह दी है ,,,,वसुंधरा सरकार के मंदिर तोड़ने के निर्देशों पर ,,,,,निज़ाम कुरैशी पहले ऐसे नेता है जिन्होंने जयपुर में मंदिर तोड़ने पर आपत्ति जताते हुए साफ़ तोर पर सरकार को चेतावनी दी थी के ,,कोई भी धार्मिक स्थल चाहे मंदिर हो या कोई भी धार्मिक स्थल हो उसे अगर तोड़ने की कोशिश की गई तो सरकारी ज़ुल्म के बुलडोज़र को उनके ऊपर से निकलना होगा और तब से राजस्थान में सरकार का रुख मंदिर तोड़ने के मामलों में खामोश हो गया था ,,,आर एस एस भी निज़ाम कुरैशी के इस बयांन से शर्मसार होकर भाजपा के खिलाफ मंदिर तोड़ने के मामले में चिंतन मंथन कर बोलने पर मजबूर हुई ,थी ,,निज़ाम कुरैशी कहते है के पार्टी के लिए खूब खुलकर काम करो ,,पार्टी में अपना हक़ भी लोकतान्त्रिक तरीके से मांगो लेकिन जब हाईकमान किसी के हक़ में फैसला देकर उसे प्रत्याक्षी बनाता है तो फिर सभी को उसे जिताने का संकल्प लेकर ईमानदारी से साथ देना चाहिए ,,निज़ाम कुरैशी नियुक्ति के बाद से ही उनके कार्यकाल में पंचायत चुनाव ,,नगरपालिका चुनाव और फिर अब वर्तमान कोटा ,जयपुर , जोधपुर नगरनिगम चुनाव में सक्रिय रहकर जिलेवार ,, संभागवार उनकी टीम के साथ जुड़कर कांग्रेस को जिताने के लिए प्रयास करते रहे है ,,,,इसके सकारात्मक नतीजे भी आये है ,,कुछ क्षेत्रो में नाराज़ मतदाता फिर से कांग्रेस की तरफ आकर्षित हुआ है ,, ,,निज़ाम कुरैशी अल्पसंख्यकों को सरकार के ओहदों पर ,उचित प्रतिनिधित्व देने संगठन में हिस्सा देने की भी पैरवी करते रहे है वोह कहते है के हम काम करते है ,,कांग्रेस के लिए जीते है ,,कांग्रेस के लिए लड़ते है ,,कांग्रेस के लिए संघर्ष करते है ,तो राजस्थान सरकार और सत्ता में हिस्सेदारी का हमारा हक़ भी बनता है ,,,नगर पालिका ,,पंचायत चुनाव में भी हमारा हक़ है ,,,वोह कहते है हम आंतरिक लोकतंत्र संघर्ष के तहत हमारे परम्परागत पूर्व अल्पसंख्यक विभाग के हक़ के लिए संघर्ष करेंगे निज़ाम कुरैशी कहते हैए ,, पार्टी हाईकमान सर्वोच्च है और हमे ख़ुशी है के सचिन पायलेट के नेतृत्व में अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं को इंसाफ मिल रहा है ,,राहुल गांधी युवाओ को अपने साथ जोड़ रहे है तो मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत की कल्याणकारी योजनाओ के साथ अल्पसंख्यकों की हितकारी कार्यक्रमों का लाभ कार्यकर्ताओ ,,आम जनता को मिल रहा है और जनता सीधे कांग्रेस के साथ जुड़कर कांग्रेस ज़िंदाबाद कर रही है ,,,निज़ाम कुरैशी ने उनके पूर्व अल्पसंख्यक चेयरमेन कार्यकाल में उनकी नियुक्ति के बाद एक दर्जन से भी ज़्यादा प्रादेशिक स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन ,,रोज़ा इफ्तार कार्यक्रम करवाये ,,,,,निज़ाम कुरैशी प्रशासनिक अधिकारी थे , जो ,स्वेच्छिक सेवानिवृती के बाद राजनीती में आये ,,उन्हें सामजिक सरोकार से जुड़े रहने के कारण सियासी पहचान मिली और पूर्व में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार में इन्हें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यमंत्री का दर्जा देकर खेल विकास प्राधिकरण का चेयरमेन बनाया ,,निज़ाम कुरैशी ने खेल विकास प्राधिकरण में खेल कोटे से कई लोगों को रोज़गार दिलवाये ,,तो खेल में राजस्थान मज़बूत हो इसके लिए कार्ययोजना तय्यार की ,,,निज़ाम कुरैशी खुद राष्ट्रीय स्तर के फूटबाल चैम्पियन है एक गेंद को कैसे लोगों से छुड़ाकर गोल में डाला जाता है वोह खूब समझते है इसीलिए राजस्थान के वोटर को भाजपा और कुकुरमुत्ति पार्टियों से छुड़वाकर कैसे कांग्रेस के पक्ष में मतदान करवाना है इसका फार्मूला निज़ाम कुरैशी ने तय्यार कर जयपुर हेरिटेज नगर निगम सहित अन्य नगर निगमों में कांग्रेस की जीत का निज़ाम तय्यार किया है ,,,निज़ाम कुरैशी कांग्रेस कार्यकर्ता,,खासकर अल्पंसख्यक कार्यकर्ताओं को निर्गुट ,,निष्पक्ष ,,निर्भीक होकर पार्टी हित में पार्टी हाईकमान के निर्देशो पर कार्य करने के निर्देश देते रहे है ,,साथ ही सामजिक सरोकार ,,समाज सेवा क्षेत्रों में भी आम लोगों के साथ दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ,,जाति ,,मज़हब ,,समाज के भेदभाव से ऊपर उठ कर लोगों के दुःख सुख बांटने के भी सेवा भाव से काम करने के निर्देश देते रहे है ताके ऐसी सेवा कार्य से लोगों का कार्यकर्ताओं के साथ निजी जुड़ाव हो और वह ताल ठोक कांग्रेस के पक्ष में मतदात करवाकर कांग्रेस को ज़िंदाबाद कर जयपुर सहित अन्य नगर निगम चुनावों में कढ़ी से कढ़ी जोड़ कर शहर की सरकार बना सके ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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