कोटा के नामचीन न्यूरो स्पेशलिस्ट डॉक्टर सरदाना ,,के खुश अख़लाक़ ,कुशल
प्रबंधन ,विशेषज्ञ सेवाओं के चलते ,,, अव्वल विजय घोषित हुए ,, जी हाँ
दोस्तों ,,डॉक्टर विजय सरदाना कोटा के मेडिकल कॉलेज सेवाओं ,,शैक्षणिक
कार्यक्रमों के स्थाई मुखिया प्रिंसिपल बनाये गये है ,,इसके पूर्व इनके पास
अस्थाई रूप से यह ज़िम्मेदारी थी ,,,सभी जानते है डॉक्टर सरदाना ,,,न्यूरो
विशेषज्ञ होने के कारण ,इनके पास मरीज़ों की संख्या की कमी नहीं बल्कि
बेहिसाब इनके मुरीद बनकर इनके इन्तिज़ार में कई दिन गुज़ार देते है ,उनके
प्यार , उनके दर्दों का हमदर्द बनकर ,अपनी सभी ज़िम्मेदारियों को बखूबी
निभाने का हुनर डॉक्टर सरदाना के पास साबित हुआ ,इसीलिए उन्हें राजस्थान
सरकार ने स्थाई रूप से कोटा मेडिकल कॉलेज का प्रिंसिपल नियुक्त कर दिया
,,सरकार का शुक्रिया ,डॉक्टर विजय सरदाना को बधाई ,,मुबारकबाद ,,डॉक्टर
विजय सरदाना सर्वश्रेष्ठ चिकित्सक के साथ ,सर्वश्रेष्ठ व्यक्तित्व के धनी
,सर्वश्रेष्ठ कुशल प्रबंधक भी है ,,हाल ही में कोटा की मेडिकल सेवाओं को
लेकर ,,कोटा में काफी बावेला मचाया गया ,,लेकिन डॉक्टर विजय सरदाना ने
,,मंद मंद मुस्कान ,,और बेहतर कुशल प्रबंधन ,समन्वय से इस ज़िम्मेदारी को
कामयाबी से निभाई ,,, वोह मरीज़ों ,डॉक्टरों ,,भावी डॉक्टर छात्र छात्राओं
और सरकार के बीच एक सेतु बने ,उन्होंने बिगड़ते हालातों को सुधारने में
अव्वल कार्य किया ,,खुद को साबित किया ,,,और सरदाना ,विजय होकर ,,डॉक्टर
विजय सरदाना साबित हो गए ,बहुमुखी प्रतिभा के धनी ,डॉक्टर सरदाना ,,,,साफ़
सुथरे मिजाज़ के ,यारों के यार ,,गरीबों के हमदर्द ,,,मुश्किल में फंसे
लोगों के मददगार है ,,वोह अपने व्यवस्तम वक़्त में से ,खुद के लिए वक़्त
निकालते है ,,,कभी गीतकार बनकर बेहतरीन आवाज़ में गुनगुनाते है ,तो कभी
गज़लकार बनकर ,पुरकशिश अल्फ़ाज़ ,पुरकशिश आवाज़ में पिरोकर हर महफ़िल की रौनक
बन जाते है ,,डॉक्टर विजय सरदाना ,संगीत के शौक़ीन है ,, इनके साज़ ,,,इनके
सामान ,,एक से एक बेहतर है ,और संगीत के साज़ पर इनकी उँगलियाँ थिरकती है
तो बस थिरकती है ,,लोगों को मंत्र मुग्ध कर देती है ,,एक नामचीन विशेषज्ञ
डॉक्टर ,,भीड़ लगे मरीज़ों के इलाज के बाद ,गरीबों की हमदर्दी ,अपने चिकित्सा
क्षेत्र की सेमिनारों के साथ नए अपडेट्स ,,,गीत ,ग़ज़ल ,,संगीत का मिलन ,,
कुशल प्रबंधन ,,मेडिकल छात्र छात्राओं के लिए गुरूजी ही नहीं ,गुरुओं के भी
गुरुजी बनकर अपनी सेवाएं देना यूँ तो असम्भव सा है ,,लेकिन इस असम्भव को
हँसते मुस्कुराते ,सम्भव बना दिया है , हमारे भाई डॉक्टर विजय सरदाना ने
,उनकी बहुमुखी प्रतिभा बेहतर ,कुशल अनुकरणीय सेवाओं और कामयाबी के लिए ,नयी
ज़िम्मेदारी के लिए उन्हें बधाई ,,मुबारकबाद ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा
राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)