आपका-अख्तर खान

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22 दिसंबर 2019

दोस्तों, यह किराये के लोग ,,राष्ट्रहित को छोड़कर ,किराये पर शरारती पोस्टें लिखने वाले लोग ,उकसाकर विवाद बढ़ाने वाले लोग ,तुम्हे उकसायेंगे ,भड़कायेंगे ,, तुम धैर्य संयम रखना

दोस्तों, यह किराये के लोग ,,राष्ट्रहित को छोड़कर ,किराये पर शरारती पोस्टें लिखने वाले लोग ,उकसाकर विवाद बढ़ाने वाले लोग ,तुम्हे उकसायेंगे ,भड़कायेंगे ,, तुम धैर्य संयम रखना ,,क्योंकि यह जो भड़का रहे है ,यह जो उकसा रहे है ,यह जो शरारतें कर रहे है ,यह जो शरारती पोस्टें डालकर उकसा रहे है ,इनका तो देश से कोई लेना देना नहीं , लेकिन यह देश तुम्हारा हमारा है ,हमे इस देश को इनसे ,इन भड़काऊ ,उकसाऊ ,किराए के पोस्तदारों से ही तो बचाना है , तो भाई ,वादविवाद में मत पढ़जाना ,फ़र्ज़ी पोस्टों ,एडिट किये फोटोग्राफ ,पुरानी,कथित इतिहास की फ़र्ज़ी कहानियों पर मत चले जाना ,,तुम्हारा टारगेट शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर इस देश को बचाना है ,,इस देश के नागरिकों को सुरक्षित करना है ,इस देश के नागरिकों से उनसे पूंछे बगैर उनके रोज़गार ,उनकी सहूलियतों ,का हक़ दूसरों को देने की कोशिशों में संवैधानिक बेईमानी को रोकना है ,,इनकी डिग्रियां तो नहीं है ,इनकी अंकतालिकाएं सुचना के अधिकार अधिनियम में भी नहीं मिली है ,इसलिए इनसे बहुत ज़्यादा पढ़े लिखों की तरह व्यवहार की उम्मीदें मत रखना ,यह देश गाँधी का है ,बस यहाँ अहिंसा का रास्ता मत छोड़ना ,,उपवास करना , प्रदर्शन करना ,,धरने देना ,भाषण देना ,,बस किसी को गाली मत देना ,,बस हमारे देश की एक भी ईंट को एक भी पत्थर को ,एक भी भवन ,ईमारत ,वाहन को नुकसान न पहुंचे यह ध्यान रखना ,इनके इशारे पर चंलने वाले कुछ लोग तुम्हे खदेड़े ,लाठियां बरसाए ,तुम पर गोलियां चलाये तो भी तुम जवाब मत देना ,बस धरने पर बैठ जाना अभी दो दर्जन मारे है ,हज़ारों गिरफ्तार किये ,है ,, इनके विडिओ में ,इनकी फोटोग्राफी में ,इनके अपने लोग चाहे पश्चिमी बंगाल में ,टोपी लुंगी लगाकर हिंसा करते पकड़े जाए , लेकिन तुम तिरंगे के पैरोकार हो ,,तिरंगे के रक्षक हो ,संविधान के जानकार हो ,संविधान के मानने वाले हो ,, तुम अपना आंदोलन का रुख सिर्फ राष्ट्र की सुख शान्ति को बचाये रखने वाला रखना ,,तुम्हे यह सवाल देंगे ,तुम्हे यह नारे देंगे ,तुम्हे जाति ,समाज ,धर्म ,इतिहास ,पार्टी के नाम पर भड़काएंगे ,बांटेंगे ,लेकिन तुम इनके भड़कावे में मत आना ,,इनकी अपनी ब्रांचेज है ,यह तयशुदा तरीके से काम कर रहे है ,,तुम्हे तो बस ,बेरोज़गारों को रोज़गार दिलवाने ,गरीबों को सुविधाएं दिलवाने ,,बंद उद्योगों को फिर से चालु करवाने , लाल क़िले सहित ,,देश के एयरपोर्ट ,रेलवे स्टेशन सहित कंपनियां बिकने से बचाना है ,,तुम्हे तो ,देश के सुकून को बचाना है ,,तुम्हे तो बिना किसी भेदभाव के सभी के साथ की संस्कृति को बचाना है ,तुम्हे तो आर्थिक तंगी से देश को आज़ाद कराना है ,तुम्हे तो नफरत के माहौल को मोहब्बत में बदलवाना है ,,तुम्हे तो धर्म मज़हब के नाम पर जो बटवारा किया जा रहा है ,इस बटवारे को रोकने के लिए एक जुट हो जाना है ,,यह ,इनकी टीम ,इनके किराए के लोग ,,इनके लेखक ,इनके एक्टिविस्ट ,इनके सोशल मीडिया एक्टिविस्ट ,इंस्ट्रूमेंट बनकर हथियारों की तरह से इनके इशारे पर चल रहे कुछ लोग ,तुम्हे उकसाने आएंगे ,,झूंठ फेलायेंगे ,तुम पर लाठियां ,गोलियां चलाएंगे ,,तुम उकसाने में मत आना ,तुम महाभारत की तरफ हो ,तुम्हे सिर्फ ,सिर्फ अर्जुन की आँख यानी ,इस देश की एकता ,अखंडता ,प्यार मोहब्बत ,राष्ट्रवाद ,संविधान ,अमन ,सुकून ,,विकास दर ,आर्थिक व्यवस्था ,गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम ,बेरोज़गार मुक्त भारत के कार्यक्रम ,विकसित भारत के उद्योग ,,बिकते हुए ठेके पर दिए जाते हुए निकम्मी सरकार के प्रतिष्ठान को रोकने को टारगेट करना है ,, नागरिकता संशोधन क़ानून के नाम पर बहकावे ,भड़कावे को रोकना है ,,शाहनवाज़ ,, मुख्तार अब्बास नक़वी जैसे न जाने कितने लाभान्वित लोग ,झूंठ बोलने आएंगे ,यह उनका काम है ,,तुम बहकावे में बहस में मत पढ़ जाना ,,राजस्थान के गांधी वादी विचारक ,गांधी समर्थक ,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरह शान्ति मार्च निकालें ,येदुरप्पा कर्नाटक में इन्ही के है ,,आसाम में यही लोग है ,कई जगह इनके अपने लोग भी आपके समर्थन में है ,जो देश के साथ है ,जो राष्ट्र के साथ है ,,जो देश के विकास के साथ ,देश की सुख शान्ति ,,के साथ है ,जो देश के बेरोज़गारों को रोज़गार देने की योजनाओं के साथ है ,जो बैंक घोटालों में लोगों को सज़ा दिलाने वालों के साथ है ,जो उद्योगों को रियायत देने और गरीबों पर ज़ुल्म करने के खिलाफ है ,जो चीन से हमारे देश की ज़मीन छुड़वाने के पक्ष में है ,,जो सरकारी इदारे सरकार द्वारा संचालित करने के स्थान पर ,अपने चहेतों को कमाई के लिए बेचने के खिलाफ है ,जो एक रेलवे प्लेटफॉर्म टिकिट बीस रूपये के करने के खिलाफ है ,जो महंगाई के खिलाफ है ,,जो उत्पातियों के खिलाफ है ,,जो संविधान तोड़ने वालों के खिलाफ है ,जो उठाईगिरी भाषा बोलने वालों के खिलाफ है वोह चाहे इनकी पार्टी का हो ,चाहे किसी भी पार्टी का हो वोह आपके साथ ,आपके इरादों के साथ है ,वोह बात अलग है अडवाणी चुप है , मुरलीमनोहर जोशी ,राजनाथ सिंह मजबूर है ,,अन्ना हज़ारे नींद की गोलियां खाकर बेहोश है ,,बाबा रामदेव दवा बेचने में मस्त है ,सुब्रमण्यम स्वामी खौफ के मारे कुछ बोलने से कतराने लगे है ,,लेकिन तुम्हारे इस आंदोलन को ,तुम्हारे इस विज़न को इनके अपने लोगों का भी भारी समर्थन है ,इसलिए हिंसा ,भड़काऊ बातों की साज़िश से दुर ,कोसो दूर रहकर ,भारत की आज़ादी की लड़ाई की परम्परा की तरह इस ,जंग को लड़ना है ,,देश को एक बार फिर ,नफरत ,से बेरोज़गारी से ,उत्पात से , गंदे बोलों से ,,देश के प्रतिष्ठानों को बेचने वालों से ,देश में बिना किसी देश के नागरिकों को भरोसे में लिए मनमानी करने वाले लोगों से इस देश को आज़ाद कराना है ,बिना किसी हिंसा के ,बिना किसी विवाद के ,सिर्फ इनका ह्रदय परिवर्तन करवाकर ,इन्हे समझाइश करवाकर ,इन्हे इनकी भूल ,इनकी शरारत ,इनके राष्ट्रविरोधी क़दमों का अहसास दिलाकर ,,इन्हे पिघलाना है ,इन्हे अपना बनाकर गले लगाना ,है ,, नया हिन्दुस्तान ,एक आदर्श हिंदुस्तान बनाना है ,,दोस्तों इनके लिए तो क्या कहूं ,,बस जो लिखा है एक शायर ने वोह दोहरा रहा हूँ ,,,यक़ीनन किरायेदार ही ,, मालूम पढ़ते हो ,इस मुल्क में ,,,,यूँ बेमुरव्वत ,अपने ही लोगों को जलाता थोड़े ही है ,,,,,और सरकार के जो हाल है ,शासन चलाने के जो तरीके है ,उनके लिए बस यही अल्फ़ाज़ है ,,,हादसे इतने है ,,ऐ सरकार ,तेरे राज में ,, मेरे इस वतन में ,,अगर अख़बार निचोड़ता हूँ ,तो लहू ,सिर्फ लहू टपकता है ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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