कोटा
सुवि नेत्र चिकित्सालय के डॉक्टर सुरेश कुमार पांडेय ने ,,बिटिया डॉक्टर
जवेरिया को ,,डॉक्टर के प्रशिक्षण से लेकर ,जीवन काल में आने वाली
चुनौतियों ,उन चुनौतियों से सकारात्मक तरीके से निपटने के टिप्स सिखाये
,साथ ही डॉक्टर सुरेश पांडेय ने उनके द्वारा लिखित बहुउपयोगी पुस्तक,,
सीक्रेट ऑफ़ सक्सेसफुल डॉक्टर्स , भी डॉक्टर जवेरिया को भविष्य के
मार्गदर्शन के लिए भेंट की ,, डॉक्टर सुरेश पांडेय ने उनके मेडकिल की
तैयारी ,मेडिकल के अध्ययन से लेकर डॉक्टर प्रबंधन ,मरीज़ों से व्यवहार ,इलाज
के तोर तरीकों सहित विशेषग्यता वगेरा को लेकर अपने अनुभवों के अलावा
चिकित्सा क़ानून ,चिकित्सा परिचालन टिप्स वगेरा का हवाला इस पुस्तक में एक
रिसर्च पाठ्यसामग्री के रूप में गागर में सागर की तरह समो दिया है ,,
सीक्रेट ऑफ़ सक्सेसफुल डॉक्टर्स , पुस्तक मरीज़ ,,डॉक्टर्स और चिकत्सा
क्षेत्र में लगे स्टाफकर्मियों के लिए बहुउपयोगी ,मार्गदर्शिका है ,,
डॉक्टर सुरेश कुमार पांडेय के पिता वरिष्ठ अध्यापक थे ,दादा श्री
उत्तरप्रदेश में थे ,जहां की चिकित्सा पद्धति से लेकर ,,विषय स्तरीय
चिकित्सा प्रबंधन ,मरीज़ों ,तीमारदारों के साथ आत्मविश्वास चिकित्स्कीय
प्रबंधन ,उनके साथ सद्व्यवहार के चलते भरोसे की चिकित्सा के टिप्स इस
पुस्तक में समाये गये है ,, सही मायनों में डॉक्टर सुरेश के पांडेय की यह
पुस्तक ,प्रत्येक चिकित्सक ,चाहे वोह छोटा हो चाहे बढ़ा ,चाहे सरकारी हो
चाहे प्राइवेट ,चाहे हॉस्पिटल का मालिक हो या फिर चिकित्सा सेवा दे रहे
चिकित्सक ,,उनके सम्पूर्ण चिकित्स्कीय जीवन की कामयाबी की एक व्यवहारिक
कुंजी है ,, इस पुस्तक के अनुभवों में ,,ऑस्ट्रेलिया के प्रोफेसर फेंक
बिल्सन ,एम्स के प्रोफ़ेसर रणदीप गुलेरिया , मेदांता के डॉक्टर नरेश त्रेहन
,,पीजी आई एम ई आर के निदेशक प्रोफेसर जगत राम शामिल है ,पुस्तक के चार
हिस्से सम्पादित है ,जिसके पहले हिस्से में इस पुस्तक को लिखने की प्रेरणा
,चिकित्स्कीय प्रेरणा के अनुभव है ,जबकि दूसरे हिस्से में कैसे बेहतर
चिकित्स्क बने ,कैसे बेहतर चिकित्सा प्रबंधन रखे ,,इसमें रेसिडेंस चिकित्सक
,विशेषज्ञ चिकित्स्क ,प्रोफेसर ,निजी और सरकारी चिकित्सकों के बारे में
अनुभवी चिकित्स्कीय ज्ञान है ,जबकि तीसरे चेप्टर में विश्वस्तरीय
चिकित्स्कीय ज्ञान ,सहित मरीज़ की संतुष्टि ही चिकित्सक का प्रथम लक्ष्य
कैसे अर्जित किया जाए इसके टिप्स है ,इसमें अनेकों बारे वी वी आई पि
मरीज़ों के वक़्त कैसे व्यवहार हो ,कैसे चाकचौंबद चिकित्स्कीय निगरानी हो
,इसके भी टिप्स है ,चौथे अध्याय में ,चिक्तिसा क्षेत्र में निजी अस्पताल
प्रबंधन वित्तीय मदद ,वित्तीय प्रबंधन ,चिकित्स्कीय प्रबंधन ,,विशिष्ठ और
वरिष्ठ अनुभवी विशेषज्ञ चिकित्स्कों के साथ टीम वर्क ,कौशल प्रबंध
,चिकित्स्कीय व्यवस्था से संबंधित सभी क़ायदे ,क़ानून ,हुनर ,, प्रशिक्षण
,आधुनिक चिकित्सा ,नियमित आधुनिक चिकित्सा अध्ययन ,,मरीज़ों के साथ
सद्व्यवहार ,उनका भरोसा जीतकर उनके इलाज के कामयाब प्रबंधन के टिप्स है
,कुल मिलाकर डॉक्टर सुरेश पांडेय की इस पुस्तक ,, सीक्रेट ऑफ़ सक्सेसफुल
डॉक्टर्स , में गागर में सागर ,कम अल्फ़ाज़ों में विश्व भर के चिकित्सा नियम
,क़ायदे ,क़ानून ,मरीज़ों से सद्व्यवहार के बारे में ,सम्पूर्ण टिप्स है , जो
एक बिकमिंग डॉक्टर यानी ,डॉक्टर बनने के इच्छुक कोचिंग छात्र छात्राओं से
लेकर ,मेडकिल कॉलेज में मेडिकल अध्ययनरत छात्र छात्राये ,,विशेषज्ञ
चिकित्सा व्यवहार ,रिसर्च कार्य ,प्रबंधन ,वित्तीय पोषण ,,,खासकर मरीज़ों के
आत्मविश्वास के साथ उनका दवा और दुआ सद्व्यवहार से इलाज के मानवता से
जुड़े सभी टिप्स है ,यह किताब देश भर में ही नहीं विश्व के कई हिस्सों में
भी चिकित्स्कों द्वारा पसंद की जा रही है ,और इस पुस्तक को अमेज़ॉन
,फ्लिपकार्ट के ज़रिए राष्ट्रिय , अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ,चिकित्सको
द्वारा मंगवाई जा रही है ,,डॉक्टर सुरेश पांडेय अपने कार्यव्यवहार
,विशेषग्यता ,प्रंबधन ,बातचीत के सलीक़े ,मरीज़ में आत्मविश्वास का
मनोविज्ञान सहित कई टिप्स बिटिया डॉक्टर जवेरिया को सिखाते हुए कहते है
,के एक चिकित्स्क जिसे मरीज़ भगवान समझता है ,,उस चिकित्स्क को अपने ,अपने
व्यवसाय के आदर सम्मान के लिए ,,सब कुछ अहंकार ,प्रलोभन ,त्याग कर सम्पूर्ण
शक्ति से ईश्वरीय मदद के साथ ,मरीज़ के भरोसे को बरक़रार रखते हुए ,उसका
इलाज कामयाब हो वोह फिर से स्वस्थ होकर वापस लोटे ,इसके प्रयास ही उसे
कामयाब चिकित्स्क बनाते है ,इसके लिए चिकित्स्क को लगातार अध्ययन की भी
ज़रूरत है ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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